विद्युत जामवाल की फ़िल्म खुदा हाफिज का ऐक्शन पैक्ड ट्रेलर रिलीज हो गया है. खुदा हाफिज डिज्नी हॉटस्टार पर 14 अगस्त को रिलीज होने वाली है. खुदा हाफिज में विद्युत के साथ शिवालीका ओबेरॉय, अन्नु कपूर, शिव पंडित, आहाना कुमरा, विपीन शर्मा और आराध्या मान प्रमुख भूमिका में है. इस फ़िल्म का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि पहली बार खुदा हाफिज में विद्युत जामवाल पर्दे पर रोमांस करते दिखेंगे. इससे पहले उनकी जितनी भी फ़िल्म आई हैं, उनमें वह ऐक्शन करते दिखे थे. अब विद्युत जामवाल पर्दे पर शिवालीका ओबेरॉय के साथ रोमांस करते नजर आएंगे और इसी के साथ सच्ची घटनाओं पर आधारित फारुक कबीर की फ़िल्म खुदा हाफिज में दर्शकों को ऐक्शन, थ्रिलर और रोमांस का कॉकटेल मिलेगा. विद्युत जामवाल की एक और फ़िल्म यारा इसी महीने जी5 पर रिलीज हो रही है. इसके बाद अगले महीने खुदा हाफिज में विद्युत जामवाल ऐक्शन करते नजर आएंगे.
डायरेक्टर फारुक कबीर द्वारा लिखी फ़िल्म खुदा हाफिज लखनऊ के एक कपल समीर चौधरी और नरगिस चौधरी की कहानी है. साल 2008 की आर्थिक मंदी में नौकरी खो चुके समीर को मिडल ईस्ट एशिया के एक देश से नौकरी का ऑफर आता है. वह किसी काम में फंस जाता है तो पहले पत्नी को विदेश भेज देता है. समीर के वहां पहुंचने से पहले ही नरगिस चौधरी का अपहरण हो जाता है. समीर चौधरी वहां पहुंचकर जब अपनी पत्नी को ढूंढने लगता है को पता चलता है कि नरगिस को जबरदस्ती जिस्मफरोशी के धंधे में उतार दिया गया है. इसके बाद तो समीर पागल हो जाता है और अपराध की दुनिया को अकेला ही खत्म करने की कोशिश करता है. इस काम में अन्नु कपूर और शिव पंडित के साथ ही आहाना कुमरा भी उसकी मदद करते हैं. क्या समीर नरगिस को बचा पाता है और इस फ़िल्म का अंजाम क्या होगा, वह 14 अगस्त को खुदा हाफिज देखने के बाद ही पता चलेगा, लेकिन जिस तरह से ट्रेलर दिखा है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह फ़िल्म वाकई कुछ खास होने वाली है. खुद विद्युत जामवाल ने कहा है कि खुदा हाफिज उनके करियर की सबसे खास फ़िल्म है, जिसमें दर्शकों को उनका अगल रूप देखने को मिलेगा.
विद्युत जामवाल की फ़िल्म खुदा हाफिज का ऐक्शन पैक्ड ट्रेलर रिलीज हो गया है. खुदा हाफिज डिज्नी हॉटस्टार पर 14 अगस्त को रिलीज होने वाली है. खुदा हाफिज में विद्युत के साथ शिवालीका ओबेरॉय, अन्नु कपूर, शिव पंडित, आहाना कुमरा, विपीन शर्मा और आराध्या मान प्रमुख भूमिका में है. इस फ़िल्म का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि पहली बार खुदा हाफिज में विद्युत जामवाल पर्दे पर रोमांस करते दिखेंगे. इससे पहले उनकी जितनी भी फ़िल्म आई हैं, उनमें वह ऐक्शन करते दिखे थे. अब विद्युत जामवाल पर्दे पर शिवालीका ओबेरॉय के साथ रोमांस करते नजर आएंगे और इसी के साथ सच्ची घटनाओं पर आधारित फारुक कबीर की फ़िल्म खुदा हाफिज में दर्शकों को ऐक्शन, थ्रिलर और रोमांस का कॉकटेल मिलेगा. विद्युत जामवाल की एक और फ़िल्म यारा इसी महीने जी5 पर रिलीज हो रही है. इसके बाद अगले महीने खुदा हाफिज में विद्युत जामवाल ऐक्शन करते नजर आएंगे.
डायरेक्टर फारुक कबीर द्वारा लिखी फ़िल्म खुदा हाफिज लखनऊ के एक कपल समीर चौधरी और नरगिस चौधरी की कहानी है. साल 2008 की आर्थिक मंदी में नौकरी खो चुके समीर को मिडल ईस्ट एशिया के एक देश से नौकरी का ऑफर आता है. वह किसी काम में फंस जाता है तो पहले पत्नी को विदेश भेज देता है. समीर के वहां पहुंचने से पहले ही नरगिस चौधरी का अपहरण हो जाता है. समीर चौधरी वहां पहुंचकर जब अपनी पत्नी को ढूंढने लगता है को पता चलता है कि नरगिस को जबरदस्ती जिस्मफरोशी के धंधे में उतार दिया गया है. इसके बाद तो समीर पागल हो जाता है और अपराध की दुनिया को अकेला ही खत्म करने की कोशिश करता है. इस काम में अन्नु कपूर और शिव पंडित के साथ ही आहाना कुमरा भी उसकी मदद करते हैं. क्या समीर नरगिस को बचा पाता है और इस फ़िल्म का अंजाम क्या होगा, वह 14 अगस्त को खुदा हाफिज देखने के बाद ही पता चलेगा, लेकिन जिस तरह से ट्रेलर दिखा है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह फ़िल्म वाकई कुछ खास होने वाली है. खुद विद्युत जामवाल ने कहा है कि खुदा हाफिज उनके करियर की सबसे खास फ़िल्म है, जिसमें दर्शकों को उनका अगल रूप देखने को मिलेगा.
सेक्स स्लेव और ह्यूमन ट्रैफिकिंग की कहानी
ह्यूमन ट्रैफिकिंग या जबरदस्ती सेक्स स्लेव बनाने की वारदातें दुनियाभर में हो रही हैं. खासकर साउथ अमेरिका और मिडल ईस्ट के देशों में यह धंधा काफी फैला हुआ है, जहां कम उम्र की बच्चियों से लेकर एशियाई मूल की औरतों से जबरन देह व्यापार कराया जाता है. 2 साल पहले बनी हिंदी फिल्म लव सोनिया भी इन्हीं घटनाओं पर आधारित थी. इससे पहले हॉलीवुड में कई ऐसी फिल्में बनी हैं, जिनमें ह्यूमन ट्रैफिकिंग की शिकार लड़कियों या महिलाओं को जबरदस्ती बेचने या उनसे देह व्यापार कराने के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया है. साल 2008 में आई फिल्म Taken के साथ ही Human Trafficking और Not for Sale जैसी फिल्में सच्ची घटनाओं पर आधारित है. भारत समेत अन्य एशियाई देशों की हजारों महिलाओं से मिडल ईस्ट एशिया के देशों में जबरन देह व्यापार कराया जाता है और आए दिन इससे जुड़ी खबरें आती रहती हैं.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.