अन्नपूर्णा घोष के निर्देशन में अभिषेक बच्चन स्टारर क्राइम थ्रिलर "बॉब बिस्वास" जी 5 पर आज से स्ट्रीम है. इस साल बॉलीवुड की यह तीसरी क्राइम थ्रिलर ड्रामा है. बॉब बिस्वास से पहले जिम्मी शेरगिल की कॉलर बॉम्ब और अमिताभ बच्चन-इमरान हाशमी की चेहरे थ्रिलर मूवीज ही थीं. मगर दोनों फ़िल्में दर्शकों पर प्रभाव जमाने में नाकाम रहीं. बॉब बिस्वास को दर्शक किस तरह लेते हैं यह पता चलने में अभी वक्त लगेगा. बॉलीवुड में आमतौर पर क्राइम थ्रिलर फ़िल्में बनाने का बहुत ट्रेंड नजर नहीं आता. पहले कभी-कभार फ़िल्में आती थीं, मगर पिछले कुछ सालों से इंडस्ट्री में क्राइम, थ्रिलर और सस्पेंस को लेकर ट्रेंड बदलता नजर आ रहा है. अब दर्शकों के लिए लगातार थ्रिलर ड्रामा फ़िल्में आ रही हैं.
आइए बॉब बिस्वास से पहले उन थ्रिलर फिल्मों के बारे में जानते हैं जिन्होंने मेकिंग प्रोसेस में ही खूब चर्चाएं हासिल कीं. आखिर दर्शकों ने फिल्मों को रिलीज के बाद किस तरह लिया.
#1. दृश्यम (2015)
मलयाली फिल्म की हिंदी रीमेक में अजय देवगन और तब्बू ने मुख्य भूमिका निभाई थी. फिल्म की कहानी केबल ऑपरेटर का बिजनेस करने वाले शख्स और एक पुलिस अफसर के इर्दगिर्द है. हालात ऐसे बनते हैं कि केबल ऑपरेटर का परिवार हत्या के मामले में फंसता नजर आता है. मगर फिल्मों से प्रेरित ऑपरेटर एक ऐसी कहानी बुनता है कि पुलिस मामले में दोषी और उनके अपराध को सिद्ध ही नहीं कर पाती. ना तो लाश का ही पता लगा पाती है. वह कैसे परिवार को बचाता है- फिल्म के आख़िरी सेकंड तक यह देखने में दिलचस्पी बनी रहती है. दृश्यम जबरदस्त हिट थी.
#2. स्पेशल 26 (2013)
यह ठगों की एक टीम की कहानी है जो फर्जी सीबीआई अफसर बनकर नेताओं और...
अन्नपूर्णा घोष के निर्देशन में अभिषेक बच्चन स्टारर क्राइम थ्रिलर "बॉब बिस्वास" जी 5 पर आज से स्ट्रीम है. इस साल बॉलीवुड की यह तीसरी क्राइम थ्रिलर ड्रामा है. बॉब बिस्वास से पहले जिम्मी शेरगिल की कॉलर बॉम्ब और अमिताभ बच्चन-इमरान हाशमी की चेहरे थ्रिलर मूवीज ही थीं. मगर दोनों फ़िल्में दर्शकों पर प्रभाव जमाने में नाकाम रहीं. बॉब बिस्वास को दर्शक किस तरह लेते हैं यह पता चलने में अभी वक्त लगेगा. बॉलीवुड में आमतौर पर क्राइम थ्रिलर फ़िल्में बनाने का बहुत ट्रेंड नजर नहीं आता. पहले कभी-कभार फ़िल्में आती थीं, मगर पिछले कुछ सालों से इंडस्ट्री में क्राइम, थ्रिलर और सस्पेंस को लेकर ट्रेंड बदलता नजर आ रहा है. अब दर्शकों के लिए लगातार थ्रिलर ड्रामा फ़िल्में आ रही हैं.
आइए बॉब बिस्वास से पहले उन थ्रिलर फिल्मों के बारे में जानते हैं जिन्होंने मेकिंग प्रोसेस में ही खूब चर्चाएं हासिल कीं. आखिर दर्शकों ने फिल्मों को रिलीज के बाद किस तरह लिया.
#1. दृश्यम (2015)
मलयाली फिल्म की हिंदी रीमेक में अजय देवगन और तब्बू ने मुख्य भूमिका निभाई थी. फिल्म की कहानी केबल ऑपरेटर का बिजनेस करने वाले शख्स और एक पुलिस अफसर के इर्दगिर्द है. हालात ऐसे बनते हैं कि केबल ऑपरेटर का परिवार हत्या के मामले में फंसता नजर आता है. मगर फिल्मों से प्रेरित ऑपरेटर एक ऐसी कहानी बुनता है कि पुलिस मामले में दोषी और उनके अपराध को सिद्ध ही नहीं कर पाती. ना तो लाश का ही पता लगा पाती है. वह कैसे परिवार को बचाता है- फिल्म के आख़िरी सेकंड तक यह देखने में दिलचस्पी बनी रहती है. दृश्यम जबरदस्त हिट थी.
#2. स्पेशल 26 (2013)
यह ठगों की एक टीम की कहानी है जो फर्जी सीबीआई अफसर बनकर नेताओं और कारोबारियों क्ले घर रेड मारती है और पैसे ऐंठकर निकल जाती है. फिल्म में अक्षय कुमार, अनुपम खेर, जिम्मी शेरगिल, दिव्या दत्ता ने बेहतरीन काम किया था. थ्रिल के मामले में यह बॉलीवुड की उम्दा फिल्मों में शुमार की जाती है.
#3. कहानी (2012)
बॉब बिस्वास की कहानी लिखने वाले सुजॉय घोष ने आज से नौ साल पहले विद्या बालन और नवाजुद्दीन सिद्दीकी को लेकर कहानी बनाई थी. फिल्म की स्टोरी एक प्रेग्नेंट महिला के इर्द-गिर्द थी जो कोलकाता में एक पुलिस अफसर की मदद से अपने पति को खोज रही है. सुजॉय के निर्देशन में ना सिर्फ विद्या और नवाज बल्कि सभी कलाकारों ने उम्दा काम किया था. दर्शकों ने भी फिल्म को हाथों हाथ लिया. इसकी वजह फिल्म में आला दर्जे का थ्रिल और सस्पेंस होना था. कहानी के क्लाइमैक्स की गिनती बॉलीवुड की सबसे बेहतरीन क्लाइमैक्स में की जाती है. फ्रेश कहानी बॉलीवुड बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी.
#4. एक हसीना थी (2003)
सैफ अली खान-उर्मिला मातोंडकर की इस कहानी में लाजवाब थ्रिल नजर आता है. एक लड़की को युवा कारोबारी से प्यार हो जाता है. वह ना चाहते हुए भी एक अपराध में शामिल होती है और फिर उसे जेल जाना पड़ता है. जेल जाने तक वह प्रेमी के झांसे को समझ लेती है. लंबा वक्त जेल में गुजारने के बाद जब वह वापस आती है तो बदले के लिए क्या-क्या करती है- उसे देखना रौंगटे खड़े करने वाला है. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कामयाब थी.
#5. गुप्त (1997)
यह कहानी एक ऐसे युवा की है जो सौतेले पिता की हत्या के मामले में फंस जाता है. यहां तक कि उसके कई अपने लोग भी बेगुनाही पर भरोसा नहीं करते हैं. हालांकि जो कहानी दिखती है उसके अंदर जबरदस्त सस्पेंस हैं. जैसे-जैसे सस्पेंस से पर्दा उठता जाता है दर्शक हैरान होते रहते हैं. गुप्त में बॉबी देओल, काजोल और मनीषा कोइराला ने उम्दा अभिनय किया था. फिल्म हिट थी.
इन फिल्मों के अलावा अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी उगली (2013), मनोज कुमार-महमूद-नंदा स्टारर गुमनाम (1965), अशोक कुमार की क्लासिक महल (1949) और पंकज कपूर, अनू कपूर की एक रुका हुआ फैसला (1986) बॉलीवुड की देखने लायक थ्रिलर फ़िल्में हैं.
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