लगता है कि एक पर एक फ्लॉप फ़िल्में देने के बाद अक्षय कुमार पूरी तरह से अपनी इमेज बदलने के लिए कमर कस चुके हैं. उनकी आने वाली फ़िल्में तो शायद इसी बात का इशारा करती दिख रही हैं. असल में अक्षय रोमांटिक भूमिकाओं से बचते दिख रहे हैं. और यह एक तरह से उनके करियर में एक और बड़े यूटर्न के रूप में भी देखा जा सकता है. अक्षय की तीन फिल्मों को इस कड़ी में रखा जा सकता है. उदाहरण के लिए उनकी बड़े मियां छोटे मियां में दो-दो हीरोइनें हैं. जाह्नवी कपूर और सोनाक्षी सिन्हा. मगर इसमें से किसी को भी अक्षय के अपोजिट साइन नहीं किया गया है.
इसी तरह सी शंकरन नायर की बायोपिक जो असल में पीरियड ड्रामा है- में भी अक्षय के अपोजिट किसी एक्ट्रेस को साइन नहीं किया गया है. हालांकि नायर पर बन रही बायोपिक में अनन्या पांडे को साइन किया गया है. मगर जो रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं उसका संकेत यही है कि अनन्या फिल्म में अक्षय कुमार का लव इंटरेस्ट नहीं हैं. बल्कि उनकी भूमिका अक्षय की शिष्या के रूप में है. पंकज त्रिपाठी के साथ एक और फिल्म OMG 2 में भी अक्षय के अपोजिट कोई हीरोइन नहीं है. यह फिल्म भी पाइप लाइन में हैं.
अक्षय पहले भी कई बार भूमिकाएं बदल चुके हैं
OMG के पहले पार्ट में भी अक्षय कुमार ने भगवान कृष्ण की भूमिका निभाई थी. उनकी भूमिका ही कुछ इस तरह बुनी गई थी कि एक्टर के ओजित किसी हीरोइन की जरूरत नहीं थी. तीन फिल्मों के उदाहरण से साफ़ समझ में आ रहा कि अक्षय अपने करियर में एक बार फिर बड़ा यूटर्न लेने जा रहे हैं. वे अपनी फ़िल्मी इमेज बदलने को आतुर हैं. शायद रोमांटिक इमेज में नहीं जाना चाहते. असल में बॉलीवुड के खिलाफ जो निगेटिव कैम्पेन चला है उसमें एक बड़ा सवाल यह भी है कि हिंदी सिनेमा के कई उम्रदराज एक्टर जबरदस्ती रोमांटिक भूमिकाएं कर...
लगता है कि एक पर एक फ्लॉप फ़िल्में देने के बाद अक्षय कुमार पूरी तरह से अपनी इमेज बदलने के लिए कमर कस चुके हैं. उनकी आने वाली फ़िल्में तो शायद इसी बात का इशारा करती दिख रही हैं. असल में अक्षय रोमांटिक भूमिकाओं से बचते दिख रहे हैं. और यह एक तरह से उनके करियर में एक और बड़े यूटर्न के रूप में भी देखा जा सकता है. अक्षय की तीन फिल्मों को इस कड़ी में रखा जा सकता है. उदाहरण के लिए उनकी बड़े मियां छोटे मियां में दो-दो हीरोइनें हैं. जाह्नवी कपूर और सोनाक्षी सिन्हा. मगर इसमें से किसी को भी अक्षय के अपोजिट साइन नहीं किया गया है.
इसी तरह सी शंकरन नायर की बायोपिक जो असल में पीरियड ड्रामा है- में भी अक्षय के अपोजिट किसी एक्ट्रेस को साइन नहीं किया गया है. हालांकि नायर पर बन रही बायोपिक में अनन्या पांडे को साइन किया गया है. मगर जो रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं उसका संकेत यही है कि अनन्या फिल्म में अक्षय कुमार का लव इंटरेस्ट नहीं हैं. बल्कि उनकी भूमिका अक्षय की शिष्या के रूप में है. पंकज त्रिपाठी के साथ एक और फिल्म OMG 2 में भी अक्षय के अपोजिट कोई हीरोइन नहीं है. यह फिल्म भी पाइप लाइन में हैं.
अक्षय पहले भी कई बार भूमिकाएं बदल चुके हैं
OMG के पहले पार्ट में भी अक्षय कुमार ने भगवान कृष्ण की भूमिका निभाई थी. उनकी भूमिका ही कुछ इस तरह बुनी गई थी कि एक्टर के ओजित किसी हीरोइन की जरूरत नहीं थी. तीन फिल्मों के उदाहरण से साफ़ समझ में आ रहा कि अक्षय अपने करियर में एक बार फिर बड़ा यूटर्न लेने जा रहे हैं. वे अपनी फ़िल्मी इमेज बदलने को आतुर हैं. शायद रोमांटिक इमेज में नहीं जाना चाहते. असल में बॉलीवुड के खिलाफ जो निगेटिव कैम्पेन चला है उसमें एक बड़ा सवाल यह भी है कि हिंदी सिनेमा के कई उम्रदराज एक्टर जबरदस्ती रोमांटिक भूमिकाएं कर रहे हैं. या फिर ऐसी भूमिकाएं कर रहे हैं जो उनपर शूट नहीं करता.
सलमान खान, शाहरुख खान, आमिर खान और अक्षय कुमार जैसे बड़े एक्टर उनके निशाने पर हैं. दर्शकों की राय में अक्षय के किरदार तमाम फिल्मों में जबरदस्ती वाले नजर आए. खासकर यशराज फिल्म्स की 'सम्राट पृथ्वीराज' के वक्त तो खूब आलोचना हुई. लोगों ने हैरानी जताई कि पृथ्वीराज चौहान युवा थे बावजूद उनकी भूमिका के लिए अक्षय की कास्टिंग हुई जो किसी लिहाज से बेहतर नहीं थी. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई थी. सम्राट पृथ्वीराज के अलावा अक्षय की बच्चन पांडे, रक्षाबंधन, रामसेतु और कटपुतली भी फ्लॉप हो गई थी. कटपुतली सिनेमाघरों की बजाए ओटीटी पर रिलीज हुई थी. अक्षय बॉलीवुड के इकलौते एक्टर हैं जो अबतक कई बार भूमिकाएं बदल चुके हैं. वे इकलौते अभिनेता नजर आ रहे हैं जो किसी छवि में नजर नहीं आते.
वैसे अक्षय की फिल्मों में रोमांस नाममात्र का दिखा है
वैसे अक्षय कुमार का करियर देखें तो उनकी रोमांटिक इमेज तो नजर नहीं आती. हां, उन्होंने एक्शन स्टार के रूप में जरूर शुरुआत की थी. एक्शन उनकी यूएसपी थी और उसमें रोमांस का तड़का होता था. बाद में उन्होंने रोमांटिक कॉमेडी फिल्मों का रुख किया. इन फिल्मों में भी कॉमेडी यूएसपी थी जिसमें रोमांस का छौंका नजर आता है. फिर एक्टर ने देशभक्ति फिल्मों का रुख किया. इनमें भी रोमांस नाम मात्र के बराबर है. सोशल इमेज पर बनी फ़िल्में भी हैं जहां रोमांस नाम भर के लिए नजर आता है. मगर अब साफ़ लग रहा कि 55 साल के अक्षय कुमार फिल्मों में नाम मात्र का रोमांस करने से भी परहेज करते दिख रहे हैं.
यह एक्टर की रणनीति भी हो सकती है जो एक तरह से बतौर अभिनेता उनकी लंबी योजना का संकेत तो देती है. साफ़ है कि तमाम फ्लॉप के बावजूद अक्षय हार मानते नहीं दिख रहे और भविष्य की योजनाओं के लिए कमर कसते नजर आ रहे हैं. ऐसी फ़िल्में जिसमें अक्षय की भूमिकाएं उनकी पर्सनालिटी से मैच करती हों.
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