संजय दत्त की जिंदगी पर बनी फिल्म संजू के सिनेमाघरों में आने से पहले ही उसकी चारों ओर चर्चा होने लगी थी. इस फिल्म का ट्रेलर ही इसका कारण था. ट्रेलर में ही जिस तरह रणबीर कपूर को संजू के अलग-अलग किरदार निभाते हुए दिखाया गया था, उसे देखकर ही लोग हैरान हो गए. जब लोग संजू देखने गए तो फिल्म के अलग-अलग पहलुओं की बातों सामने आने लगीं. किसी को फिल्म शानदार लगी तो किसी ने इसे संजय दत्त की छवि साफ करने की कोशिश करार दिया. फिल्म को जैसी प्रतिक्रियाएं मिल रही थीं, उसे देखकर यही लग रहा था कि यह फिल्म भी एवरेज है. लेकिन दो वीकेंड में ही फिल्म ने करीब 250 करोड़ रुपए की कमाई कर ली है. अब बहुत से लोग ये सोच रहे हैं कि जब फिल्म को सिर्फ एवरेज कहा जा रहा था तो उसने इतनी बड़ी कमाई कैसे कर ली? आखिर कैसे इस फिल्म ने महज 10 दिनों में 10 रिकॉर्ड बना डाले? लोग ये नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर इस फिल्म में ऐसा क्या है कि इतने सारे लोग इसे देखने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं इसी सवाल का जवाब.
आखिर लोग क्यों देख रहे हैं ये फिल्म?
फिल्म के शुरुआती 15-20 मिनटों तक को रणबीर कपूर आपको संजय दत्त की एक्टिंग करते दिखेंगे, लेकिन देखते ही देखते रणबीर कपूर जैसे गायब से हो जाते हैं और आंखों के सामने संजय दत्त ही एक्टिंग करते से नजर आते हैं. यूं तो अधिकतर मीडिया संस्थानों और आम लोगों ने फिल्म में रणबीर कपूर की शानदार एक्टिंग के लिए फिल्म की तारीफ की है, लेकिन इस फिल्म में इससे आगे बढ़कर भी बहुत कुछ ऐसा है, जिसके लिए लोग इसे देखने पहुंचे.
- दैनिक भास्कर के अनुसार जिस तरह का शानदार रोल रणबीर कपूर ने एक ड्रग एडिक्ट का किया है, उसे देखकर तो लोगों ने रोंगटे खड़े हो जाते हैं.
- संजय दत्त की मां नरगिस दत्त के रोल में मनीषा कोइराला को देखकर यह समझ ही...
संजय दत्त की जिंदगी पर बनी फिल्म संजू के सिनेमाघरों में आने से पहले ही उसकी चारों ओर चर्चा होने लगी थी. इस फिल्म का ट्रेलर ही इसका कारण था. ट्रेलर में ही जिस तरह रणबीर कपूर को संजू के अलग-अलग किरदार निभाते हुए दिखाया गया था, उसे देखकर ही लोग हैरान हो गए. जब लोग संजू देखने गए तो फिल्म के अलग-अलग पहलुओं की बातों सामने आने लगीं. किसी को फिल्म शानदार लगी तो किसी ने इसे संजय दत्त की छवि साफ करने की कोशिश करार दिया. फिल्म को जैसी प्रतिक्रियाएं मिल रही थीं, उसे देखकर यही लग रहा था कि यह फिल्म भी एवरेज है. लेकिन दो वीकेंड में ही फिल्म ने करीब 250 करोड़ रुपए की कमाई कर ली है. अब बहुत से लोग ये सोच रहे हैं कि जब फिल्म को सिर्फ एवरेज कहा जा रहा था तो उसने इतनी बड़ी कमाई कैसे कर ली? आखिर कैसे इस फिल्म ने महज 10 दिनों में 10 रिकॉर्ड बना डाले? लोग ये नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर इस फिल्म में ऐसा क्या है कि इतने सारे लोग इसे देखने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं इसी सवाल का जवाब.
आखिर लोग क्यों देख रहे हैं ये फिल्म?
फिल्म के शुरुआती 15-20 मिनटों तक को रणबीर कपूर आपको संजय दत्त की एक्टिंग करते दिखेंगे, लेकिन देखते ही देखते रणबीर कपूर जैसे गायब से हो जाते हैं और आंखों के सामने संजय दत्त ही एक्टिंग करते से नजर आते हैं. यूं तो अधिकतर मीडिया संस्थानों और आम लोगों ने फिल्म में रणबीर कपूर की शानदार एक्टिंग के लिए फिल्म की तारीफ की है, लेकिन इस फिल्म में इससे आगे बढ़कर भी बहुत कुछ ऐसा है, जिसके लिए लोग इसे देखने पहुंचे.
- दैनिक भास्कर के अनुसार जिस तरह का शानदार रोल रणबीर कपूर ने एक ड्रग एडिक्ट का किया है, उसे देखकर तो लोगों ने रोंगटे खड़े हो जाते हैं.
- संजय दत्त की मां नरगिस दत्त के रोल में मनीषा कोइराला को देखकर यह समझ ही नहीं आएगा कि वह नरगिस दत्त हैं या फिर मनीषा कोइराला. उन्हें नरगिस जैसा दिखाने के लिए मेकअप आर्टिस्ट ने बहुत मेहनत की है.
- आज तक के अनुसार संजू फिल्म में संजय दत्त की जिंदगी के ऐसे-ऐसे इमोशनल लम्हों को दिखाया गया है कि सिनेमाहॉल में बैठे लोगों की आंखें नम हो गईं. इन सबकी वजह से भी लोगों में संजय दत्त के लिए एक सहानुभूति जगी और वह फिल्म देखने सिनेमाहॉल जा पहुंचे. इंटरवल के ठीक पहले का समय इतना इमोशनल हो जाता है कि लोगों की आंखें नम दिखने लगती हैं.
10 दिन में बने 10 रिकॉर्ड
1- साल 2018 की सबसे बड़ी ओपनर, पहले ही दिन 34.75 करोड़ रुपये की कमाई.
2- रणबीर की अब तक की सबसे बड़ी ओपनर.
3- बॉलीवुड की अब तक की 5वीं सबसे बड़ी आपेनर.
4- हाइएस्ट ओपनर बॉलीवुड बायोपिक.
5- राजकुमार हिरानी की फिल्मों की फेहरिस्त में संजू सबसे बड़ी ओपनर.
6- रणबीर कपूर की 200 करोड़ क्लब में शामिल होने वाली पहली फिल्म.
7- राजकुमार हिरानी की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म.
8- रणबीर की हाइएस्ट ग्रॉसर फिल्म.
9- साल 2018 की दूसरी हाइएस्ट ग्रॉसर.
10- बॉलीवुड की अब तक की 9वीं हाइएस्ट ग्रॉसर फिल्म.
पहले बॉलीवुड एक्टर, जिसकी बायोपिक बनी
अगर बॉलीवुड अभिनेताओं को बात करें तो संजय दत्त पहली ऐसी हस्ती हैं, जिनकी बायोपिक बनी है. दरअसल, अभी तक ऐसे ही लोगों की बायोपिक बना करती थी, जो लोगों को प्रेरणा देते थे, जैसे- खिलाड़ी, क्रांतिकारी. फिल्म देखकर ये तो साफ हो जाता है कि यह फिल्म संजय दत्त की छवि साफ करने के उद्देश्य से बनी थी. जिस तरह फिल्म में संजय दत्त की जिंदगी के अलग-अलग लम्हों को दिखाया गया है, उसने संजय दत्त की छवि को साफ करने में काफी मदद भी की है. संजू पहले ही दिन सबसे अधिक कमाने वाली बायोपिक बन गई है. संजय दत्त से पहले सिर्फ एक अभिनेत्री सिल्क स्मिता की बायोपिक (डर्टी पिक्चर) बनी थी. भले ही लोगों के लिए संजय दत्त की जिंदगी एक खुली किताब की तरह है, लेकिन फिर भी बहुत से ऐसे लोग हैं, जिन्हें संजय दत्त के बारे में काफी कम पता है. लोग ये भी देखने की उत्सुकता से जा रहे हैं कि आखिर उनकी जिंदगी में कब-क्या हुआ.
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