बॉलीवुड का ऐसा कौन सा गाना है जो आखिरी बार आपकी जुबान पर चढ़ा था? ऐसा कौन सा गाना है जिसने कामयाबी के झंडे गाड़े थे? हाल फिलहाल का वह कौन सा गाना है जो आपकी फेवरेट लिस्ट में शामिल हुआ हो? वह गाना जिसने आपको दिवाना बना दिया हो. जिसे सुनकर आप झूमने पर मजबूर हो गए हों. जिस गाने को आपने बार-बार सुना हो? तो जवाब यह है कि बॉलीवुड में अब ओरिजनल गाने बनते कहां है? यहां तो रीमिक्स की भरमार है. बार-बार रीमिक्स का इस्तेमाल कर काम चला लिया जाता है.
पहले बॉलीवुड ओरिजनल गानों की वजह से जाना जाता था. फिल्मों में एक से बढ़कर एक गाने, दृश्यों के हिसाब से फिल्माये जाते थे. ये गाने ही फिल्मों की कहानी बयां करते थे मगर अब बॉलीवुड में अच्छे गानों का अकाल पड़ गया है.
बॉलीवुड में अब कोई ओरिजनल गानों पर मेहनत ही नहीं करना चाहता है. अब इस इंडस्ट्री में बढ़िया म्यूजिक सुनने को नहीं मिलता है. ना ही कोई 'यशराज' की तरह कोई रोमांटिक फिल्में बनाता है. यशराज की फिल्मों में 6,7 गाने होते थे. इंस्ट्रुमेंटल सॉन्ग म्यूजिक होता था. इन गानों पर जबरदस्त डांस होता था मगर अब ये सारी चीजें बॉलीवुड से गायब हो चुकी हैं.
अफसोस की बात यह है कि बॉलीवुड में अच्छी कोरियोग्राफी भी नहीं हो रही है. इस इंडस्ट्री में डांस के नाम पर जिमनास्टिक और कार्डियो करवाया जा रहा है. ऐसे में बॉलीवुड के लिए ऑस्कर अवार्ड जीतने का सपना भी एक सपना ही लगता है. आप खुद सोचिए कि आपने कब किसी एक्टर या एक्ट्रेस को ऐसा डांस करते देखा था कि आप सीटी बजाए बिना ना रहे हों.
जबकि साउथ में गाने फिल्मों से जुड़े हुए होते हैं. ऐसा नहीं लगता है कि किसी गाने को जबरदस्ती कहीं से भी घुसा दिया गया हो. साउथ की फिल्मों में...
बॉलीवुड का ऐसा कौन सा गाना है जो आखिरी बार आपकी जुबान पर चढ़ा था? ऐसा कौन सा गाना है जिसने कामयाबी के झंडे गाड़े थे? हाल फिलहाल का वह कौन सा गाना है जो आपकी फेवरेट लिस्ट में शामिल हुआ हो? वह गाना जिसने आपको दिवाना बना दिया हो. जिसे सुनकर आप झूमने पर मजबूर हो गए हों. जिस गाने को आपने बार-बार सुना हो? तो जवाब यह है कि बॉलीवुड में अब ओरिजनल गाने बनते कहां है? यहां तो रीमिक्स की भरमार है. बार-बार रीमिक्स का इस्तेमाल कर काम चला लिया जाता है.
पहले बॉलीवुड ओरिजनल गानों की वजह से जाना जाता था. फिल्मों में एक से बढ़कर एक गाने, दृश्यों के हिसाब से फिल्माये जाते थे. ये गाने ही फिल्मों की कहानी बयां करते थे मगर अब बॉलीवुड में अच्छे गानों का अकाल पड़ गया है.
बॉलीवुड में अब कोई ओरिजनल गानों पर मेहनत ही नहीं करना चाहता है. अब इस इंडस्ट्री में बढ़िया म्यूजिक सुनने को नहीं मिलता है. ना ही कोई 'यशराज' की तरह कोई रोमांटिक फिल्में बनाता है. यशराज की फिल्मों में 6,7 गाने होते थे. इंस्ट्रुमेंटल सॉन्ग म्यूजिक होता था. इन गानों पर जबरदस्त डांस होता था मगर अब ये सारी चीजें बॉलीवुड से गायब हो चुकी हैं.
अफसोस की बात यह है कि बॉलीवुड में अच्छी कोरियोग्राफी भी नहीं हो रही है. इस इंडस्ट्री में डांस के नाम पर जिमनास्टिक और कार्डियो करवाया जा रहा है. ऐसे में बॉलीवुड के लिए ऑस्कर अवार्ड जीतने का सपना भी एक सपना ही लगता है. आप खुद सोचिए कि आपने कब किसी एक्टर या एक्ट्रेस को ऐसा डांस करते देखा था कि आप सीटी बजाए बिना ना रहे हों.
जबकि साउथ में गाने फिल्मों से जुड़े हुए होते हैं. ऐसा नहीं लगता है कि किसी गाने को जबरदस्ती कहीं से भी घुसा दिया गया हो. साउथ की फिल्मों में म्यूजिक जान होती है. साउथ फिल्मों के गानों को ऐसे फिल्माया जाता है कि हम खुद को कनेक्ट कर पाते हैं. इन गानों के लिरिक्स, म्यूजिक इनता शानदार होता है कि हम गुनगुनाने को मजबूर हो जाते हैं.
कहने का मतलब यह है कि साउथ सिनेमा ने अभी भी अपने मूल को बचाए रखा है. तभी को एसएस राजामौली की फिल्म 'आरआरआर' के सॉन्ग 'नाटू-नाटू' ने ऑस्कर अवॉर्ड अपने नाम कर लिया है. कुछ तो बात है साउथ फिल्म इंडस्ट्री में लोग वहां की फिल्मों के दिवाने हो रहे हैं. आलम यह है कि बॉलीवुड भी साउथ को कॉपी कर रहा है.
खैर, अब देखना यही है कि नाटू-नाटू कामयाबी के बाद क्या बॉलीवुड खुद में सुधार करता है या नहीं? या फिर गानों के रिमिक्स बनाकर काम चलाता है? इस बारे में आपकी राय क्या है?
यह वीडियो आपको झूमने पर मजबूर कर देगा-
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