बॉलीवुड में रीमेक फिल्मों को हमेशा हिंट फंडा माना गया है. यही वजह है कि हर साल बड़ी संख्या में रीमेक फिल्मों का निर्माण किया जाता है. ज्यादातर रीमेक फिल्में साउथ सिनेमा और हॉलीवुड फिल्मों से बनाई जाती है. बड़ी संख्या में रीमेक फिल्मों के निर्माण की सबसे बड़ी वजह इनकी अपनी मूल भाषा में मिली सफलता होती है. बॉलीवुड के फिल्म मेकर्स को बिना मेहनत किए, एक टेस्टेड ओके ऐसी कहानी मिल जाती है, जिसकी सफलता पर कोई शक नहीं होता है. इन फिल्मों में साउथ सिनेमा या हॉलीवुड के बड़े सुपरस्टार के काम करने की वजह से बॉलीवुड के बड़े कलाकार भी अभिनय करने के लिए मान जाते हैं. पिछले एक दशक से अक्षय कुमार, सलमान खान और शाहरुख खान जैसे सुपरस्टार ने ज्यादातर रीमेक फिल्मों में ही काम किया है. बॉलीवुड में धर्मा और यशराज फिल्म्स जैसे बड़े प्रोडक्शन के लिए रीमेक फिल्में बिजनेस के लिहाज से हमेशा फायदे का सौदा रही हैं.
इस साल बॉलीवुड के तमाम भ्रम की तरह ये भ्रम भी टूट गया कि रीमेक फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफलत ही होंगी. इस साल रिलीज हुई तमाम रीमके फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर पानी तक नहीं मांगा है. जिन फिल्मों को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया, वहां भी दर्शकों का टोटा रहा है. लोगों ने रीमेक फिल्मों को सिरे से नकार दिया है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह ये है कि पहले की तरह अब सिनेमा की कोई बाउंड्री नहीं है. पहले सिनेमा सीमाओं में बंधा हुआ था. हर भाषा भाषियों के लिए अपनी फिल्म इंडस्ट्री है. वहां का सिनेमा वहीं के लोग देखते हैं. लेकिन अब पैन इंडिया फिल्मों और ओटीटी के जमाने में भाषा कोई बाध्यता नहीं है. अब साउथ की फिल्में पहले ही हिंदी, तमिल और तेलुगू सहित कई भाषाओं में बना दी जाती हैं. जो नहीं बनती हैं, उनका हिंदी डब ओटीटी या यूट्यूब पर मौजूद होता है. कई फिल्मों को तो लोग सब्सटाइटल्स के सहारे ही देख लेते हैं.
हालांकि, इस साल रिलीज हुई अजय देवगन और तब्बू की फिल्म 'दृश्यम 2' ने रीमेक होने के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर शानदार कारोबार किया है. महज 50 करोड़ रुपए में बनी इस...
बॉलीवुड में रीमेक फिल्मों को हमेशा हिंट फंडा माना गया है. यही वजह है कि हर साल बड़ी संख्या में रीमेक फिल्मों का निर्माण किया जाता है. ज्यादातर रीमेक फिल्में साउथ सिनेमा और हॉलीवुड फिल्मों से बनाई जाती है. बड़ी संख्या में रीमेक फिल्मों के निर्माण की सबसे बड़ी वजह इनकी अपनी मूल भाषा में मिली सफलता होती है. बॉलीवुड के फिल्म मेकर्स को बिना मेहनत किए, एक टेस्टेड ओके ऐसी कहानी मिल जाती है, जिसकी सफलता पर कोई शक नहीं होता है. इन फिल्मों में साउथ सिनेमा या हॉलीवुड के बड़े सुपरस्टार के काम करने की वजह से बॉलीवुड के बड़े कलाकार भी अभिनय करने के लिए मान जाते हैं. पिछले एक दशक से अक्षय कुमार, सलमान खान और शाहरुख खान जैसे सुपरस्टार ने ज्यादातर रीमेक फिल्मों में ही काम किया है. बॉलीवुड में धर्मा और यशराज फिल्म्स जैसे बड़े प्रोडक्शन के लिए रीमेक फिल्में बिजनेस के लिहाज से हमेशा फायदे का सौदा रही हैं.
इस साल बॉलीवुड के तमाम भ्रम की तरह ये भ्रम भी टूट गया कि रीमेक फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफलत ही होंगी. इस साल रिलीज हुई तमाम रीमके फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर पानी तक नहीं मांगा है. जिन फिल्मों को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया, वहां भी दर्शकों का टोटा रहा है. लोगों ने रीमेक फिल्मों को सिरे से नकार दिया है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह ये है कि पहले की तरह अब सिनेमा की कोई बाउंड्री नहीं है. पहले सिनेमा सीमाओं में बंधा हुआ था. हर भाषा भाषियों के लिए अपनी फिल्म इंडस्ट्री है. वहां का सिनेमा वहीं के लोग देखते हैं. लेकिन अब पैन इंडिया फिल्मों और ओटीटी के जमाने में भाषा कोई बाध्यता नहीं है. अब साउथ की फिल्में पहले ही हिंदी, तमिल और तेलुगू सहित कई भाषाओं में बना दी जाती हैं. जो नहीं बनती हैं, उनका हिंदी डब ओटीटी या यूट्यूब पर मौजूद होता है. कई फिल्मों को तो लोग सब्सटाइटल्स के सहारे ही देख लेते हैं.
हालांकि, इस साल रिलीज हुई अजय देवगन और तब्बू की फिल्म 'दृश्यम 2' ने रीमेक होने के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर शानदार कारोबार किया है. महज 50 करोड़ रुपए में बनी इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड 315 करोड़ का कारोबार कर लिया है. 'दृश्यम 2' की सफलता की सबसे बड़ी वजह रीमेक होने के बावजूद इसका अलग ट्रीटमेंट है. फिल्म 'दृश्यम 2' की कहानी मेकर्स के पास पहले से मौजूद थी, उसके बावजूद इसे हिंदी दर्शकों के टेस्ट के लिहाज से लिखने में सात महीने लग गए. इसमें ऐसे बहुत सारे बदलाव किए गए, जो कि मूल मलयालम और तेलुगू फिल्म में देखने को नहीं मिलेगा. जैसे कि अक्षय कुमार (पुलिस अफसर) और कमलेश सावंत (गायतोंडे) का किरदार अलग से शामिस किया गया है. यही प्रयोग बॉलीवुड के दूसरे मेकर्स नहीं कर पाए तो उनकी फिल्में फ्लॉप हो गई. इनमें आमिर खान, रितिक रौशन-सैफ अली खान, तापसी पन्नू और अक्षय कुमार की फिल्में शामिल हैं.
आइए इस साल फ्लॉप हुई रीमेक फिल्मों के बारे में जानते हैं...
1. हिंदी रीमेक- जर्सी
मूल फिल्म- तेलुगु स्पोर्ट्स ड्रामा जर्सी
बजट- 60 करोड़ रुपए
कलेक्शन- 20 करोड़ रुपए
तेलुगु फिल्म 'जर्सी' साल 2019 में रिलीज हुई थी. इसका हिंदी रीमेक इस साल रिलीज हुआ है. इसमें शाहिद कपूर, मृणाल ठाकुर और पंकज कपूर अहम रोल में हैं. मूल फिल्म का निर्देशन करने वाले निर्देशक गौतम तिन्ननुरी ने हिंदी रीमेक को भी निर्देशित किया है. इस फिल्म की कहानी एक प्रतिभाशाली लेकिन असफल क्रिकेटर के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने बेटे के लिए अपने तीसवें दशक के अंत में क्रिकेट खेलने के लिए वापस जाता है. 25 करोड़ रुपए की लागत में बने 'जर्सी' के तेलुगू वर्जन ने 51 करोड़ रुपए की कमाई की थी.
2. हिंदी रीमेक- बच्चन पांडे
मूल फिल्म- तमिल एक्शन कॉमेडी जिगरठंडा
बजट- 180 करोड़ रुपए
कलेक्शन- 50 करोड़ रुपए
अक्षय कुमार, कृति सैनन और अरशद वारसी की फिल्म 'बच्चन पांडे' तमिल एक्शन कॉमेडी 'जिगरठंडा' का हिंदी रीमेक है. साल 2014 में रिलीज हुई इस तमिल फिल्म की लागत 10 करोड़ रुपए थी, जबकि इसका बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 46 करोड़ रुपए था. इस तरह तमिल वर्जन ने लागत से चार गुना कमाई की थी. वहीं हिंदी रीमेक का निर्माण 180 करोड़ रुपए के बजट में किया गया. बहुत जोर-शोर से प्रचार-प्रसार भी किया गया, लेकिन ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई. इसका कलेक्शन महज 50 करोड़ रुपए है.
3. हिंदी रीमेक- विक्रम वेधा
मूल फिल्म- तमिल एक्शन थ्रिलर विक्रम वेधा
बजट- 150 करोड़ रुपए
कलेक्शन- 80 करोड़ रुपए
रितिक रोशन, सैफ अली खान और राधिका आप्टे स्टारर 'विक्रम वेधा' का निर्देशन पुष्कर-गायत्री ने किया है. ये फिल्म मूल रूप से तमिल बनी थी, जिसे साल 2017 में रिलीज किया गया था. उसमें विजय सेतुपति और आर माधवन लीड रोल में हैं. 11 करोड़ रुपए की लागत में बनी तमिल थ्रिलर ने बॉक्स ऑफिस पर 60 करोड़ रुपए का कारोबार किया था. इस फिल्म की बहुत ज्यादा चर्चा थी. यही वजह है कि इसका हिंदी रीमेक बनाया गया, लेकिन लोगों ने इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई. हिंदी फिल्म बॉक्ल ऑफिस पर फ्लॉप रही है.
4. हिंदी रीमेक- निकम्मा
मूल फिल्म- तेलुगू एक्शन रोमांटिक ड्रामा मिडिल क्लास अब्बाई
बजट- 10 करोड़ रुपए
कलेक्शन- 51 लाख रुपए
शिल्पा शेट्टी और अभिमन्यु दासानी की फिल्म 'निकम्मा' तेलुगू एक्शन रोमांटिक ड्रामा 'मिडिल क्लास अब्बाई' की हिंदी रीमेक हैं. 25 करोड़ रुपए की लागत में बनी इस तेलुगू एक्शन ड्रामा ने बॉक्स ऑफिस पर 70 करोड़ रुपए का कारोबार किया था. वहीं इस फिल्म का हिंदी रीमेक 10 करोड़ रुपए में किया गया. लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इसका बहुत बुरा हश्र हुआ था. यहां तक शिल्पा शेट्टी के ग्लैमर और कई हिट गानों के रीमिक्स के बावजूद दर्शकों ने इस नहीं देखने का ही फैसला किया. ये फिल्म इस साल की डिजास्टर है.
5. हिंदी रीमेक- मिली
मूल फिल्म- सर्वाइवल थ्रिलर थ्रिलर हेलेन
बजट- 10 करोड़ रुपए
कलेक्शन- 4 करोड़ रुपए
'मिली' नेशनल अवॉर्ड विनर मलयाली फिल्म 'हेलेन' की हिंदी रीमेक है. इसका निर्देशन डायरेक्टर मथुकुट्टी जेवियर ने किया है. मुख्यत: मलयालम सिनेमा में काम करने वाले मथुकुट्टी को फिल्म 'हेलेन' के लिए 67वां नेशनल अवॉर्ड मिला था. फिल्म 'मिली' की कहानी सच्ची घटना पर आधारित है. इस सर्वाइवल थ्रिलर में जान्हवी कपूर लीड रोल में हैं. उनके अलावा सनी कौशल, मनोज पहवा, हसलीन कौर और संजय सूरी जैसे कलाकार भी अहम किरदारों में हैं. हिंदी रीमेक मलयाली फिल्म की तरह सफलता नहीं मिली है.
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