शाहरुख खान, अनुष्का शर्मा, कटरीना कैफ की फिल्म ZERO सिनेमाघरों तक पहुंच गई है और पहले ही दिन इस फिल्म का सामना बेहद खराब ZERO MOVIE REVIEWS और ऑडिएंस कमेंट्स से हुआ. सोशल मीडिया पर जहां शाहरुख खान के फैन्स ZERO की बहुत तारीफ कर रहे हैं तो कई इसे साल की सबसे खराब फिल्म मान रहे हैं. Zero box office collection prediction देखते हुए लगता है कि जीरो को रिलीज के पहले ही दिन फ्लॉप करार दे दिया गया है.
ZERO के रिव्यू इसी बात पर निर्भर करते हैं कि ऑडियंस को ये फिल्म कैसी लगी. फिल्म को लेकर कहीं भी एवरेज रिव्यू नहीं है. एक तरफ वो फैन्स हैं जिन्हें शाहरुख की फिल्म 2018 की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर लग रही है और दूसरी तरफ वो फैन्स हैं जिन्हें शाहरुख की फिल्म 2018 की सबसे बड़ी फ्लॉप लग रही है.
पर वो कौन से कारण हैं जो ZERO को एक औसत फिल्म बनाते हैं. यूजर रिव्यूज में पांच अहम बातें सामने आईं हैं जो कहती हैं कि ZERO फ्लॉप हो रही है.
1. रिव्यूज का मायाजाल-
ZERO के अधिकतर प्रोफेशनल रिव्यू इसकी बुराई ही कर रहे हैं. कई मीडिया हाउस इस फिल्म को 1 या 2 स्टार दे रहे हैं. प्रोफेश्नल्स का कहना है कि फिल्म में कहीं-कहीं कहानी कटी हुई सी लगती है. टाइम्स के रिव्यू के हिसाब से कहानी में बेहतर आइडिया हैं, लेकिन इतने सारे हैं कि वो एक साथ जेल नहीं हो पाए. लगभग हर वेबसाइट का ये कहना है कि कहानी थोड़ी फीकी पड़ गई.
2. टीवी सीरियल से ज्यादा ट्विस्ट थे जीरो में
हमेशा भारतीय टीवी सीरियलों को एक्स्ट्रा ड्रामा के लिए जाना जाता है. एक थप्पड़ भी बेहद नाटकीय ढंग से पड़ता है, कुछ ऐसा ही जीरो के लिए कहा जा रहा है. कहानी के ट्विस्ट देखिए कि एक मेरठ का लड़का जिसे अंग्रेजी ठीक से बोलनी नहीं आती है. फिल्म में उसे एक मैग्जीन को भी ठीक से पढ़ने के लिए किसी की मदद लेनी पड़ती है उसे नासा द्वारा एक एस्ट्रॉनॉट बना दिया जाता है और मंगल पर भेज दिया जाता है और वो 15 साल बाद वापस भी आ जाता है. ये क्या बात हुई?
फर्स्ट हाफ को पंसद किया जा रहा है,...
शाहरुख खान, अनुष्का शर्मा, कटरीना कैफ की फिल्म ZERO सिनेमाघरों तक पहुंच गई है और पहले ही दिन इस फिल्म का सामना बेहद खराब ZERO MOVIE REVIEWS और ऑडिएंस कमेंट्स से हुआ. सोशल मीडिया पर जहां शाहरुख खान के फैन्स ZERO की बहुत तारीफ कर रहे हैं तो कई इसे साल की सबसे खराब फिल्म मान रहे हैं. Zero box office collection prediction देखते हुए लगता है कि जीरो को रिलीज के पहले ही दिन फ्लॉप करार दे दिया गया है.
ZERO के रिव्यू इसी बात पर निर्भर करते हैं कि ऑडियंस को ये फिल्म कैसी लगी. फिल्म को लेकर कहीं भी एवरेज रिव्यू नहीं है. एक तरफ वो फैन्स हैं जिन्हें शाहरुख की फिल्म 2018 की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर लग रही है और दूसरी तरफ वो फैन्स हैं जिन्हें शाहरुख की फिल्म 2018 की सबसे बड़ी फ्लॉप लग रही है.
पर वो कौन से कारण हैं जो ZERO को एक औसत फिल्म बनाते हैं. यूजर रिव्यूज में पांच अहम बातें सामने आईं हैं जो कहती हैं कि ZERO फ्लॉप हो रही है.
1. रिव्यूज का मायाजाल-
ZERO के अधिकतर प्रोफेशनल रिव्यू इसकी बुराई ही कर रहे हैं. कई मीडिया हाउस इस फिल्म को 1 या 2 स्टार दे रहे हैं. प्रोफेश्नल्स का कहना है कि फिल्म में कहीं-कहीं कहानी कटी हुई सी लगती है. टाइम्स के रिव्यू के हिसाब से कहानी में बेहतर आइडिया हैं, लेकिन इतने सारे हैं कि वो एक साथ जेल नहीं हो पाए. लगभग हर वेबसाइट का ये कहना है कि कहानी थोड़ी फीकी पड़ गई.
2. टीवी सीरियल से ज्यादा ट्विस्ट थे जीरो में
हमेशा भारतीय टीवी सीरियलों को एक्स्ट्रा ड्रामा के लिए जाना जाता है. एक थप्पड़ भी बेहद नाटकीय ढंग से पड़ता है, कुछ ऐसा ही जीरो के लिए कहा जा रहा है. कहानी के ट्विस्ट देखिए कि एक मेरठ का लड़का जिसे अंग्रेजी ठीक से बोलनी नहीं आती है. फिल्म में उसे एक मैग्जीन को भी ठीक से पढ़ने के लिए किसी की मदद लेनी पड़ती है उसे नासा द्वारा एक एस्ट्रॉनॉट बना दिया जाता है और मंगल पर भेज दिया जाता है और वो 15 साल बाद वापस भी आ जाता है. ये क्या बात हुई?
फर्स्ट हाफ को पंसद किया जा रहा है, लेकिन सेकंड हाफ के ट्विस्ट एंड टर्न देखते हुए लगता है कि ZERO को साइंस फिक्शन बनाने की कड़ी मेहनत की गई है, लेकिन वो बन नहीं पाई है.
3. नाम बड़े दर्शन छोटे
2018 की बड़ी फिल्में सभी एक के बाद एक बॉक्स ऑफिस पर गिर गईं और जीरो के साथ भी पहले दिन के प्रिडिक्शन के बाद कुछ ऐसा ही होता नजर आ रहा है. हां, इसे पॉजिटिव रिव्यूज भी काफी मिल रहे हैं तो ये कहा जा सकता है कि ये ठग्स ऑफ हिंदोस्तान और रेस 3 से थोड़ी तो बेहत फिल्म है, लेकिन अगर इसके ब्लॉकबस्टर होने की बात की जाए तो वो नहीं है. 'स्त्री' और 'बधाई हो' जैसी फिल्मों ने कंटेंट और एक्टिंग के मामले में बेहद अच्छा रिस्पांस पाया था और ऑडियंस को ये फिल्में बेहद पसंद आई थीं. ऐसे में अगर सिर्फ बड़े नाम की बात की जाए तो जीरो फिल्म के नाम तो बड़े थे, लेकिन दर्शन छोटे. इसी के साथ, साल की तीनों बड़ी फिल्में और तीनों खान को फ्लॉप करार दिया जा सकता है.
4. कहानी का एक हिस्सा अच्छा पर दूसरे का क्या?
कहानी के फस्ट हाफ की तारीफ हो रही है. लोग कह रहे हैं कि ZERO फिल्म इंटरवल के पहले बेहद अच्छी है, लेकिन इंटरवल के बाद कहानी समझ नहीं आती. इंटरवल के पहले तिगमांशू धूलिया और जीशान अयूब कादरी का परफॉर्मेंस बेहद अच्छा है, लेकिन इंटरवल के बाद कहानी मेरठ से मार्स तक ऐसे पहुंच जाती है जैसे नासा का कोई रॉकेट. इसे हजम करने में दर्शकों को बहुत समस्या हो रही है.
5. ज्यादा उम्मीदों के कारण लग रहा है ज्यादा बुरा
जीरो के ट्रेलर को देखकर फैन्स ने काफी उम्मीदें लगा ली थीं और इस फिल्म को लेकर ऐसा माना जा रहा था कि ये शाहरुख खान की जिंदगी की एक अहम फिल्म होगी. पर अगर कोई अहम फिल्म है तो उसे पहले ही दिन अच्छे रिव्यू की बहुत जरूरत होती है. 2018 की बड़ी फिल्मों की बात की जाए चाहें वो रेस 3 रही हो, चाहें वो ठग्स ऑफ हिंदोस्तान रही हो, चाहें वो केदारनाथ रही हो या फिर अब जीरो हो ऐसी फिल्मों की शुरुआती दिन में ही बुराई दर्शकों की उम्मीदों पर पानी फेर देती है.
शाहरुख खान की फिल्म को लेकर बॉक्स ऑफिस कलेक्शन रिपोर्ट्स की बातें भी होने लगी हैं. Zero Box Office Collection को लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स दावा कर रही हैं कि शुरुआती शो अपनी पूरी ऑक्युपेंसी के हिसाब से सिर्फ 45-50% ही दर्शकों को आकर्षित कर पाए. हां, ये किसी भी फिल्म के लिए बेहतर उपलब्धि हो सकती है, लेकिन अगर बॉलीवुड के खान की बात करें तो ऐसा हर फिल्म के साथ हो सकता है. शाहरुख खान की पिछली फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' को भी शुरुआती दिन में 15.5 करोड़ का बिजनेस मिला था. जीरो से भी उम्मीद की जा रही है कि ये भी कुछ ऐसा ही बिजनेस करेगी. पर 'जब हैरी मेट सेजल' एक फ्लॉप फिल्म थी और जीरो के लिए ऐसा कलेक्शन अच्छा नहीं है.
अगर इसे 'रेस 3' और 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' की तुलना में देखें तो ये बेहद खराब रिस्पॉन्स है क्योंकि उन दोनों फिल्मों की ऑक्युपेंसी 50-55% रही थी. यानी उस मुकाबले में किंग खान पीछे रह गए हैं. हालांकि, अभी असली बॉक्स ऑफिस कलेक्शन आने बाकी हैं और उनके आने के बाद ही पता चलेगा कि Zero का पहला दिन आखिर कैसा रहा.
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