यूं कहना गलत नहीं होगा कि हम सब की जिंदगी ऑनलाइन हो चुकी है. अब घर बैठे अधिकांश काम ऑनलाइन किया जा सकता है. मसलन, फ्लिककार्ट और अमेजन जैसे ऐप से सामान मंगा सकते हैं, जोमैटो और स्वीगी जैसे ऐप से खाना मंगा सकते हैं, तो बिग बॉस्केट जैसे ऐप से घर का राशन का सामान मंगा सकते हैं. लेकिन हमने कभी सोचा है कि इन सामानों को टाइम से डिलीवरी करने वालों की स्थिति क्या होती है? वो किस हाल में हमें गर्मी, सर्दी सहते हुए बरसात में भी सामान डिलीवरी करते हैं? उनको इस काम के लिए कितना पैसा मिलता है? इन सबके बावजूद जो वो सामान लेकर हमारे घर आते हैं, तो हमारा व्यवहार उनके प्रति कैसा होता है? इन्ही सब सवालों के जवाब खोजती एक फिल्म 'ज्विगाटो' 17 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है.
फिल्म 'ज्विगाटो' का बेहद इमोशनल और आंखें खोल देने वाला ट्रेलर रिलीज किया गया है. इस फिल्म के जरिए कॉमेडियन कपिल शर्मा लंबे समय बाद एक्टिंग की दुनिया में वापसी करने जा रहे हैं. इससे पहले उनकी दो फिल्में 'किस किसको प्यार करूं' और 'फिरंगी' रिलीज हो चुकी है, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर दोनों फिल्मों को असफलता का स्वाद चखना पड़ा है. नंदिता दास के निर्देशन में बनी इस फिल्म में कपिल शर्मा के साथ सयानी गुप्ता, गुल पनाग और शाहाना गोस्वामी भी अहम भूमिका में हैं. जैसा कि ट्रेलर में देखा जा सकता है कि कपिल शर्मा एक फूड डिलीवरी ब्वॉय की भूमिका में हैं, जिसका नाम मानस है. उनकी पत्नी के किरदार का नाम प्रतीमा है, जिसकी भूमिका अभिनेत्री शाहाना गोस्वामी ने निभाई है. उनके दो बच्चे भी हैं, जिन्हें पिता की नई जॉब पसंद नहीं है.
फिल्म 'ज्विगाटो' के 2 मिनट 7 सेकेंड के ट्रेलर की शुरूआत 'ज्विगाटो' के परिचय के साथ होती है,...
यूं कहना गलत नहीं होगा कि हम सब की जिंदगी ऑनलाइन हो चुकी है. अब घर बैठे अधिकांश काम ऑनलाइन किया जा सकता है. मसलन, फ्लिककार्ट और अमेजन जैसे ऐप से सामान मंगा सकते हैं, जोमैटो और स्वीगी जैसे ऐप से खाना मंगा सकते हैं, तो बिग बॉस्केट जैसे ऐप से घर का राशन का सामान मंगा सकते हैं. लेकिन हमने कभी सोचा है कि इन सामानों को टाइम से डिलीवरी करने वालों की स्थिति क्या होती है? वो किस हाल में हमें गर्मी, सर्दी सहते हुए बरसात में भी सामान डिलीवरी करते हैं? उनको इस काम के लिए कितना पैसा मिलता है? इन सबके बावजूद जो वो सामान लेकर हमारे घर आते हैं, तो हमारा व्यवहार उनके प्रति कैसा होता है? इन्ही सब सवालों के जवाब खोजती एक फिल्म 'ज्विगाटो' 17 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है.
फिल्म 'ज्विगाटो' का बेहद इमोशनल और आंखें खोल देने वाला ट्रेलर रिलीज किया गया है. इस फिल्म के जरिए कॉमेडियन कपिल शर्मा लंबे समय बाद एक्टिंग की दुनिया में वापसी करने जा रहे हैं. इससे पहले उनकी दो फिल्में 'किस किसको प्यार करूं' और 'फिरंगी' रिलीज हो चुकी है, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर दोनों फिल्मों को असफलता का स्वाद चखना पड़ा है. नंदिता दास के निर्देशन में बनी इस फिल्म में कपिल शर्मा के साथ सयानी गुप्ता, गुल पनाग और शाहाना गोस्वामी भी अहम भूमिका में हैं. जैसा कि ट्रेलर में देखा जा सकता है कि कपिल शर्मा एक फूड डिलीवरी ब्वॉय की भूमिका में हैं, जिसका नाम मानस है. उनकी पत्नी के किरदार का नाम प्रतीमा है, जिसकी भूमिका अभिनेत्री शाहाना गोस्वामी ने निभाई है. उनके दो बच्चे भी हैं, जिन्हें पिता की नई जॉब पसंद नहीं है.
फिल्म 'ज्विगाटो' के 2 मिनट 7 सेकेंड के ट्रेलर की शुरूआत 'ज्विगाटो' के परिचय के साथ होती है, जिसमें दिखाया जाता है कि एक फूड डिलीवरी कंपनी है. फूड डिलीवरी का काम मानस (कपिल शर्मा) करता है, जो कि फ्लोर मैनेजर की नौकरी छूटने के बाद बेरोजगार था. उसकी बेटी उससे कहती है, ''पापा यदि आप कस्टमर के साथ सेल्फी लेंगे तो आपको हर डिलीवरी पर 10 रुपए एक्स्ट्रा मिलेगा.'' इस पर मानस कहता है, ''जान न पहचान हम काहें लेंगे सेल्फी?'' इन दोनों संवादों के बीच एक फूड डिलीवरी ब्वॉय के परिवार की पूरी स्थिति दिखाई दी जाती है. इसमें साधारण से घर में चारपाई पर लेटी मां, उसे दवा देती उसकी पत्नी दिखाई देती है. 24 घंटे लगातार काम करने के बावजूद पति की इतनी कमाई नहीं हो पाती है कि वो घर का खर्च चला सके, तो पत्नी काम शुरू कर देती है.
एक फूड डिलीवरी ब्वॉय का पूरा संघर्ष दिखाया गया है
इसके साथ ही ट्रेलर में एक फूड डिलीवरी ब्वॉय का पूरा संघर्ष दिखाया जाता है. कैसे उसे एक-एक डिलीवरी के लिए मेहनत करना पड़ता है. थोड़े से पैसे के लिए शहर के कोने-कोने में जाना पड़ता है. एक्स्ट्रा काम के लिए पैसे भी नहीं मिलते हैं. इन सबके बीच उसे अपने परिवार को भी समय देने का मौका नहीं मिल पाता है. उस वक्त मानसा सोचता है कि कैसे वो फैक्ट्री में 200 लोगों को आसानी से संभाल लेता था, लेकिन यहां एक ऐप उससे नहीं संभल पा रहा है. उसे लगता कि ये ऐप एक न एक दिन उसकी जान लेकर छोड़ेगा. उसकी हालत देखकर एक दिन उसकी बेटी कह उठती है, ''पापा आप कोई दूसरा काम क्यों नहीं कर लेते?'' बेटी के सवाल से हैरान मानस बस इतना कह पाता है, ''बेटी लोगों का खाना खिलाना तो पुण्य का काम होता है.'' इधर उसकी पत्नी दूसरे के घरों में काम करती है.
पहली बार कॉमेडियन कपिल को गंभीर किरदार में देखेंगे
''जो मजदूर है, वो मजबूर है''...मानस एक जगह एक स्लोगन पढ़ता है तो कहता है, ''या फिर जो मजबूर है, इसलिए वो मजदूर है.'' यानी कि हर कोई मजबूरी में मजदूरी करता है. इन दो शब्दों में जो भाव छिपा है, शायद वही इस फिल्म की आत्मा है. इसे नंदिता दास जैसी संवेदनशील फिल्म मेकर ने बनाया है. इसी से समझा जा सकता है कि फिल्म की गहराई बहुत ज्यादा होगी. इसमें छिपे संदेश जिसकी एक झलक ट्रेलर में दिखी है, उसे व्यापक स्तर पर फिल्म में देखा जा सकता है. कपिल शर्मा को अभी तक कॉमेडी करते हुए देखा गया है. पहली बार उनको एक गंभीर किरदार करते हुए देखा जाएगा. ये अलग सवाल है कि लोग उनके इस तरह के किरदार में कितना पसंद करेंगे, लेकिन पहली झलक में वो भावुक कर जाते हैं. इसे देखकर कहा जा सकता है कि वो एक बेहतरीन अभिनेता भी हैं.
इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में फिल्म की जमकर तारीफ
इसकी रिलीज से पहले ही कई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जा चुका है. पिछले साल सितंबर में आयोजित 47वें टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में इसका वर्ल्ड प्रीमियर हुआ था. इसके बाद 27वें बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में एशियन प्रीमियर हुआ था. इसको इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ केरला (आईएफएफके) में भी दिखाया जा चुका है. हर तरफ फिल्म की तारीफ हुई है. फिल्म मेकर अनुराग कश्यप ने 'द कपिल शर्मा शो' में बताया था कि टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में 'ज्विगाटो' को देखने के बाद उनकी आंखों से आंसू आ गए थे. उन्होंने जब इस फिल्म के हीरो कपिल शर्मा का नाम सुना तो लगा कि इसमें कॉमेडी होगी, लेकिन फिल्म देखने के बाद उनका विचार बदल गया. अब 17 मार्च के बाद फिल्म दर्शकों के बीच आ रही है. फिर उनकी प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी.
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