इस बार यूनियन बजट में जेटली जी ने बहुत कुछ बोला और किसानों, गरीबों के लिए कई तरह की घोषणाएं कीं. लेकिन यहां भी असली असर जो पड़ा वो मिडिल क्लास की जेब पर पड़ा. वैसे तो कहा गया था कि बजट में कुछ भी महंगा सस्ता नहीं हो सकता क्योंकि इनडायरेक्ट टैक्स की जगह जीएसटी लागू हो गया है तो फिर कीमतों में जो भी बदलाव होगा वो जीएसटी काउंसिल करेगी. लेकिन फिर भी कुछ चीजों पर कस्टम ड्यूटी लगाई जाती है उन चीजों को भूल गए थे लोग.
कस्टम ड्यूटी के कारण बढ़ी महंगाई...
दरअसल, कई वस्तुएं जो इम्पोर्ट की जाती हैं उनपर कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी गई है जिसके कारण वो वस्तुएं महंगी हो गई हैं. हालांकि, कुछ ऐसी भी हैं जिनका दाम घटा दिया गया है और वो सस्ती हो गई हैं.
क्या हुआ है सस्ता?
सबसे पहले सस्ते की ही बात कर लेते हैं. इस लिस्ट में बहुत कम चीजें हैं जैसे...
1. कच्चे काजू सस्ते हो गए हैं. 2. सोलर टेमपर्ड ग्लास, वो जो सोलर पैनल बनाने में इस्तेमाल किए जाते हैं. वो सस्ते हो गए हैं. 3. कच्चा माल, पुर्जे या एक्सेसरीज जो cochlear implant बनाने के काम आते हैं.
क्या होता है cochlear implant
cochlear implant एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल डिवाइस होता है जो कान का अंदरूनी हिस्सा अगर डैमेज हो गया है तो उसे रिप्लेस कर देता है. हियरिंग एड से परे जो साउंड को बहुत ज्यादा बढ़ा देते हैं. cochlear implant असल में अंदरूनी कान का काम करता है जो दिमाग तक साउंड सिग्नल पहुंचाते हैं.
4. कैपिटल गुड्स और इलैक्ट्रॉनिक्स जैसे बॉल स्क्रू और लीनियर मोशन गाइड.
क्या हुआ है महंगा?
अब बात करते हैं महंगे सामान की. आखिर क्या चीजें हैं जो महंगी हुई हैं? आम आदमी की जेब पर अभी भी असर पड़ने वाला है. ये सभी वो चीजें...
इस बार यूनियन बजट में जेटली जी ने बहुत कुछ बोला और किसानों, गरीबों के लिए कई तरह की घोषणाएं कीं. लेकिन यहां भी असली असर जो पड़ा वो मिडिल क्लास की जेब पर पड़ा. वैसे तो कहा गया था कि बजट में कुछ भी महंगा सस्ता नहीं हो सकता क्योंकि इनडायरेक्ट टैक्स की जगह जीएसटी लागू हो गया है तो फिर कीमतों में जो भी बदलाव होगा वो जीएसटी काउंसिल करेगी. लेकिन फिर भी कुछ चीजों पर कस्टम ड्यूटी लगाई जाती है उन चीजों को भूल गए थे लोग.
कस्टम ड्यूटी के कारण बढ़ी महंगाई...
दरअसल, कई वस्तुएं जो इम्पोर्ट की जाती हैं उनपर कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी गई है जिसके कारण वो वस्तुएं महंगी हो गई हैं. हालांकि, कुछ ऐसी भी हैं जिनका दाम घटा दिया गया है और वो सस्ती हो गई हैं.
क्या हुआ है सस्ता?
सबसे पहले सस्ते की ही बात कर लेते हैं. इस लिस्ट में बहुत कम चीजें हैं जैसे...
1. कच्चे काजू सस्ते हो गए हैं. 2. सोलर टेमपर्ड ग्लास, वो जो सोलर पैनल बनाने में इस्तेमाल किए जाते हैं. वो सस्ते हो गए हैं. 3. कच्चा माल, पुर्जे या एक्सेसरीज जो cochlear implant बनाने के काम आते हैं.
क्या होता है cochlear implant
cochlear implant एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल डिवाइस होता है जो कान का अंदरूनी हिस्सा अगर डैमेज हो गया है तो उसे रिप्लेस कर देता है. हियरिंग एड से परे जो साउंड को बहुत ज्यादा बढ़ा देते हैं. cochlear implant असल में अंदरूनी कान का काम करता है जो दिमाग तक साउंड सिग्नल पहुंचाते हैं.
4. कैपिटल गुड्स और इलैक्ट्रॉनिक्स जैसे बॉल स्क्रू और लीनियर मोशन गाइड.
क्या हुआ है महंगा?
अब बात करते हैं महंगे सामान की. आखिर क्या चीजें हैं जो महंगी हुई हैं? आम आदमी की जेब पर अभी भी असर पड़ने वाला है. ये सभी वो चीजें हैं जो इम्पोर्ट होती हैं इनमें से जो भी चीज भारत में बनी होगी उसकी कीमत पर कोई असर नहीं होगा.
- कार और मोटरसाइकल
- मोबाइल फोन
- चांदी और सोना
- सब्जियां, फ्रूट जूस (सभी जो इम्पोर्ट होते हैं.)
- सनग्लासेस
- कई सारी खाद्य सामग्री (सोया प्रोटीन को छोड़कर)
- पर्फ्यूम
- सनस्कून, सनटैन, मैनिक्योर, पैडिक्योर का सामान.
- डेंटल केयर का सामान, डेंचर फिक्स करने वाला पेस्ट, पाउडर, डेंटल फ्लॉस.
- प्री-शेव, शेविंग या आफ्टर शेव सामग्री
- डियोड्रंट, नहाने का सामान
- सेंट स्प्रे या टॉयलेट स्प्रे
- ट्रक और बस रेडियल टायर
- सिल्क फैब्रिक
- जूते
- रंगीन रत्न शामिल हैं
- हीरे
- इमिटेशन ज्वेलरी
- स्मार्टवॉच और डिवाइसेस
- LCD/ LED टीवी पैनल
- फर्नीचर
- गद्दे
- लैंप
- हाथ घड़ियां, पॉकेट घड़ियां, दीवार घड़ियां
- बच्चों की ट्राइसाइकल, स्कूटर, पेडल कार, पहियों वाले खिलौने, गुड़िया, हर तरह की पहेली वाले खिलौने.
- वीडियो गेम कंसोल
- स्पोर्ट या आउटडोर खेलों के लिए जो भी सामान है वो महंगा होगा
- सिगरेट और लाइटर
- मोमबत्ती
- पतंग
- खाने वाले तेल जैसे ऑलिव ऑयल और मूंगफल्ली का तेल.
तो कुल मिलाकर ये बजट कुछ ऐसा बना है कि भले ही इनडायरेक्ट टैक्स न हों, लेकिन फिर भी मिडिल क्लास वालों की जेब पर काफी असर पड़ेगा.
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