बचपन में आपको याद होगा, जब आप पोकर या बिजनेस का गेम खेलते थे तो उसमें नकली नोट निकलते थे. जिससे आप खेल को और मनोरंजक बनाते हैं, लेकिन जब आप एटीएम जाएं और उसमें से वही नोट निकले तो कैसा लगेगा. जी हां, दिल्ली में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एक एटीएम से नकली नोट निकले हैं. दो-दो हजार रुपए के इन नोटों पर चिल्ड्रन बैंक ऑफ इंडिया लिखा है. मोदी जी के नोटबंदी के फैसले के बाद नए नोटों में कई ऐसी गड़बड़ियां निकली थीं, जिसके बार रिजर्व बैंक ने कहा था कि कुछ नोट मिसप्रिंट हुए हैं, ऐसे में दोनों तरह के नोट मार्केट में चल सकते हैं. अब एटीएम से चूरन नोट निकले हैं तो क्या अब ये चूरन नोट भी मार्केट में चल सकेंगे?
चूरन नोट एटीएम से निकलने के बाद अब लगने लगा है कि हम जो खून पसीना एक करके जो महनत की कमाई की कमाई करते हैं उसमें एटीएम भी पानी फेर सकता है. 8 नवंबर को सरकार द्वारा लिए गये नोटबंदी के फ़ैसले के बाद से आम जनता की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कभी न्यूज चैनल पर नकली नोटों की धर पकड़ तो अब एटीएम से निकले नकली नोट की खबर सामने आ रही हैं. आम आदमी के लिए नोट निकालने अब कोई जंग से कम नहीं है.
ऐसा पहला मामला
एटीएम से ‘चिल्ड्रेन बैंक ऑफ इंडिया’ के नाम से छपे नोट निकलने का यह पहला मामला है. पुलिस के अनुसार युवक द्वारा जो नोट जमा किए गए हैं उन पर चूरन लेबल लिखा है. घटना सामने आने के बाद पुलिसवालों को ये मामला फर्जी लगा जब पुलिसकर्मियों ने उसी एटीएम से पैसे निकाले तो उनकी भी आंखे फटी की फटी रह गईं. उसके बाद मामले की जांच शुरू की गई. ताज्जुब तो तब हुआ जब गांधी जी की तस्वीर के पास लिखा हुआ था कि 'मैं धारक को दो हजार कूपन अदा करने का वचन देता हूं'. अब देखिए असली नोट और...
बचपन में आपको याद होगा, जब आप पोकर या बिजनेस का गेम खेलते थे तो उसमें नकली नोट निकलते थे. जिससे आप खेल को और मनोरंजक बनाते हैं, लेकिन जब आप एटीएम जाएं और उसमें से वही नोट निकले तो कैसा लगेगा. जी हां, दिल्ली में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एक एटीएम से नकली नोट निकले हैं. दो-दो हजार रुपए के इन नोटों पर चिल्ड्रन बैंक ऑफ इंडिया लिखा है. मोदी जी के नोटबंदी के फैसले के बाद नए नोटों में कई ऐसी गड़बड़ियां निकली थीं, जिसके बार रिजर्व बैंक ने कहा था कि कुछ नोट मिसप्रिंट हुए हैं, ऐसे में दोनों तरह के नोट मार्केट में चल सकते हैं. अब एटीएम से चूरन नोट निकले हैं तो क्या अब ये चूरन नोट भी मार्केट में चल सकेंगे?
चूरन नोट एटीएम से निकलने के बाद अब लगने लगा है कि हम जो खून पसीना एक करके जो महनत की कमाई की कमाई करते हैं उसमें एटीएम भी पानी फेर सकता है. 8 नवंबर को सरकार द्वारा लिए गये नोटबंदी के फ़ैसले के बाद से आम जनता की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कभी न्यूज चैनल पर नकली नोटों की धर पकड़ तो अब एटीएम से निकले नकली नोट की खबर सामने आ रही हैं. आम आदमी के लिए नोट निकालने अब कोई जंग से कम नहीं है.
ऐसा पहला मामला
एटीएम से ‘चिल्ड्रेन बैंक ऑफ इंडिया’ के नाम से छपे नोट निकलने का यह पहला मामला है. पुलिस के अनुसार युवक द्वारा जो नोट जमा किए गए हैं उन पर चूरन लेबल लिखा है. घटना सामने आने के बाद पुलिसवालों को ये मामला फर्जी लगा जब पुलिसकर्मियों ने उसी एटीएम से पैसे निकाले तो उनकी भी आंखे फटी की फटी रह गईं. उसके बाद मामले की जांच शुरू की गई. ताज्जुब तो तब हुआ जब गांधी जी की तस्वीर के पास लिखा हुआ था कि 'मैं धारक को दो हजार कूपन अदा करने का वचन देता हूं'. अब देखिए असली नोट और चूरन नोट में क्या है फर्क...
- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की जगह लिखा है भारतीय मनोरंजन बैंक
- असली नोट में जहां सीरियल नंबर लिखा है वहीं चूरन नोट में कई सारे शून्य
- देवनागिरी में लिखे 2000 अंक के पास रुपए का साइन नहीं
- जहां असली नोट पर फूल बने हैं वहीं चूरन नोट पर 'चूरन लेबल' लिखा है.
- आरबीआई सील की जगह P.K लिखा है.
- जहां असली नोट पर लिखा है कि 'मैं धारक को दो हजार रुपये अदा करने का वचन देता हूं' वहीं चूरन नोट पर लिखा है 'मैं धारक को दो हजार कूपन अदा करने का वचन देता हूं'
- असली नोट पर जहां गवर्नर के साइन हैं वहीं चूरन नोट पर कोई साइन नहीं.
- जहां असली नोट में अशोक प्रतीक है वहीं चूरन नोट में चूरन लेबल लिखा है.
- असली नोट पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया लिखा है वहीं चूरन नोट में चिंड्रन बैंक ऑफ इंडिया लिखा है.
- इसी के नीचे जहां असली नोट पर केंद्र सरकार की गारंटी लिखित में है वहीं चूरन में बच्चों की सरकार गारंटी दे रही है.
नकली नोट छापने में ISI का हाथ
आपको बता दें कि 8 फरवरी को मुर्शिदाबाद जिले से पुलिस ने अजीजुर रहमान (40) नाम के तस्कर को गिरफ्तार किया था, जिसके पास से 2000 रुपये के 40 नकली नोट मिले थे. रहमान ने पूछताछ में बताया कि यह नोट कथित तौर पर ISI की सहायता से पाकिस्तान में प्रिंट हुए थे, जिनकी तस्करी बांग्लादेश के बार्डर से की गई. तस्करों ने हर एक 2000 के नोट के बदले 400-600 रुपए मांगे थे. जब्त किए गए नकली नोटों की जांच कराने पर पता चला कि असली 2000 के नोट के 17 में से करीब 10 सिक्योरिटी फीचर नकल किए गए हैं.
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