अगस्त का महीना खत्म हो चुका है और सितंबर ने दस्तक दे दी है. 1 सितंबर यानी आज से 4 अहम बदलाव भी हो गए हैं, जिनका आपके जीवन पर सीधा असर पड़ेगा. यह बदलाव आपकी जेब के साथ-साथ आपकी सेहत से भी जुड़े हुए हैं. ऐसा नहीं है कि इन फैसलों को आपके जीवन पर सिर्फ अनुकूल प्रभाव पड़ेगा, या फिर सिर्फ प्रतिकूल प्रभाव होगा. कुछ फैसले आपके चेहरे पर मुस्कान लाएंगे और कुछ आपको थोड़ी टेंशन दे सकते हैं. तो चलिए जान लेते हैं इन फैसलों के बारे में.
1- मोटर इंश्योरेंस
बदलाव- नई कार या फिर दोपहिया वाहन खरीदने वालों को क्रमशः 3 साल और 5 साल का अपफ्रंट इंश्योरेंस कवर लेना अनिवार्य हो गया है. सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि इंश्योरेंस को अनिवार्य बनाने के बावजूद बहुत से लोग इसे रीन्यू नहीं कराते हैं. इसी के चलते कोर्ट ने 20 जुलाई को ये आदेश दिया था, जो 1 सितंबर से सभी पॉलिसी पर लागू हो गया है.
आप पर असर- नई गाड़ी खरीदते वक्त अब आपको अधिक कीमत चुकानी होगी, क्योंकि अभी तक तो इंश्योरेंस 1 साल का मिलता था, लेकिन अब 3 या 5 साल का मिलेगा. भले ही इस नए नियम से आपकी जेब पर थोड़ा बोझ बढ़ेगा, लेकिन हर साल इंश्योरेंस करवाने के झंझट से भी आपको मुक्ति मिल जाएगी.
2- पोस्ट पेमेंट्स बैंक की शुरुआत
बदलाव- अब पोस्ट ऑफिस को बदल कर बैंक बना दिया जाएगा. 1 सितंबर से ही इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक यानी IPPB की भी शुरुआत हो रही है. इससे देश के हर जिले में IPPB की एक ब्रांच होगी. हर गांव तक बैंकिंग सेवा पहुंचाने के लिए IPPB देशभर के 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस का इस्तेमाल करेगा. इस सेवा को 650 शाखाओं और 3,250 एक्सेस प्वाइंट्स से शुरू किया जाएगा. इसके तहत आप 1 लाख रुपए तक IPPB के अपने खाते...
अगस्त का महीना खत्म हो चुका है और सितंबर ने दस्तक दे दी है. 1 सितंबर यानी आज से 4 अहम बदलाव भी हो गए हैं, जिनका आपके जीवन पर सीधा असर पड़ेगा. यह बदलाव आपकी जेब के साथ-साथ आपकी सेहत से भी जुड़े हुए हैं. ऐसा नहीं है कि इन फैसलों को आपके जीवन पर सिर्फ अनुकूल प्रभाव पड़ेगा, या फिर सिर्फ प्रतिकूल प्रभाव होगा. कुछ फैसले आपके चेहरे पर मुस्कान लाएंगे और कुछ आपको थोड़ी टेंशन दे सकते हैं. तो चलिए जान लेते हैं इन फैसलों के बारे में.
1- मोटर इंश्योरेंस
बदलाव- नई कार या फिर दोपहिया वाहन खरीदने वालों को क्रमशः 3 साल और 5 साल का अपफ्रंट इंश्योरेंस कवर लेना अनिवार्य हो गया है. सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि इंश्योरेंस को अनिवार्य बनाने के बावजूद बहुत से लोग इसे रीन्यू नहीं कराते हैं. इसी के चलते कोर्ट ने 20 जुलाई को ये आदेश दिया था, जो 1 सितंबर से सभी पॉलिसी पर लागू हो गया है.
आप पर असर- नई गाड़ी खरीदते वक्त अब आपको अधिक कीमत चुकानी होगी, क्योंकि अभी तक तो इंश्योरेंस 1 साल का मिलता था, लेकिन अब 3 या 5 साल का मिलेगा. भले ही इस नए नियम से आपकी जेब पर थोड़ा बोझ बढ़ेगा, लेकिन हर साल इंश्योरेंस करवाने के झंझट से भी आपको मुक्ति मिल जाएगी.
2- पोस्ट पेमेंट्स बैंक की शुरुआत
बदलाव- अब पोस्ट ऑफिस को बदल कर बैंक बना दिया जाएगा. 1 सितंबर से ही इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक यानी IPPB की भी शुरुआत हो रही है. इससे देश के हर जिले में IPPB की एक ब्रांच होगी. हर गांव तक बैंकिंग सेवा पहुंचाने के लिए IPPB देशभर के 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस का इस्तेमाल करेगा. इस सेवा को 650 शाखाओं और 3,250 एक्सेस प्वाइंट्स से शुरू किया जाएगा. इसके तहत आप 1 लाख रुपए तक IPPB के अपने खाते में जमा कर सकते हैं. यहां आपके पैसों पर 4 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. लेकिन ध्यान रहे, यह बैंक न तो क्रेडिट कार्ड देगा ना ही किसी को कर्ज देगा.
आप पर असर- दूर-दराज के गांवों में के लोगों को IPPB से सबसे अधिक फायदा होगा. अक्सर गांव के लोगों को बैंक में पैसे जमा करने के लिए शहर भागना पड़ता है, जिसमें काफी समय लग जाता है. बैंकों में भी अक्सर भीड़ लगी रहती है. अगर पैसे कम होते हैं तो कई बार लोग उसे बैंक में जमा करने के बजाए घर में ही रख लेते हैं. इन दिक्कतों का समाधान करेगा IPPB. पैसा बैंक में सुरक्षित भी रहेगा और जितने दिन रहेगा, उतने दिन का ब्याज भी उस पर मिलेगा.
3- रेल यात्रा में मुफ्त इंश्योरेंस समाप्त
बदलाव- अभी तक रिजर्व टिकट लेने वालों की रेलवे की तरफ से मुफ्त में बीमा दिया जाता था, लेकिन 1 सितंबर से रेलवे ने इसे समाप्त कर दिया है. अब यात्रियों को अपने बीमा के भुगतान की राशि खुद ही देनी होगी. जब बीमा को फ्री किया गया था, उस समय रेलवे अपने यात्रियों के बीमे के लिए प्रति यात्री 92 पैसे लेते था. अब इसे समाप्त किए जाने के बाद बीमे का प्रीमियम 92 पैसे ही रहेगा या फिर कुछ बदलेगा, इस पर अभी रेलवे ने कुछ साफ नहीं किया है.
आप पर असर- अभी तक बीमा मुफ्त होता था, तो हर कोई टिकट बुक कराने के साथ-साथ बीमित हो जाता था, लेकिन अब कई लोग ऐसे भी होंगे जो बीमे का प्रीमियम 1-2 रुपए भी नहीं देना चाहेंगे और बीमे का विकल्प नहीं लेंगे. आपको बता दें कि बीमित व्यक्ति को यात्रा के दौरान मरने पर 10 लाख रुपए, अपाहिज होने पर 7.5 लाख रुपए और घायल होने पर 2 लाख रुपए तक देने का प्रावधान है.
4- तंबाकू पर 'बड़ी चेतावनी' और टोल फ्री नंबर
बदलाव- अब तंबाकू उत्पादों पर एक टोल फ्री नंबर (क्विटलाइन नंबर) 1800-11-2356 भी लिखा होगा. इस नंबर के जरिए तंबाकू का सेवन करने वाले लोग अपनी लत को छुड़ाने में मदद पा सकेंगे. उन्हें नशे की लत छोड़ने के उपाय मुफ्त में बताए जाएंगे. इसके अलावा तंबाकू उत्पादों पर उसे छोड़ने की चेतावनी वाली तस्वीर 85 फीसदी हिस्से में होगी. अप्रैल 2016 में इस बड़ी तस्वीर लगाने के नियम को दो साल के लिए लागू किया गया था, लेकिन अब इसे फिर 1 साल के लिए बढ़ा दिया गया है. इसके साथ ही 'तंबाकू दर्दनाक मौत का कारण बनता है' और 'तंबाकू से कैंसर होता है' भी लिखा होगा.
आप पर असर- जो लोग नशे के आदी हो चुके हैं, वह सरकार द्वारा जारी क्विटलाइन नंबर पर फोन कर के लत छुड़ाने के उपाय जान सकेंगे. कई बार लोग सोचते तो हैं कि नशे से दूर रहें, लेकिन रह नहीं पाते. इसी के उपाय इस टोल फ्री नंबर पर बताए जाएंगे.
ये सभी बदलाव आपके लिए जानने बेहद जरूरी हैं, क्योंकि ये आपके जीवन पर असर डालेंगे. सरकार आए दिन कोशिशें करती रहती है कि लोगों के जीवन को बेहतर बनाया जाए और उसी क्रम में ये 4 कदम भी उठाए गए हैं. इन बदलावों के बारे में जानकर आपको अंदाजा लग ही गया होगा कि आपकी जेब पर कितना असर पड़ने वाला है. वहीं जो लोग नशे की लत से छुटकारा पाना चाहते हैं, उनके लिए जारी किया गया टोल फ्री नंबर सेहत सुधारने में मदद करेगा.
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