अगर आप होम लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो अब एक अच्छा मौका सामने आ गया है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपना होम लोन इंट्रेस्ट रेट कम कर दिया है.
किन ग्राहकों को होगा फायदा?
जिन लोगों को 30 लाख तक का लोन लेना है उनके लिए ये छूट दी गई है. अब इसमें एक कंडीशन भी है. 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती सिर्फ महिलाओं के लिए ही की गई है. मतलब अगर कोई महिला एसबीआई से पहली बार होम लोन ले रही है तो उसे 8.35 प्रतिशत की ब्याज दर से लोन चुकाना होगा. पुरुषों के लिए यह दर 8.4 प्रतिशत है क्योंकि उनके लिए 20 बीपीएस घटाए गए हैं.
कितना होगा फायदा?
आसान शब्दों में समझने के लिए आपको बीपीएस यानी बेसिस प्वाइंट के बारे में जानना होगा. बीपीएस इंट्रेस्ट रेट और बाकी फाइनेंस पर्सेंटेज की गणना करने वाली यूनिट होती है. इसे आम तौर पर इंट्रेस्ट रेट बदलने के वक्त इस्तेमाल किया जाता है. 100 बीपीएस का मतलब एक पर्सेंट और अगर जनरल इंट्रेस्ट रेट 25 बीपीएस कम हुआ है तो उसका मतलब ये कि 0.25 प्रतिशत कम हुआ है.
EMI पर पड़ेगा असर?
इससे EMI पर असर पड़ेगा. मतलब, अगर 30 लाख रुपये का लोन लिया है तो 532 रुपये प्रति माह के हिसाब से EMI कम हो जाएगी.
इसके पहले भी एसबीआई का होम लोन सबसे सस्ते थे. हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (HDFC) दूसरा सबसे सस्ता होम लोन देता है जहां इंट्रेस्ट रेट 8.65 प्रतिशत है महिलाओं के लिए और 8.7 प्रतिशत है पुरुषों के लिए. इतना ही रेट ICICI बैंक का भी है.
30 लाख से ऊपर होम लोन लेने वालों के लिए...
30 लाख से ऊपर का होम लोन लेने वालों के लिए भी 10 बीपीएस तक...
अगर आप होम लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो अब एक अच्छा मौका सामने आ गया है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपना होम लोन इंट्रेस्ट रेट कम कर दिया है.
किन ग्राहकों को होगा फायदा?
जिन लोगों को 30 लाख तक का लोन लेना है उनके लिए ये छूट दी गई है. अब इसमें एक कंडीशन भी है. 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती सिर्फ महिलाओं के लिए ही की गई है. मतलब अगर कोई महिला एसबीआई से पहली बार होम लोन ले रही है तो उसे 8.35 प्रतिशत की ब्याज दर से लोन चुकाना होगा. पुरुषों के लिए यह दर 8.4 प्रतिशत है क्योंकि उनके लिए 20 बीपीएस घटाए गए हैं.
कितना होगा फायदा?
आसान शब्दों में समझने के लिए आपको बीपीएस यानी बेसिस प्वाइंट के बारे में जानना होगा. बीपीएस इंट्रेस्ट रेट और बाकी फाइनेंस पर्सेंटेज की गणना करने वाली यूनिट होती है. इसे आम तौर पर इंट्रेस्ट रेट बदलने के वक्त इस्तेमाल किया जाता है. 100 बीपीएस का मतलब एक पर्सेंट और अगर जनरल इंट्रेस्ट रेट 25 बीपीएस कम हुआ है तो उसका मतलब ये कि 0.25 प्रतिशत कम हुआ है.
EMI पर पड़ेगा असर?
इससे EMI पर असर पड़ेगा. मतलब, अगर 30 लाख रुपये का लोन लिया है तो 532 रुपये प्रति माह के हिसाब से EMI कम हो जाएगी.
इसके पहले भी एसबीआई का होम लोन सबसे सस्ते थे. हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (HDFC) दूसरा सबसे सस्ता होम लोन देता है जहां इंट्रेस्ट रेट 8.65 प्रतिशत है महिलाओं के लिए और 8.7 प्रतिशत है पुरुषों के लिए. इतना ही रेट ICICI बैंक का भी है.
30 लाख से ऊपर होम लोन लेने वालों के लिए...
30 लाख से ऊपर का होम लोन लेने वालों के लिए भी 10 बीपीएस तक की कटौती की गई है. एलिजिबल लोगों को प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत 2.57 लाख की सब्सिडी भी मिलेगी.
एसबीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर रजनीश कुमार का कहना है कि मार्केट शेयर इससे बढ़ेगा. कुछ लोन लेने वाले यूजर्स में से 45% तक 30 लाख के अंदर होते हैं.
इस साल घर खरीदने में क्यों होगा फायदा...
अगर 2017 में सभी कारणों को देखें तो इस साल घर खरीदने का सबसे अच्छा मौका है. प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत 2022 तक टार्गेट पूरे करने हैं. रिअल एस्टेट सेक्टर में नोटबंदी का त्वरित प्रभाव भी अब कम होने लगा है. इस समय बड़े बैंकों ने अपने होम लोन भी सस्ते कर दिए हैं. और अब एसबीआई का ये इम्पैक्ट भी पड़ेगा.
31 दिसंबर को पीएम मोदी ने आवास योजना में 4 प्रतिशत सब्सिडी देने की घोषणा भी कर दी थी. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक आवास योजना के मिशन डायरेक्टर अमृत अभिजात का कहना है कि कम ब्याज दर इस साल को घर खरीदने के लिए सबसे बेहतर बनाता है.
पिछले साल से लेकर इस साल तक होम लोन ब्याज दर में काफी कमी आ चुकी है. अगर आप प्रधान मंत्री आवास योजना के लिए एलिजिबल हैं तो आपको और फायदा होगा. ऐसे में 2017 घर खरीदने के लिए बेहतर साल है.
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