अमेरिका का सिलिकॉन वैली आईटी सेक्टर के मक्का के नाम से भी जाना जाता है. जिस तकनीक ने आज दुनिया को बदल कर रख दिया है, वो तकनीक यहां हर पल बनती-संवरती रहती है. कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को बे एरिया के दक्षिण हिस्से में स्थित सिलिकॉन वैली बेहद महंगी जगहों में से एक है. यह जगह कितनी महंगी है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यहां के खंडहर भी करोड़ों में बिक जाते हैं. हाल ही में सिलिकॉन वैली में स्थिति एक ऐसा घर करोड़ों में बिका है, जो करीब ढाई साल पहले बुरी तरह जल गया था.
कितने में बिका है ये घर?
कैलिफोर्निया के सैन हुसे के बर्ड अवेन्यू में स्थित प्लॉट नंबर-1375 पर बना ये घर 9.38 लाख डॉलर में बिका है. अगर इसकी कीमत भारतीय करंसी में देखी जाए तो करीब 63.14 करोड़ रुपए आती है. रीयल एस्टेट की वेबसाइट Redfin पर इसे बेचने के लिए विज्ञापन दिया गया था, जहां पर इसके लिए 6 बोलियां लगीं. घर के मालिक ने सबसे अधिक बोली लगाने वाले खरीददार को घर बेच दिया. यह घर कुल 5,800 स्वायर फुट की जमीन पर बना हुआ है.
इतना महंगा क्यों बिका ये घर?
अगर आप सोच रहे हैं कि खरीददार ने उस जले हुए घर के लिए 63 करोड़ रुपए दे दिए तो आप गलत हैं. दरअसल, यह कीमत उस घर की नहीं, बल्कि उस जमीन की है, जिस पर ये घर बना है. इसकी कीमत इतनी अधिक क्यों है इसका अदांजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि ये जमीन का टुकड़ा सिलिकॉन वैली में है. सैन हुसे डाउनटाउन में गूगल अपना नया कैंपस बनाने वाला है और इस जमीन के टुड़के की दूरी वहां से महज 10 मिनट की है. तो अब तो आप समझ ही गए होंगे कि ये जमीन का टुड़का कितनी महंगी जगह पर है. यहां आपको बता दें कि...
अमेरिका का सिलिकॉन वैली आईटी सेक्टर के मक्का के नाम से भी जाना जाता है. जिस तकनीक ने आज दुनिया को बदल कर रख दिया है, वो तकनीक यहां हर पल बनती-संवरती रहती है. कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को बे एरिया के दक्षिण हिस्से में स्थित सिलिकॉन वैली बेहद महंगी जगहों में से एक है. यह जगह कितनी महंगी है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यहां के खंडहर भी करोड़ों में बिक जाते हैं. हाल ही में सिलिकॉन वैली में स्थिति एक ऐसा घर करोड़ों में बिका है, जो करीब ढाई साल पहले बुरी तरह जल गया था.
कितने में बिका है ये घर?
कैलिफोर्निया के सैन हुसे के बर्ड अवेन्यू में स्थित प्लॉट नंबर-1375 पर बना ये घर 9.38 लाख डॉलर में बिका है. अगर इसकी कीमत भारतीय करंसी में देखी जाए तो करीब 63.14 करोड़ रुपए आती है. रीयल एस्टेट की वेबसाइट Redfin पर इसे बेचने के लिए विज्ञापन दिया गया था, जहां पर इसके लिए 6 बोलियां लगीं. घर के मालिक ने सबसे अधिक बोली लगाने वाले खरीददार को घर बेच दिया. यह घर कुल 5,800 स्वायर फुट की जमीन पर बना हुआ है.
इतना महंगा क्यों बिका ये घर?
अगर आप सोच रहे हैं कि खरीददार ने उस जले हुए घर के लिए 63 करोड़ रुपए दे दिए तो आप गलत हैं. दरअसल, यह कीमत उस घर की नहीं, बल्कि उस जमीन की है, जिस पर ये घर बना है. इसकी कीमत इतनी अधिक क्यों है इसका अदांजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि ये जमीन का टुकड़ा सिलिकॉन वैली में है. सैन हुसे डाउनटाउन में गूगल अपना नया कैंपस बनाने वाला है और इस जमीन के टुड़के की दूरी वहां से महज 10 मिनट की है. तो अब तो आप समझ ही गए होंगे कि ये जमीन का टुड़का कितनी महंगी जगह पर है. यहां आपको बता दें कि सिलिकॉन वैली में किराए के घर के लिए करीब 2300 से 2900 डॉलर प्रति महीना यानी लगभग 1.5 से 2 लाख रुपए प्रति महीना खर्च करने पड़ते हैं.
कैसे जला था ये घर?
ये बात अगस्त 2015 की है. The Mercury News के अनुसार आग की शुरुआत गैराज से हुई थी जो धीरे-धीरे पूरे घर में फैल गई. घर में रहने वाले 3 लोग और उनका कुत्ता सही सलामत घर से बाहर निकल गए थे. आग को बुझाने के लिए मौके पर फायर ब्रिगेड की 3 गाड़ियां पहुंची थीं और करीब 40 मिनट की मेहनत के बाद आग को बुझाने में कामयाबी पाई. इतनी सारी फायर ब्रिगेड पहुंचने का एक बड़ा कारण यह भी था कि लोगों को डर था कहीं आग आस-पास के घरों में ना फैल जाए. घर इतनी बुरी तरह से जल गया था कि इसके मालिक ने घर के विज्ञापन में साफ लिखा था कि ये इतनी बुरी तरह से जला है कि इसे अंदर से देखा नहीं जा सकता है. उस आग के बाद से ये घर ऐसे ही पड़ा था, जो अब बिक चुका है.
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