90 के दशक के सभी बच्चे शायद इस समय उदास होंगे! शायद इसलिए कि जरूरी नहीं जो कि हर शख्स इतना इमोशनल हो और उदास इसलिए क्योंकि बचपन से लेकर अभी तक हमारा फाइटिंग आइडॉल रहा अंडरटेकर अब रिटायर हो गया है. (कम से कम अंग्रेजी कुश्ती रेसलमेनिया के पंडित तो यही कह रहे हैं.) ये हो ही नहीं सकता कि अंडरटेकर का नाम किसी भी 90 के दशक वाले बच्चे ने ना सुना हो. 1984 का वो साल ऐतिहासिक ही कहा जाएगा जब मार्क विलियम कैलवे ने रेसलिंग की दुनिया में कदम रखा था. सचिन तेंडुलकर से भी ज्यादा बड़े करियर वाले अंडरटेकर ने अपने करियर में कई नाम रखे, लेकिन लोकप्रिय तो आखिरी नाम ही रहा.
1984 में वर्ल्ड क्लास चैंपियनशिप रेसलिंग में टेक्सस रेड नाम से एंट्री लेने वाले टेकर ने अपने करियर का पहला मैच बहुत बुरी तरह से हारा था. नियती का लिखा तो देखिए आखिरी भी हार गए. पर 33 साल के करियर में जो छाप अंडरटेकर ने छोड़ी वो शायद ही भूली जाए.
एंट्री की सुपर स्टोरी-
अंडरटेकर की एंट्री हमेशा से ही खास रही है. यकीन मानिए जब भी इस महा विनाशक फाइटर की एंट्री टीवी पर दिखाई जाती थी तब घर की तीनों पीढ़ियां टीवी पर टकटकी लगाए रहती थीं. क्लास थी भई. लेकिन इस एंट्री के पीछे एक घातक कहानी है जो सुनकर शायद आपकी रूह कांप जाए. दरअसल, अंडरटेकर की एंट्री एगमैन (Eggman) की तरह होनी थी.
WWCW ने 1990 में एक अजीबोगरीब प्लान बनाया था. सर्वाइवर सीरीज की शुरुआत के पहले WWE इवेंट्स के डिस्प्ले में एक बड़ा अंडा रखा गया था. इस अंडे से एक आदमी निकलता था जिसने टर्की की तरह कपड़े पहने होते थे. सबसे पहले ये सोचा गया था कि इस अंडे से एक सुपर स्टार को निकाला जाएगा, लेकिन इस स्टंट को पब्लिक ने नकार दिया और हमे अंडरटेकर की शानदार एंट्री मिली.
खीरे और उल्टी का दिलचस्प...
90 के दशक के सभी बच्चे शायद इस समय उदास होंगे! शायद इसलिए कि जरूरी नहीं जो कि हर शख्स इतना इमोशनल हो और उदास इसलिए क्योंकि बचपन से लेकर अभी तक हमारा फाइटिंग आइडॉल रहा अंडरटेकर अब रिटायर हो गया है. (कम से कम अंग्रेजी कुश्ती रेसलमेनिया के पंडित तो यही कह रहे हैं.) ये हो ही नहीं सकता कि अंडरटेकर का नाम किसी भी 90 के दशक वाले बच्चे ने ना सुना हो. 1984 का वो साल ऐतिहासिक ही कहा जाएगा जब मार्क विलियम कैलवे ने रेसलिंग की दुनिया में कदम रखा था. सचिन तेंडुलकर से भी ज्यादा बड़े करियर वाले अंडरटेकर ने अपने करियर में कई नाम रखे, लेकिन लोकप्रिय तो आखिरी नाम ही रहा.
1984 में वर्ल्ड क्लास चैंपियनशिप रेसलिंग में टेक्सस रेड नाम से एंट्री लेने वाले टेकर ने अपने करियर का पहला मैच बहुत बुरी तरह से हारा था. नियती का लिखा तो देखिए आखिरी भी हार गए. पर 33 साल के करियर में जो छाप अंडरटेकर ने छोड़ी वो शायद ही भूली जाए.
एंट्री की सुपर स्टोरी-
अंडरटेकर की एंट्री हमेशा से ही खास रही है. यकीन मानिए जब भी इस महा विनाशक फाइटर की एंट्री टीवी पर दिखाई जाती थी तब घर की तीनों पीढ़ियां टीवी पर टकटकी लगाए रहती थीं. क्लास थी भई. लेकिन इस एंट्री के पीछे एक घातक कहानी है जो सुनकर शायद आपकी रूह कांप जाए. दरअसल, अंडरटेकर की एंट्री एगमैन (Eggman) की तरह होनी थी.
WWCW ने 1990 में एक अजीबोगरीब प्लान बनाया था. सर्वाइवर सीरीज की शुरुआत के पहले WWE इवेंट्स के डिस्प्ले में एक बड़ा अंडा रखा गया था. इस अंडे से एक आदमी निकलता था जिसने टर्की की तरह कपड़े पहने होते थे. सबसे पहले ये सोचा गया था कि इस अंडे से एक सुपर स्टार को निकाला जाएगा, लेकिन इस स्टंट को पब्लिक ने नकार दिया और हमे अंडरटेकर की शानदार एंट्री मिली.
खीरे और उल्टी का दिलचस्प किस्सा!
अंडरटेकर...... एक ऐसा नाम जिसे सुनकर ही आम इंसान के जहन में आता है एक ऐसा शख्स जिसे देखकर अच्छे-अच्छों को पसीना आ जाए. पर क्या आप जानते हैं कि अंडरटेकर एक चीज से ऐसे डरते हैं कि उसे देखते ही उल्टी आ जाती है. वो है खीरा. जी हां, खीरा फोबिया से अंडरटेकर ग्रसित हैं... एक बार पॉल बियर ने अपने बेइज्जती का बदला लेने के लिए अंडरटेकर की टोपी में खीरे रख दिए थे. बेचारे टेकर खीरे देखते ही इतने घबरा गए कि उन्होंने उल्टी कर दी.
वो खास रिकॉर्ड...
अंडरटेकर के नाम रेसलमेनिया का एक खास रिकॉर्ड है. लगभग दो दशक तक अंडरटेकर एक भी मैच नहीं हारे. जी हां, अंडरटेकर ने अपने करियर के 20 मैच लगातार जीते थे. अभी तक लड़े सभी मैच में अंडरटेकर लगभग 75.5 प्रतिशत मैच जीते हैं. कुल 2274 मैच में से 1717 जीते हैं और सिर्फ 466 हारे हैं.
बॉलीवुड की वो यादगार फिल्म...
अंडरटेकर ने बॉलीवुड की एक फिल्म में भी काम किया है! अक्षय कुमार अपनी फिल्म खिलाड़ियों के खिलाड़ी में अंडरटेकर को हराते हुए दिखते हैं. यकीन मानिए मुझे अचंभा हुआ था उस फिल्म को देखकर. उस दिन लगा था कि दुबले पतले अक्षय कुमार आखिर अंडरटेकर को कैसे हरा सकते हैं. वो तो बाद में पता चला कि फिल्म में असली अंडरटेकर नहीं बल्कि उनका रोल प्ले करने वाला एक रेसलर ब्रायन ली था.
अंडरटेकर की विदाई हर रेसलिंग फैन के लिए एक अश्रुपूर्ण घटना है! जिस इंसान को बचपन से लड़ते हुए देखते आए हैं उसे आखिरी मैच हारते देखना थोड़ा दुखी करता है. जिस अंदाज में रिंग के बीचो-बीच अंडरटेकर ने अपने ग्लवज, टोपी और कोट उतारकर रखा ऐसा लगा मानो बस आंसू आ ही जाएंगे. एक बेहतरीन बास्केटबॉल प्लेयर, जू जित्सू चैंपियन, बॉक्सिंग का शौकीन और रेसलिंग का मास्टर आखिरकार रिटायर हो गया...
एक नजर अंडरटेकर की सबसे खूंखार लड़ाइयों पर-
ये भी पढ़ें-
जल्लीकट्टू के बाद अब बारी बुलबुल, मुर्गा, बैल और भैंसे की
हर दंगल उस बेटी के नाम है जिसका कोच पिता है
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.