आप सभी के पास एंड्रॉयड फोन होगा ही. सबसे पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम जो ठहरा. और 5000 से लेकर 50000रु. तक के फोन बाज़ार में इसी एक प्लेटफॉर्म एंड्रॉयड पर उपलब्ध हैं. तो साथियों कुछ हल्के फुल्के टिप्स और हैक्स आपके साथ शेयर करता हूं. हो सकता है बहुतों को ये पहले से पता हों लेकिन जो नहीं जानते उनके बहुत काम आएंगे. तो दिल थाम के पढ़िए-
1. अगर फोन हैंग या गर्म हो तो-
कितना ही बढ़िया फीचर्स वाला फोन ले लीजिये, हैंग और गर्म होना सबसे कॉमन प्रॉब्लम है. हैंग फोन ज़्यादातर RAM के भर जाने से होता है. इसके लिए सबसे सरल उपाय है अपने फोन में CCLEANER नाम का हल्का सा, प्यारा सा app इनस्टॉल कर लेना. ध्यान रहे कि बाकी के RAM क्लीन करने का दावा करने वाले ज्यादातर app फर्जी हैं, और RAM पर लोड बढ़ा देते हैं. यह खाली फोल्डर, apps की कुकीज़ को एकदम फिनायल से साफ कर देता है. एकदम कतरा कतरा साफ.
2. मोबाइल डेटा खर्च पर काबू रखने के लिए-
2G घोटाले के बाद से मोबाइल डेटा के दाम सुरसा के मुंह की तरह बढ़ते ही जा रहे हैं. और पोस्ट पेड कनेक्शन वालों के सामने समस्या ज़्यादा विकराल है जब कुछ चोर मोबाइल कम्पनियां बिना वार्निंग दिए आपके प्लान की निर्धारित डेटा लिमिट से ज़्यादा डेटा की बिलिंग कर देती हैं. इसका एक आसान सा उपाय है-
डेटा निर्धारित करने में फायदा है |
settings में जाइए- वहां से डेटा यूसेज चुनिए- फिर set mobile data में जाकर अपनी बिलिंग साईकल के दिन फीड कर दीजिये. उदाहरण के लिए एयरटेल की बिलिंग साईकल महीने के 9 तारीख से अगले महीने की 8 तारीख है तो सेट कर दीजिये- 9 अप्रैल से 8 मई. और फिर उसी में...
आप सभी के पास एंड्रॉयड फोन होगा ही. सबसे पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम जो ठहरा. और 5000 से लेकर 50000रु. तक के फोन बाज़ार में इसी एक प्लेटफॉर्म एंड्रॉयड पर उपलब्ध हैं. तो साथियों कुछ हल्के फुल्के टिप्स और हैक्स आपके साथ शेयर करता हूं. हो सकता है बहुतों को ये पहले से पता हों लेकिन जो नहीं जानते उनके बहुत काम आएंगे. तो दिल थाम के पढ़िए-
1. अगर फोन हैंग या गर्म हो तो-
कितना ही बढ़िया फीचर्स वाला फोन ले लीजिये, हैंग और गर्म होना सबसे कॉमन प्रॉब्लम है. हैंग फोन ज़्यादातर RAM के भर जाने से होता है. इसके लिए सबसे सरल उपाय है अपने फोन में CCLEANER नाम का हल्का सा, प्यारा सा app इनस्टॉल कर लेना. ध्यान रहे कि बाकी के RAM क्लीन करने का दावा करने वाले ज्यादातर app फर्जी हैं, और RAM पर लोड बढ़ा देते हैं. यह खाली फोल्डर, apps की कुकीज़ को एकदम फिनायल से साफ कर देता है. एकदम कतरा कतरा साफ.
2. मोबाइल डेटा खर्च पर काबू रखने के लिए-
2G घोटाले के बाद से मोबाइल डेटा के दाम सुरसा के मुंह की तरह बढ़ते ही जा रहे हैं. और पोस्ट पेड कनेक्शन वालों के सामने समस्या ज़्यादा विकराल है जब कुछ चोर मोबाइल कम्पनियां बिना वार्निंग दिए आपके प्लान की निर्धारित डेटा लिमिट से ज़्यादा डेटा की बिलिंग कर देती हैं. इसका एक आसान सा उपाय है-
डेटा निर्धारित करने में फायदा है |
settings में जाइए- वहां से डेटा यूसेज चुनिए- फिर set mobile data में जाकर अपनी बिलिंग साईकल के दिन फीड कर दीजिये. उदाहरण के लिए एयरटेल की बिलिंग साईकल महीने के 9 तारीख से अगले महीने की 8 तारीख है तो सेट कर दीजिये- 9 अप्रैल से 8 मई. और फिर उसी में जाके अपने निर्धारित डेटा प्लान के अनुसार डेटा लिमिट भी फीड करिए. उदाहरण के लिए आपके प्लान में 1024 MB का 3G डेटा निर्धारित है तो आप उसमें 1024 MB तक ग्राफ पर डेटा चढ़ा दें. अब जैसे ही महीने में आप डेटा के ख़त्म होने के करीब आएंगे वैसे ही आपका मोबाइल चिल्ला चिल्ला के कहेगा- 'भाया तेरा डेटा खत्म होने को है.'
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3. एक ही मोबाइल पर दो नंबर से चलाएं व्हाट्सएप
ज़्यादातर मोबाइल अब डुयल सिम हैं और व्हाट्सएप्प सबसे कॉमन मेसेंजिंग सर्विस है. लेकिन समस्या यह है कि एक मोबाइल में एक ही नम्बर पर व्हाट्सएप्प का अकॉउंट चलाया जा सकता है. इसका भी तोड़ है- यदि आप एक व्हाट्सएप्प अकॉउंट से भी समय का पर्याप्त खून नहीं कर पा रहे हैं और 2 अकॉउंट चला के ही मानेंगे तो एक एप्प है DISA. वैसे तो एप्प अभी अपनी शैशव अवस्था में है और बहुत स्टेबल भी नहीं है, लेकिन आपका शौक पूरा कर देगा.
4. अगर बैटरी जल्दी ड्रेन होती है तो-
एंड्रॉयड फोन्स का बैटरी बेकअप एक अतिगंभीर समस्या है और बार-बार हमें उन नोकिया 3315 की अमर बैटरी की याद दिला देता है. सफर के दौरान पॉवर बैंक नाम का उपकरण न हो तो आपके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है- ऐसे में एक एप्प greenify आपकी बहुत सहायता कर सकता है.
मोबाइल में कुछ एप्प बैकग्राउंड में चलते रहते हैं, जिनसे बैटरी जल्दी ड्रेन होती है |
जब हम किसी एप्प का इस्तेमाल नहीं भी कर रहे होते हैं तब भी वह एप्प बैकग्रॉउंड में चल ही रहा होता है और बैटरी पीता रहता है. ऐसे में greenify काम आता है और आपके एप्प्स को अफ़ीम खिला कर सुला देता है. तो greenify इनस्टॉल करिये और उसमें बैटरी पीने वाले एप्प्स को सफर के दौरान ऐड करके मीठी नींद में भेज दीजिये.
5. बार-बार न करें एप अपडेट-
आपको हर तीसरे दिन एप्स के अपडेट के नोटिफिकेशंस बहुत परेशान करते हैं? करते हैं न? मुझे भी करते हैं. तो आप क्या करेंगे? एप्प्स को अपडेट मत करिये. सिंपल. दरअसल होता क्या है कि एप्प्स दुनिया के सभी ब्रांड्स और मॉडल्स को ध्यान में रखकर बनाये जाते हैं तो ऐसे में बहुत सम्भव होता है कि किसी एक मॉडल में वह एप्प दिक्कत दे रहा होता है, और किसी यूज़र द्वारा बग रिपोर्ट करने पर कंपनी उस एरर को हटा कर पूरा एप्प नया बना कर खड़ा कर देती है. तो आप सिर्फ़ एक महीने में एक बार एप्प अपडेट करें. कोई ज़रूरत नहीं कि चींटी बराबर बग के लिए हाथी बराबर एप्प इनस्टॉल किया जाए.
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6. ऐसे कीजिए निडर होकर मोबाइल से स्टिंग-
दिल्ली में श्री केजरीवाल ने मुख्यमंत्री बनते ही घोषणा की थी कि आप बेईमान सरकारी कर्मचारियों की वीडियो रेकॉर्ड करिये, और वे उसे जेल भेजेंगे. तो अगर कुछ ऐसा रिकॉर्ड करना चाहते हैं तो एप्प का नाम है SVR2. इसमें आप चुपचाप मोबाइल में गेम खेलते हुए स्टिंग कर सकते हैं और किसी को शक भी नहीं होगा. तो देर मत करिये और भ्रष्ट लोगों की पोल खोलिए.
7. गूगल मैप की पॉवर को समझें-
एंड्रॉयड वाला फोन लिया और गूगल की शक्ति और क्षमता का मजा न लिया तो जीवन में किया क्या? गूगल मैप्स को ज़्यादातर लोग सिर्फ़ दूरी नापने के लिए प्रयोग में लाते हैं, जबकि यह एप्प इससे कहीं ज़्यादा है. यदि आप किसी अनजान जगह पर हों और आपको रास्ता समझ न आ रहा हो तो इसकी मदद लें लेकिन साथ ही यह एप्प आपको अपनी मंज़िल तक पहुँचाने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट के साथ साथ ओला और उबेर जैसी टैक्सी सर्विस से जाने का अनुमानित किराया भी बताता है.
एक गाइड की तरह साथ निभाता है गूगल मैप्स |
यह आपको यह भी बताता है कि जहां आप खड़े हैं वहां से कितनी दूर पैदल चल कर, कितने नम्बर की DTC की बस मिलेगी, कौन से बस स्टेशन पर उतर कर आपको अगली बस लेनी है और फिर वहां से कितना पैदल चल कर आप अपने गंतव्य तक पहुंचेगे. रास्तों को अक्सर भूल जाने वाले लोगों के लिए यह एप्प वरदान से कम नहीं है. साथ ही साथ यदि आप नेट को ऑन रखते हैं तो यह आपको रास्तों और हाईवे पर ट्रेफिक की लाइव स्थिति का भी अपडेट देता चलता है.
8. अगर फोन खो जाए या हो जाए चोरी-
फोन का खो जाना या चोरी हो जाना कितना दुखदाई होता है. पुलिस, FIR, थाने के चक्कर काटना तो वैसे भी कोई आसान काम नहीं. तो यदि आपका फोन चोरी या खो जाता है तो पैनिक न करें और किसी निकटतम इंटरनेट से कनेक्टेड कम्प्यूटर में नेट पर गूगल एन्डरॉएड मेनेजर में अपनी गूगल id और पासवर्ड डाल कर खोलें. यदि आपका फोन चोरी होने के बाद ऑन है तो गूगल एन्डरॉएड मेनेजर में जाकर आप अपने फोन की आखिरी लोकेशन मैप में देख सकते हैं. आप वहां से अपने फोन में सिम कार्ड बदल दिए जाने के बाद भी रिंग दे सकते हैं और अगर आपको डर है कि आपका निजी डेटा गलत हाथ में न पड़ जाए तो कम्प्यूटर से ही अपने फोन को सारा डेटा मिटा देने का आदेश भी दे सकते हैं.
9. दे सकते हैं मोबाइल को आदेश-
यदि आपके पास ठीक-ठाक स्पीड वाला नेट कनेक्शन है, तो आप अपने मोबाइल को अपनी आवाज से आदेश दे सकते हैं. गूगल नाओ(Google Now) के एप्प में जाकर आप 'कॉल ऋतु', 'मैसेज दीपक यू आर एन इडियट' या 'ओपन व्हाट्सएप्प' इत्यादि बोलकर अपने फोन से वही सब करवा सकते हैं जो कि बोला गया है (लेकिन भाई 'ओपन टैप' बोलकर गूगल से पानी भरवाने की नहीं हो रही है, गूगल है, अलादीन का जिन्न नहीं!).
10. सीक्रेट फाइल ऐसे छिपाएं
आप में से बहुत से लोग अपनी 'सीक्रेट फाइल्स' को छिपाने के लिए फाइल हाइड/ फोल्डर हाइड जैसे फर्जी, भारी और RAM पिपासू एप्प प्रयोग करते हैं. यह सब करने की कोई ज़रूरत नहीं है. इसका एंड्रॉयड में इनबिल्ट सीधा सादा समाधान मौजूद है.
फाइलें हाइड करने के लिए किसी एप्प की जरूरत नहीं है |
आपको बस इतना करना है कि बस अपने फाइल या फोल्डर के नाम के शुरुआत में एक फुलस्टॉप(.) लगा देना है. उदाहरण के लिए आपको mydp.jpg या myfolder को छिपाना है तो आपको इनको रीनेम करके .mydp.jpg या .myfolder कर देना है. और बस आपके निजी फाइल्स और फ़ोल्डर दुनिया की नजरों से गायब हो जाएंगे. है न यह छोटी सी बिन्दी बेहद काम की? अब जब आपको गायब हुई फाइल्स को देखने की जरूरत महसूस हो तो फाइल एक्स्प्लोरर के ऑप्शंस में जाकर ''show hidden files" या "show system files" को सेलेक्ट कर लीजिये.
11. बड़ी करिए अपने मोबाइल की स्क्रीन-
क्या आप कभी कभी सोचते हैं कि काश मेरे मोबाईल की स्क्रीन थोड़ी और बड़ी होती? अगर हां, तो इसका समाधान पूरा तो नहीं लेकिन आधा-अधूरा तो है ही. आप अपने मोबाइल की स्क्रीन को 15, 17 या 21 इंच या जितने इंच का आपका LED टीवी है उतना ही बड़ा देख सकते हैं. सभी मोबाइलों में माइक्रो HDMI पोर्ट नहीं होता है लेकिन सभी के सभी MHL अडाप्टर को सपोर्ट करते हैं. तो बस MHL अडाप्टर और माइक्रो HDMI केबल की मदद से आप अपने फोन को अपने LED टीवी से कनेक्ट करिए और बड़े परदे पर गेम और वीडियो का मजा लीजिए.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.