कयास पहले ही थे कि Artificial Intelligence के इस दौर में वो वक़्त भी आएगा जब ChatGPT को कम्पटीशन मिलेगा और बहुत जबरदस्त मिलेगा. लेकिन वो वक़्त इतनी जल्दी आएगा उसकी कल्पना शायद ही किसी ने की हो. Google और Microsoft के बीच लड़ाई बढ़ गई क्योंकि Google ने अपने नए AI चैटबॉट टूल और ChatGPT के नवीनतम प्रतियोगी बार्ड को पब्लिक कर दिया है. क्योंकि चैट जीपीटी के मुकाबले बार्ड नया है साथ ही ये एडवांस भी है इसलिए इसमें आप कई ऐसी चीजों को अंजाम दे सकते हैं जिसे अब तक आप चैट जीपीटी में नहीं कर पा रहे थे. क्योंकि Google बार्ड को हाल ही में बड़े पैमाने पर अपग्रेड मिला है इसलिए साफ़ तौर पर ChatGPT हमें पिछड़ता हुआ नजर आ रहा है. आइये नजर डालें उन 10 चीजों पर जिन्हें आप गूगल बार्ड पर कर सकते हैं और जो चैट जीपीटी पर संभव नहीं हैं.
आज भले ही बार्ड को एक सफल चैटबॉट टूल के रूप में देखा जा रहा हो लेकिन तमाम चुनौतियां थीं जिनका सामना शुरुआत में इसे करना पड़ा. बताया जाता है कि मार्च में जब इसे रिलीज किया गया तो परफॉर्मन्स के लिहाज से ये चैट जीपीटी से भी कहीं ज्यादा ख़राब था. इस पर लगातार काम हुआ और अब जो प्रोडक्ट निकल कर बाहर आया है वो बेहतरीन है.
बार्ड पर इंटरनेट एक्सेस भी है इसलिए चैट जीपीटी की अपेक्षा आप इसमें अख़बारों में छपने वाले समाचार की समरी देख सकते हैं, चैट जीपीटी में ये तभी संभव है जब आपके पास वेब ब्राउज़िंग फीचर का एक्सेस हो.
बार्ड में आपको प्लगइन्स भी मिलते हैं जिससे आप संगीत के लिए स्पॉटीफाई, खरीदारी के लिए वॉलमार्ट, नौकरी के लिए इंडीड जॉब, मील डिलीवरी के लिए उबेर ईट्स, इमेज क्रिएशन के लिए एडोबी फायर फ्लाई कसा इस्तेमाल कसर सकते हैं. इसके अलावा बार्ड...
कयास पहले ही थे कि Artificial Intelligence के इस दौर में वो वक़्त भी आएगा जब ChatGPT को कम्पटीशन मिलेगा और बहुत जबरदस्त मिलेगा. लेकिन वो वक़्त इतनी जल्दी आएगा उसकी कल्पना शायद ही किसी ने की हो. Google और Microsoft के बीच लड़ाई बढ़ गई क्योंकि Google ने अपने नए AI चैटबॉट टूल और ChatGPT के नवीनतम प्रतियोगी बार्ड को पब्लिक कर दिया है. क्योंकि चैट जीपीटी के मुकाबले बार्ड नया है साथ ही ये एडवांस भी है इसलिए इसमें आप कई ऐसी चीजों को अंजाम दे सकते हैं जिसे अब तक आप चैट जीपीटी में नहीं कर पा रहे थे. क्योंकि Google बार्ड को हाल ही में बड़े पैमाने पर अपग्रेड मिला है इसलिए साफ़ तौर पर ChatGPT हमें पिछड़ता हुआ नजर आ रहा है. आइये नजर डालें उन 10 चीजों पर जिन्हें आप गूगल बार्ड पर कर सकते हैं और जो चैट जीपीटी पर संभव नहीं हैं.
आज भले ही बार्ड को एक सफल चैटबॉट टूल के रूप में देखा जा रहा हो लेकिन तमाम चुनौतियां थीं जिनका सामना शुरुआत में इसे करना पड़ा. बताया जाता है कि मार्च में जब इसे रिलीज किया गया तो परफॉर्मन्स के लिहाज से ये चैट जीपीटी से भी कहीं ज्यादा ख़राब था. इस पर लगातार काम हुआ और अब जो प्रोडक्ट निकल कर बाहर आया है वो बेहतरीन है.
बार्ड पर इंटरनेट एक्सेस भी है इसलिए चैट जीपीटी की अपेक्षा आप इसमें अख़बारों में छपने वाले समाचार की समरी देख सकते हैं, चैट जीपीटी में ये तभी संभव है जब आपके पास वेब ब्राउज़िंग फीचर का एक्सेस हो.
बार्ड में आपको प्लगइन्स भी मिलते हैं जिससे आप संगीत के लिए स्पॉटीफाई, खरीदारी के लिए वॉलमार्ट, नौकरी के लिए इंडीड जॉब, मील डिलीवरी के लिए उबेर ईट्स, इमेज क्रिएशन के लिए एडोबी फायर फ्लाई कसा इस्तेमाल कसर सकते हैं. इसके अलावा बार्ड आपको गूगल की सभी एप्स का एक्सेस देता है इसलिए यहां चैट जीपीटी के मुकाबले यूजर का किसी भी काम को करने में समय कम लगता है.
जब चैट जीपीटी आया था लोगों को ये शिकायत थी कि ये मोबाइल पर क्यों नहीं है? इस दुविधा को गूगल ने समझा और आज जो बार्ड हमारे सामने है उसे आप मोबाइल में भी इस्तेमाल कर सकते हैं. साथ ही जब आप इसपर कुछ खोजेंगे तो रेस्पॉन्स में आपको ये तस्वीरें भी देगा. बताते चलें कि फीचर चैट जीपीटी में मिसिंग था. बार्ड की एक खास बात ये भी बताई जा रही है कि इसमें आप इमेज के जरिये भी बार्ड को संकेत दे सकते हैं.
एआई को लाया ही इसलिए गया था कि ये इंसान के काम को आसान करे इसलिए जब हम बार्ड की बात करते हैं तो ये बताना जरूरी हो जाता है कि बार्ड को संकेत देने के लिए आप अपनी आवाज का उपयोग कर सकते हैं. बार्ड की एक खासियत ये भी है कि आप अपने बार्ड परिणामों को जीमेल या डॉक्स में एक्सपोर्ट कर सकते हैं.
क्योंकि बार्ड गूगल का प्रोडक्ट है इसे कंपनी द्वारा बेहतर से बेहतरीन बनाने के हरसंभव प्रयास किये गए हैं. इसके अलावा इसका उद्देश्य यूजर के काम को आसान करना है इसलिए जब हम चैट जीपीटी के मुकाबले गूगल बार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो यहां ये हमें गूगल सर्च भी भी सुविधा मुहैया कराता हैसाथ ही इसे गीमेल से इंटीग्रेट भी किया जा सकता है इसलिए इसे काफी फायदेमंद मना जा रहा है.
इन तमाम बातों को अलावा जो चीज गूगल बार्ड को चैट जीपीटी से अलग करती है वो ये कि इसमें आपको 20 से ऊपर अलग अलग प्रोगरामिंग लैंग्वेज का सपोर्ट मिलता है. इन बातों के अलावा एक बात जो बताना बेहद जरूरी है वो कि चैट जीपीटी जहां यूजर्स को स्टोर डाटा देता है तो वहीं जब हम गूगल के इस प्रोडक्ट यानी गूगल बार्ड को देखते हैं तो इसमें मुहैया कराया गया डाटा ताजा और कहीं ज्यादा एडवांस है.
गूगल बार्ड के गुणों को समझते हुए हमें इस बात को भी समझना होगा कि कल दौर चैट जीपीटी का था आज वक़्त गूगल बार्ड का है और कल हमारे सामने कोई और होगा. क्योंकि एक बाजार के रूप में ए आई को बहुत तेजी के साथ विकसित किया जा रहा है. टिक वही पाएगा जो अपग्रेडेड और एडवांस होगा. जाते जाते एक बात और क्योंकि ए आई का बाजार बहुत विशाल है और जैसा गूगल है इतना कन्फर्म है कि अन्य जगहों की तरह गूगल यहां भी तहलका मचाएगा.
ये भी पढ़ें -
AI ने अपना फैसला सुना दिया है कोरोना, उसके वेरिएंट्स निर्दोष हैं, उन्हें बरी किया जाता है!
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युग में आपका स्वागत है, आइये इसका भविष्य जानते हैं
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.