वीडियो गेम्स और उनकी दीवानगी के बारे में शायद सभी को पता होगा. निंटेंडो से लेकर रॉकस्टार तक कई गेमिंग कंपनियां करोड़ों-अरबों के टर्नओवर दे रही हैं. जैसे-जैसे तकनीक और विकसित हुई गेमिंग इंडस्ट्री की शक्ल भी बदल गई. अब तो सुपर मारियो भी हाइटेक हो चुका है फिर अन्य गेम्स की बात तो दूर ही है. इंटरनेट पर, प्लेस्टेशन पर, एक्सबॉक्स, एंड्रॉयड आदि सभी प्लेटफॉर्म्स पर ऐसे कई गेम्स मौजूद हैं जिन्हें विवादास्पद कहा जाए तो गलत नहीं होगा. ये गेम्स अगर कोई बच्चा खेले तो उसके दिमाग पर काफी गलत असर पड़ सकता है.
1. मैनहंट (Manhunt)..
इस गेम को कई बार बैन करने की बात कही गई है. इस गेम के बारे इसे बनाने वाली कंपनी के कर्मचारियों का ही ये कहना था कि मैनहंट इतना हिंसक है कि कई बार उन्हें भी इसे खेलते समय अजीब लगने लगता है. ये एक साइकोलॉजिकल हॉरर गेम है जिसमें पोर्नोग्राफिक कंटेंट भी है. यही कारण है कि इसे जर्मनी, आयरलैंड, न्यूजीलैंड, साउदी अरेबिया, कुवैत और साउथ कोरिया में बैन कर दिया गया है. इसे ब्रिटेन में तो रिलीज ही नहीं किया गया. इस गेम को लेकर इतना बवाल हुआ कि एक किशोर की हत्या भी इसी गेम के प्लॉट पर प्लान की गई.
2. ग्रैंड थेफ्ट ऑटो (Grand Theft Auto)..
इस गेम के कई सीक्वेल अभी तक आ चुके हैं. गेम सबसे पहले 1997 में लॉन्च हुआ था और तब से लेकर अब तक लगातार अपडेट हो रहा है. इसे फायरफॉक्स ओएस, एंड्रॉयड, ios, प्लेस्टेशन, एक्सबॉक्स, विंडोज आदि सभी प्लेटफॉर्म्स में खेला जा सकता है. इस गेम में न्यडिटी, सेक्स, प्रॉस्टिट्यूशन, हिंसा सभी कुछ है. जैसे-जैसे इस गेम के वेरिएंट लोकप्रिय होते गए वैसे-वैसे गेम और भी ज्यादा विवादास्पद होता गया. 20 अक्टूबर 2003 को इस गेम के निर्माताओं के खिलाफ कोर्ट केस हुआ था. उस समय दो परिवारों...
वीडियो गेम्स और उनकी दीवानगी के बारे में शायद सभी को पता होगा. निंटेंडो से लेकर रॉकस्टार तक कई गेमिंग कंपनियां करोड़ों-अरबों के टर्नओवर दे रही हैं. जैसे-जैसे तकनीक और विकसित हुई गेमिंग इंडस्ट्री की शक्ल भी बदल गई. अब तो सुपर मारियो भी हाइटेक हो चुका है फिर अन्य गेम्स की बात तो दूर ही है. इंटरनेट पर, प्लेस्टेशन पर, एक्सबॉक्स, एंड्रॉयड आदि सभी प्लेटफॉर्म्स पर ऐसे कई गेम्स मौजूद हैं जिन्हें विवादास्पद कहा जाए तो गलत नहीं होगा. ये गेम्स अगर कोई बच्चा खेले तो उसके दिमाग पर काफी गलत असर पड़ सकता है.
1. मैनहंट (Manhunt)..
इस गेम को कई बार बैन करने की बात कही गई है. इस गेम के बारे इसे बनाने वाली कंपनी के कर्मचारियों का ही ये कहना था कि मैनहंट इतना हिंसक है कि कई बार उन्हें भी इसे खेलते समय अजीब लगने लगता है. ये एक साइकोलॉजिकल हॉरर गेम है जिसमें पोर्नोग्राफिक कंटेंट भी है. यही कारण है कि इसे जर्मनी, आयरलैंड, न्यूजीलैंड, साउदी अरेबिया, कुवैत और साउथ कोरिया में बैन कर दिया गया है. इसे ब्रिटेन में तो रिलीज ही नहीं किया गया. इस गेम को लेकर इतना बवाल हुआ कि एक किशोर की हत्या भी इसी गेम के प्लॉट पर प्लान की गई.
2. ग्रैंड थेफ्ट ऑटो (Grand Theft Auto)..
इस गेम के कई सीक्वेल अभी तक आ चुके हैं. गेम सबसे पहले 1997 में लॉन्च हुआ था और तब से लेकर अब तक लगातार अपडेट हो रहा है. इसे फायरफॉक्स ओएस, एंड्रॉयड, ios, प्लेस्टेशन, एक्सबॉक्स, विंडोज आदि सभी प्लेटफॉर्म्स में खेला जा सकता है. इस गेम में न्यडिटी, सेक्स, प्रॉस्टिट्यूशन, हिंसा सभी कुछ है. जैसे-जैसे इस गेम के वेरिएंट लोकप्रिय होते गए वैसे-वैसे गेम और भी ज्यादा विवादास्पद होता गया. 20 अक्टूबर 2003 को इस गेम के निर्माताओं के खिलाफ कोर्ट केस हुआ था. उस समय दो परिवारों के बच्चों को दो किशोर विलियम और जॉश बकनर ने गोली मार दी थी. इन्वेस्टिगेशन में उन्होंने कबूल किया था कि उनकी ये हरकत ग्रैंड थेफ्ट ऑटो 3 से प्रेरित थी.
इस गेम को लेकर कई विवाद हुए हैं और कई बार कोर्ट केस हुए हैं. गेम 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए बनाया गया है. इस गेम को बैन नहीं किया गया है.
3. बुली (Bully)..
जैसा की इस गेम का नाम है इसमें बुली यानि कुछ ऐसे असामाजिक तत्व होते हैं जो बच्चों को स्कूल में परेशान करते हैं. इस गेम को होमोसेक्शुएलिटी, हिंसा जैसी कई चीजें थीं जिसके कारण ये विवादों में घिर गया. गेम को ब्राजील, फ्लोरिडा आदि में बैन किया गया है, लेकिन सभी जगह ये बैन नहीं किया गया. 2008 में बने इस गेम के कई वर्जन हैं जो प्लेस्टेशन 2, Wii, एक्सबॉक्स 360, विंडोज, एंड्रॉयड और iOS में खेले जा सकते हैं. 28 अगस्त 2017 को ये खबर आई थी कि इस गेम का सीक्वेल ऑनलाइन लीक हो गया है. इसमें नए कैरेक्टर और जोड़े गए हैं.
4. द गाय गेम (The Guy Game)..
ये कुछ सबसे ज्यादा विवादास्पद गेम्स में से एक है क्योंकि इस गेम में असल इंसान और सेक्शुअल कंटेंट है. ये असल में एक जीके गेम है जहां प्लेयर्स को पूछे गए सवालों के सही उत्तर देने होते थे. इस गेम में सही उत्तर देने वाले प्लेयर्स को लड़कियों की वीडियो फुटेज दिखाई जाती थी जो अपने स्तन दिखा रही होती थीं. जितने सही उत्तर उतनी ही बार लड़कियों के अश्लील वीडियो दिखाए जाएंगे. इस गेम में वीडियो में दिखाई जाने वाली कुछ लड़कियां नाबालिग भी थीं. इस गेम को सबसे पहले प्लेस्टेशन 2 में लॉन्च किया गया था. इसे तो बैन कर दिया गया, लेकिन इससे जुड़े वीडियो अब भी इंटरनेट पर मौजूद हैं. कुछ तो यूट्यूब पर भी हैं.
5. मास इफेक्ट (Mass effect)..
ये गेम पहली बार 2007 में लॉन्च किया गया था. ये एक्सबॉक्स 360 के साथ आता है. इस गेम के कई पार्ट बन चुके हैं और अपनी स्टोरी के कारण इसे कई अवॉर्ड भी मिले हैं. इस गेम के साथ सबसे बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी थी एक प्लॉट. इस गेम में प्लेयर किसी दूसरे प्लेयर के साथ सेम सेक्स रिलेशनशिप में जा सकता है. अगर रिलेशनशिप आगे बढ़ती है तो दो कैरेक्टर के बीच सेक्शुअल रिलेशन भी बनते हैं. गेम को लेकर कई वीडियो गेम ब्लॉगर्स ने अपने विचार रखे थे. कुछ ने इसे गलत कहा था तो कुछ के हिसाब से ये गेमर पर निर्भर करता है कि वो कैसे इसे खेलेगा. बहरहाल, जितनी भी कॉन्ट्रोवर्सी हुई हो ये गेम अभी भी काफी लोकप्रिय है और लोग इसे खेल रहे हैं. पर मेरे हिसाब से बच्चों के लिए ये गेम खेलना थोड़ा सही नहीं है.
6. रेपले (Rapelay)..
ये गेम 2006 में जापान में बनाया गया था. लॉन्च होने के 3 साल बाद इस गेम के कंटेंट पर लोगों की नजर पड़ी और इसको लेकर विवाद शुरू हो गया. इस गेम का अहम हिस्सा है रेप. गेम प्लेयर इस गेम में एक गुंडे चिकना के रोल में रहता है और इस गेम में एक मां और उसकी दो बेटियों का रेप करता है. इनमें से एक लड़की नाबालिग रहती है. इस गेम का विवाद ब्रिटेन की संसद में उठाया गया था. इस गेम की एंडिंग भी काफी विभत्स रहती है. इस गेम को भी कई देशों में बैन कर दिया गया है, लेकिन फिर भी इसकी कॉपी ब्लैक मार्केट में उपलब्ध है.
इनमें से कई गेम्स आज भी Xbox, प्लेस्टेशन, ऑनलाइन, एंड्रॉयड, विंडोज, iOS आदि प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध हैं और आसानी से डाउनलोड हो रहे हैं. भारत में कई पोर्न साइट्स बैन हैं फिर भी धड़ल्ले से पोर्न देखा जाता है. भारत में चाइल्ड पोर्नोग्राफी हर मामले में बैन है. हालांकि, कई साइट्स इसे होस्ट करती हैं फिर भी बैन नहीं की गई हैं. पोर्न अगर आपके लैपटॉप में है और आप घर में देख रहे हैं तो चलेगा. कोई कुछ नहीं करेगा. अगर आप उसे बेच रहे हैं या किसी से शेयर कर रहे हैं तो ये गैरकानूनी है.
इसी तरह का हाल वीडियो गेम्स का भी है. कौन कैसा वीडियो गेम खेल रहा है और उसका असर क्या हो रहा है इसके बारे में नहीं कहा जा सकता. ये गेम्स भारत में बैन हैं इसे लेकर कोई खास जानकारी मिली नहीं. यानि एक्सबॉक्स और प्लेस्टेशन के साथ आने वाले गेम्स में कैसे दृश्य हैं और वो बच्चों पर क्या असर डालेंगे इसके बारे में भी कुछ कहा नहीं जा सकता. कई गेम्स बैन तो हैं, लेकिन ऐसा दावे से नहीं कहा जा सकता कि कोई इन्हें खेल नहीं रहा है. इन्हें बैन करने के लिए सरकार को अपने साइबर लॉ में थोड़े और कड़े कानून बनाने की जरूरत है.
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