भविष्य को आप कैसे देखते हैं? आज से 10 साल बाद आप क्या कर रहे होंगे? आपकी सवारी क्या होगी? आपके कपड़े कैसे होंगे? क्या कभी इन सवालों के बारे में कुछ सोचा है? स्मार्टफोन्स, टीवी, कम्प्यूटर और गाड़ियां ही पिछले 10 सालों में बहुत बदल गई हैं, ऐसे में अगले 10 सालों में शायद ड्रायरवलेस कार के साथ-साथ पायलेट लेस एरोप्लेन भी हो जाएं. वैसे एयरबस कंपनी ने इन दोनों ही कॉन्सेप्ट को एक साथ मिला दिया है.
बात कुछ ऐसी है कि एयरबस कंपनी ने हाल ही में पॉप अप नाम से फ्लाइंग ड्राइवरलेस कार का एक कॉन्सेप्ट पेश किया है. ये है कुछ ऐसा कि यात्री को टू-सीटर कार में बैठना होगा और उड़ना होगा. दरअसल, ये टू-सीटर टैक्सी अलग-अलग मोड्स में काम करेगी. अगर आपको रोड में ट्रैवल करना है तो ये पॉड एक बग्घी जैसी इलेक्ट्रिक कार पर रखा जाएगा और अगर आप उड़ना चाहते हैं तो एक बड़े ड्रोन की तरह दिखने वाला कॉप्टर पॉड को लेकर उड़ जाएगा. कंपनी के एरोमोबिलिटी सेक्शन के हेड मैथाइस थॉम्पसन का कहना है कि यूजर्स इसका इस्तेमाल एक एप की मदद से कर पाएंगे बिलकुल वैसे ही जैसे अभी ओला और ऊबर बुक की जाती है.
इस कॉन्सेप्ट की टेस्टिंग इस साल के अंत से ही शुरू की जाएगी और इसे अगले कुछ सालों में कंपनी लॉन्च कर देगी. कॉन्सेप्ट तो बड़ा ही निराला है. एक नजर में देखें तो बहुत भाएगा भी मगर ये इसी तरह से लॉन्च कब तक होगा इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है.
खैर, जिनीवा मोटर शो में पिछले हफ्ते ऐसे कई कॉन्सेप्ट पेश किए गए. इनमें से कुछ को देखकर तो शायद आप भी दंग रह जाएंगे!
1. Toyota i-Tril
कीड़े की तरह दिखने वाली इस गाड़ी में बटरफ्लाई दरवाजे हैं (ऊपर की ओर खुलने वाले). ये कार सिर्फ तीन मीटर लंबी है और इसमें सिर्फ तीन लोगों के बैठने की जगह है (अगर भारतीयों की माने तो शायद 6 लोग बैठ पाएं). कंपनी का दावा है कि एक बार चार्ज करने पर ये गाड़ी 200 किलोमीटर चल सकती है. इतना ही नहीं यूटर्न लेने के लिए इसे सिर्फ 4 मीटर जगह चाहिए. तो सोचिए कितनी...
भविष्य को आप कैसे देखते हैं? आज से 10 साल बाद आप क्या कर रहे होंगे? आपकी सवारी क्या होगी? आपके कपड़े कैसे होंगे? क्या कभी इन सवालों के बारे में कुछ सोचा है? स्मार्टफोन्स, टीवी, कम्प्यूटर और गाड़ियां ही पिछले 10 सालों में बहुत बदल गई हैं, ऐसे में अगले 10 सालों में शायद ड्रायरवलेस कार के साथ-साथ पायलेट लेस एरोप्लेन भी हो जाएं. वैसे एयरबस कंपनी ने इन दोनों ही कॉन्सेप्ट को एक साथ मिला दिया है.
बात कुछ ऐसी है कि एयरबस कंपनी ने हाल ही में पॉप अप नाम से फ्लाइंग ड्राइवरलेस कार का एक कॉन्सेप्ट पेश किया है. ये है कुछ ऐसा कि यात्री को टू-सीटर कार में बैठना होगा और उड़ना होगा. दरअसल, ये टू-सीटर टैक्सी अलग-अलग मोड्स में काम करेगी. अगर आपको रोड में ट्रैवल करना है तो ये पॉड एक बग्घी जैसी इलेक्ट्रिक कार पर रखा जाएगा और अगर आप उड़ना चाहते हैं तो एक बड़े ड्रोन की तरह दिखने वाला कॉप्टर पॉड को लेकर उड़ जाएगा. कंपनी के एरोमोबिलिटी सेक्शन के हेड मैथाइस थॉम्पसन का कहना है कि यूजर्स इसका इस्तेमाल एक एप की मदद से कर पाएंगे बिलकुल वैसे ही जैसे अभी ओला और ऊबर बुक की जाती है.
इस कॉन्सेप्ट की टेस्टिंग इस साल के अंत से ही शुरू की जाएगी और इसे अगले कुछ सालों में कंपनी लॉन्च कर देगी. कॉन्सेप्ट तो बड़ा ही निराला है. एक नजर में देखें तो बहुत भाएगा भी मगर ये इसी तरह से लॉन्च कब तक होगा इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है.
खैर, जिनीवा मोटर शो में पिछले हफ्ते ऐसे कई कॉन्सेप्ट पेश किए गए. इनमें से कुछ को देखकर तो शायद आप भी दंग रह जाएंगे!
1. Toyota i-Tril
कीड़े की तरह दिखने वाली इस गाड़ी में बटरफ्लाई दरवाजे हैं (ऊपर की ओर खुलने वाले). ये कार सिर्फ तीन मीटर लंबी है और इसमें सिर्फ तीन लोगों के बैठने की जगह है (अगर भारतीयों की माने तो शायद 6 लोग बैठ पाएं). कंपनी का दावा है कि एक बार चार्ज करने पर ये गाड़ी 200 किलोमीटर चल सकती है. इतना ही नहीं यूटर्न लेने के लिए इसे सिर्फ 4 मीटर जगह चाहिए. तो सोचिए कितनी किफायती है ये कार.
2. Rinspeed Oasis
इस कार के इंजीनियर ने पर्यावरण की रक्षा का बीड़ा उठाया है. इस कार को अगर आप चलता फिरता लिविंग रूम कहेंगे तो गलत नहीं होगा. इस कार का फ्लोर लकड़ी का है, एक आराम कुर्सी की तरह इसकी सीटें हैं, साइडबोर्ड और टीवी भी है. सबसे अनोखी बात की इस कार के डैशबोर्ड में छोटे बोनसाई पौधे रखने की भी जगह है.
3. Volkswagen Sedric
ये कार कुछ-कुछ डिजाइनर टोस्टर की तरह दिखती है. रजनीकांत की साइंस फिक्शन फिल्म में शायद ऐसी ही कार का इस्तेमाल हो. ये ऑटोमैटिक कार लेवल 5 ऑटोमेशन का इस्तेमाल करती है. मतलब टेस्ला मॉडल एक्स से भी ज्यादा सेल्फ डिपेंडेंट. बस मोबाइल में एक बटन दबाइए और कार जहां भी पार्क होगी वहां से चलकर आपके सामने आ जाएगी.
4. Hyundai FE
दिखने में किसी आम एसयूवी की तरह दिखने वाली ये कार दरअसल में एक हाइड्रोजन कार है जो गैस, पेट्रोल, इलेक्ट्रिसिटी आदि का विकल्प बन सकती है. इसके टेलपाइप से सिर्फ भाप ही निकलेगी जो पर्यावरण के लिए भी ठीक रहेगी. बाकी सभी कॉन्सेप्ट में से एक यही कार है जो सबसे पहले बाजार में आ सकती है.
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