Lander Vikram की चंद्रमा की सतह पर Chandrayaan 2 Moon Mission के तहत हुई क्रैश लैंडिंग को 10 दिन बीत चुके हैं. 7 सितंबर को विक्रम ने क्रैश लैंडिंग की थी. इस बीच हमारे ऑर्बिटर ने लैंडर की थर्मल इमेज भेजकर ये तो कंफर्म कर दिया कि लैंडर ने चांद की सतह पर क्रैश लैंडिंग कर ली है, लेकिन लैंडर विक्रम के साथ इसरो लगातार संपर्क स्थापित करने की कोशिश कर रहा था. आज यानी 17 सितंबर को नासा का ऑर्बिटर भी उस जगह के ऊपर से गुजरा, जहां पर विक्रम ने क्रैश लैंडिंग की थी. उम्मीद जताई जा रही थी कि NASA की ओर से कुछ जानकारी मिलेगी, लेकिन पता नहीं ऐसा हुआ या नहीं. इसी बीच ISRO ने शाम 6.44 बजे एक ऐसा ट्वीट किया, जिसने सब कुछ साफ करने के बजाय और धुंधला बना दिया है. और ट्वीट के साथ इसरो ने जो तस्वीर शेयर की है, वह तो रहस्य को और भी गहरा कर रही है.
इसरो ने अपने ट्वीट में लिखा है- 'हमारे साथ खड़े रहने के लिए धन्यवाद. हम आगे बढ़ते रहेंगे- दुनिया भर के भारतीयों की उम्मीदों और सपनों से प्रेरणा लेते हुए.' यहां एक सवाल ये उठ रहा है कि आखिर इस समय में इसरो ने ऐसा ट्वीट क्यों किया? अभी से सारे भारतीयों का शुक्रिया अदा क्यों किया? अभी तो 14 दिन का समय पूरा होने में कुछ दिन बाकी हैं. तो क्या समझा जाए? अब लैंडर से संपर्क होगा या नहीं? आप भी देखिए इसरो का ट्वीट फिर समझने की कोशिश करिए कि इसरो संदेश क्या देना चाहता है.
तस्वीर गहरा कर रही रहस्य
एक तो इसरो ने जिस तरीके से 14 दिन पूरे होने से पहले ही ट्वीट कर के लोगों का धन्यवाद अदा किया है, उससे पहले ही लोग कुछ समझ नहीं पा रहे हैं. ऊपर से ट्वीट के साथ जो तस्वीर शेयर की है, वह भी रहस्य को गहरा करने का काम कर रही है. तस्वीर में एक...
Lander Vikram की चंद्रमा की सतह पर Chandrayaan 2 Moon Mission के तहत हुई क्रैश लैंडिंग को 10 दिन बीत चुके हैं. 7 सितंबर को विक्रम ने क्रैश लैंडिंग की थी. इस बीच हमारे ऑर्बिटर ने लैंडर की थर्मल इमेज भेजकर ये तो कंफर्म कर दिया कि लैंडर ने चांद की सतह पर क्रैश लैंडिंग कर ली है, लेकिन लैंडर विक्रम के साथ इसरो लगातार संपर्क स्थापित करने की कोशिश कर रहा था. आज यानी 17 सितंबर को नासा का ऑर्बिटर भी उस जगह के ऊपर से गुजरा, जहां पर विक्रम ने क्रैश लैंडिंग की थी. उम्मीद जताई जा रही थी कि NASA की ओर से कुछ जानकारी मिलेगी, लेकिन पता नहीं ऐसा हुआ या नहीं. इसी बीच ISRO ने शाम 6.44 बजे एक ऐसा ट्वीट किया, जिसने सब कुछ साफ करने के बजाय और धुंधला बना दिया है. और ट्वीट के साथ इसरो ने जो तस्वीर शेयर की है, वह तो रहस्य को और भी गहरा कर रही है.
इसरो ने अपने ट्वीट में लिखा है- 'हमारे साथ खड़े रहने के लिए धन्यवाद. हम आगे बढ़ते रहेंगे- दुनिया भर के भारतीयों की उम्मीदों और सपनों से प्रेरणा लेते हुए.' यहां एक सवाल ये उठ रहा है कि आखिर इस समय में इसरो ने ऐसा ट्वीट क्यों किया? अभी से सारे भारतीयों का शुक्रिया अदा क्यों किया? अभी तो 14 दिन का समय पूरा होने में कुछ दिन बाकी हैं. तो क्या समझा जाए? अब लैंडर से संपर्क होगा या नहीं? आप भी देखिए इसरो का ट्वीट फिर समझने की कोशिश करिए कि इसरो संदेश क्या देना चाहता है.
तस्वीर गहरा कर रही रहस्य
एक तो इसरो ने जिस तरीके से 14 दिन पूरे होने से पहले ही ट्वीट कर के लोगों का धन्यवाद अदा किया है, उससे पहले ही लोग कुछ समझ नहीं पा रहे हैं. ऊपर से ट्वीट के साथ जो तस्वीर शेयर की है, वह भी रहस्य को गहरा करने का काम कर रही है. तस्वीर में एक शख्स एक पत्थर से दूसरे पत्थर पर कूदता हुआ दिख रहा है और उसके पीछे एक चांद दिखाई दे रहा है. कूद रहा शख्स भी एक पत्थर से कूद चुका है और दूसरे पत्थर पर लैंड करने वाला है. क्या इसरो ये कहना चाहता है कि इस बार लैंडिंग नहीं हो सकी, लेकिन हम अगली बार फिर से कोशिश करेंगे? यानी इसरो ये कहना चाहता है कि लैंडर से संपर्क करने की सारी कोशिशें नाकाम रहीं और अब संपर्क स्थापित होने की कोई उम्मीद भी नहीं बची है.
नासा ने चांद पर क्या देखा?
इस पूरे घटनाक्रम में एक सबसे बड़ा रहस्य ये है कि आखिर नासा ने चांद की सतह पर क्या देखा? उसे हमारा विक्रम दिखा भी या नहीं? और अगर दिखा, तो उसकी हालत कैसी है? वो इसरो के साथ संपर्क क्यों नहीं कर रहा? अचानक इस समय इसरो ने ट्वीट क्यों किया? इस समय तो नासा से ही कुछ जानकारी मिलने वाली थी. तो क्या नासा को मिली जानकारी से ये साफ हो गया है कि अब विक्रम से संपर्क नहीं हो सकेगा? अगर इसरो का ट्वीट देखें तो ये सारे सवाल उठते हैं. खैर, अभी भले ही इसरो ने एक रहस्य के साथ कहानी को अधूरा छोड़ दिया है, लेकिन उम्मीद है कि वह इसकी और अधिक जानकारी देगा. हो सके तो लैंडर विक्रम की थर्मल इमेज भी दिखाए.
किसी के Hello का जवाब नहीं दिया विक्रम ने
विक्रम से संपर्क स्थापित करने के मकसद से न सिर्फ इसरो, बल्कि नासा भी अपनी कोशिशें कर रहा था. दोनों ही अपने बड़े-बड़े एंटीना की मदद से विक्रम को Hello मैसेज भेज रहे थे, लेकिन विक्रम ने किसी से बात नहीं की, किसी का भी जवाब नहीं दिया. अब इसरो का ट्वीट ये मैसेज दे रहा है कि विक्रम को भूल ही जाना सही रहेगा. अब तो कोई चमत्कार ही विक्रम से हमारी बात करा सकता है.
अब उम्मीद चमत्कार पर टिकी
वो कहते हैं ना कि उम्मीद पर दुनिया टिकी है. तो ऐसे में उम्मीद छोड़ देना सही नहीं होगा, क्योंकि चमत्कार भी इसी दुनिया में होते हैं. वैसे भी, इतिहास में ऐसे कई उदाहरण हैं जब कई मिशन शुरुआत में फेल हुए से लगे, लेकिन घंटों, महीनें, बल्कि सालों बाद भी वापस संपर्क जुड़ा और जानकारियां मिलीं. विक्रम भी हो सकता है किसी दिन अपनी नींद से जागे और इसरो से कहे 'Hello'.
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