आज के जमाने में सबके पास फोन हैं और बात करने से ज्यादा सभी उसपर टाइपिंग ज्यादा करते हैं. लेकिन ऐसा करना आपको जिंदगी भर का दर्द दे सकता है.
आज कल फोन पर बात करने का मन नहीं होता तो मैसेज किया जाता है. सोशल मीडिया के कदम रखने के बाद तो टाइपिंग बढ़ती ही जा रही है. ऑफिस का काम हो या रिश्तेदारों से बात करना हो. सभी के वाट्सएप ग्रुप हैं. जिसमें बातें चलती रहती हैं. लेकिन क्या आपको पता है मैसेज टाइपिंग आपको जिंदगी भर का दर्द दे सकती है.
जी हां, मोबाइल पर ज्यादा मैसेज भेजना आपके लिए खतरनाक हो सकता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि लगातार मोबाइल पर टाइपिंग करते रहने से 'स्मार्टफोन थंब' जैसी परेशानी हो सकती है. अंगूठे में आर्थराइटिस जैसे भीषण दर्द की स्थिति को 'स्मार्टफोन थंब' कहा जाता है.
रिपोर्ट के मुताबिक हमारी उंगलियां एक ख़ास तरीके से मु़ड़ने के लिए बनी हैं, लेकिन जिस तरह से आज मेसेज में उंगलियों की हरकतें होती हैं, उससे काफ़ी हद तक लोगों को उंगलियों में दर्द रहने की परेशानी होने लगी है, जो वक़्त के साथ जोड़ों की समस्या का रुप ले सकती है.
मैसेज टाइप करते वक्त सबसे ज्यादा जहां दर्द होता है तो वो है अंगूठा. इस रिसर्च को करने वाले Zhao ने बताया कि जिस तरह से लोग आज मोबाइल को पकड़ते हैं और अंगूठे और उंगिलयों से मेसेज लिखते हैं, वो काफ़ी खतरनाक है. इसमें सबसे ज़्यादा खतरा अंगूठे को होता है और सारी समस्या अंगूठे से ही शुरु होती है.
मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर कई रिपोर्ट्स आई हैं. जो हमें सावधान करने को कहती है. लेकिन फिर भी हम खूब इस्तेमाल करते हैं. फोन की सेल भी लगातार बढ़ रही है. ऐसे में आगे पता नहीं कितने और लोग इसके शिकार होंगे.
ये भी पढ़ें-
आज कल फोन पर बात करने का मन नहीं होता तो मैसेज किया जाता है. सोशल मीडिया के कदम रखने के बाद तो टाइपिंग बढ़ती ही जा रही है. ऑफिस का काम हो या रिश्तेदारों से बात करना हो. सभी के वाट्सएप ग्रुप हैं. जिसमें बातें चलती रहती हैं. लेकिन क्या आपको पता है मैसेज टाइपिंग आपको जिंदगी भर का दर्द दे सकती है.
जी हां, मोबाइल पर ज्यादा मैसेज भेजना आपके लिए खतरनाक हो सकता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि लगातार मोबाइल पर टाइपिंग करते रहने से 'स्मार्टफोन थंब' जैसी परेशानी हो सकती है. अंगूठे में आर्थराइटिस जैसे भीषण दर्द की स्थिति को 'स्मार्टफोन थंब' कहा जाता है.
रिपोर्ट के मुताबिक हमारी उंगलियां एक ख़ास तरीके से मु़ड़ने के लिए बनी हैं, लेकिन जिस तरह से आज मेसेज में उंगलियों की हरकतें होती हैं, उससे काफ़ी हद तक लोगों को उंगलियों में दर्द रहने की परेशानी होने लगी है, जो वक़्त के साथ जोड़ों की समस्या का रुप ले सकती है.
मैसेज टाइप करते वक्त सबसे ज्यादा जहां दर्द होता है तो वो है अंगूठा. इस रिसर्च को करने वाले Zhao ने बताया कि जिस तरह से लोग आज मोबाइल को पकड़ते हैं और अंगूठे और उंगिलयों से मेसेज लिखते हैं, वो काफ़ी खतरनाक है. इसमें सबसे ज़्यादा खतरा अंगूठे को होता है और सारी समस्या अंगूठे से ही शुरु होती है.
मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर कई रिपोर्ट्स आई हैं. जो हमें सावधान करने को कहती है. लेकिन फिर भी हम खूब इस्तेमाल करते हैं. फोन की सेल भी लगातार बढ़ रही है. ऐसे में आगे पता नहीं कितने और लोग इसके शिकार होंगे.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.