फेसबुक ने हाल ही में एक नया टूल लॉन्च किया है जो ये बताएगा कि आखिर आपका डेटा केम्ब्रिज एनालिटिका वाले मामले में लीक हुआ है. 10 अप्रैल से शुरू हुए इस टूल के कारण फेसबुक के 2.2 बिलियन यूजर्स को एक नोटिफिकेशन जाएगा जिसमें इस टूल के बारे में जानकारी होगी.
'Protecting Your Information' नाम से ये आपकी न्यूजफीड पर दिखेगा. इसमें एक लिंक भी दिया जाएगा जिसमें ये जानकारी दी होगी कि आपने कौन से एप्स का इस्तेमाल किया है और साथ ही साथ कौन की जानकारी उनसे शेयर की गई.
दोस्तों की भी पड़ताल..
एक अलग टूल How can I tell if my info was shared with Cambridge Analytica?
सिर्फ इसलिए है ताकि लोग मैनुअली चेक कर सकें कि कहीं उनके किसी दोस्त ने तो उनकी जानकारी नहीं शेयर कर दी.
जब हमने ये ट्राय किया तो पाया कि जिस प्रोफाइल से इस टूल को एक्टिवेट किया गया था उसने या उसकी फ्रेंड लिस्ट में किसी ने भी केम्बिज एनालिटिका के एप का इस्तेमाल किया था या नहीं.
फेसबुक के अनुसार कुछ 8 करोड़ 70 लाख लोगों का डेटा चोरी हुआ है, लेकिन केम्ब्रिज एनालिटिका के मुताबिक ये आंकड़ा काफी ज्यादा है.
हाल ही में मार्क जकरबर्ग ने यूएस सिनेट में सवालों के जवाब दिए. कई नेताओं ने उनसे जो भी पूछा उसका जवाब भी अपनी सुविधा के अनुसार दिया है. पर जिस बात से मार्क इस वक्त सबसे ज्यादा परेशान हैं वो ये कि फेसबुक के खिलाफ केस कर दिया गया है और कंपनी से उन 70 मिलियन यूजर्स के लिए हर्जाना मांगा जा रहा है जिनका डेटा केम्ब्रिज एनालिटिका ने चुरा लिया और फेसबुक कुछ नहीं कर सकी.
ज्यादातर यूजर जो इस स्कैंडल में फंसे थे वो अमेरिका से थे, लेकिन फिलिपीन्स, इंडोनेशिया, यूके और भारत जैसे देशों के लोग भी इसका शिकार हुए हैं. भारत के करीब साढ़े पांच लाख लोगों का डेटा इस मामले में चोरी हुआ है. अमेरिकी फर्म हेगन्स बर्मन ने अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में ये केस फाइल किया है.
जिन लोगों का डेटा चोरी हुआ है उन्हें फेसबुक की तरफ से एक नोटिफिकेशन भी आ रहा है जिसमें लिखा है कि फेसबुक ने वो साइट बैन कर दी है जिसमें आपने या आपके किसी दोस्त ने फेसबुक से लॉगइन किया था और डेटा चोरी हुआ.
फेसबुक की ये पहल दर्शाती है कि वाकई डेटा सुरक्षा के मामले में कोई भी यूजर सुरक्षित नहीं है. बहरहाल, फेसबुक अगर वो केस हार जाती है तो उसे यूजर्स को 14000 से 17000 डॉलर (10 से 15 लाख रुपए) भी देने पड़ सकते हैं. ये उन यूजर्स के लिए लागू होगा जिनका सबसे ज्यादा डेटा इस ब्रीच में चोरी हुआ है.
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