भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट में जिस तरह से विस्तार हो रहा है वो देखने लायक है. हाल ही में Hyundai ने अपनी नई गाड़ी Hyundai Venue लॉन्च की है जो मिनी एसयूवी या यूं कहें कॉम्पैक्ट एसयूवी के सेग्मेंट की है. Venue ह्युंडई की पहली सब-4 मीटर कॉम्पैक्ट SV है. वैसे तो इसका आधिकारिक लॉन्च 21 मई को होगा, लेकिन फिलहाल इसके बारे में अधिकतर जानकारी आ गई है. इसे एक कनेक्टेड SV के तौर पर बनाया गया है यानी ये गाड़ी अपने ड्राइवर से बात कर सकेगी (तकनीकी तौर पर, ये अलग-अलग तरह से कमांड ले सकेगी.)
ब्लूलिंक तकनीक के कारण इस गाड़ी में 33 स्मार्ट फीचर्स हैं जिनमें से 10 तो खासतौर पर भारत के लिए ही शामिल किए गए हैं. लुक तो ह्युंडई की कैस्केड फ्रंट ग्रिल से ही समझ आ रहा है. ये बेहतरीन मेकओवर के साथ लोगों को SV वाली फील देने के लिए बनाई गई गाड़ी है. सन रूफ, क्रेटा के जैसा साइड प्रोफाइल, ज्यादा हेडरूम और कंफर्ट की बात इस गाड़ी में की जा सकती है. इसके अलावा, 6 एयरबैग, एपल कार प्ले और एंड्रॉयड ऑटो सपोर्ट, 8 इंच का इंफोटेनमेंट डिस्प्ले, ऑटो डोर लॉक, स्पीड सेंसिंग तकनीक, हिल असिस्ट कंट्रोल, ब्रेक असिस्ट कंट्रोल जैसी सुविधाएं हैं.
तीन इंजन ऑप्शन के साथ इसमें यूजर्स को अलग-अलग पावर ऑप्शन मिलेंगे. जैसे पेट्रोल वेरिएंट 1.2 लीटर का इंजन 82 bhp का पावर 115Nm का टॉर्क देता है. इस इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स मिलेगा. वहीं डीजल वेरिएंट में 1.4-लीटर फोर-सिलिंडर यूनिट दिया गया है. ये इंजन 89bhp का पावर और 220Nm का टॉर्क देता है.
सबसे पावरफुल इंजन 1.0-लीटर थ्री-सिलिंडर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन है. ये इंजन 118bhp का पावर और 172Nm का पिक टॉर्क जनरेट करता है. इसके साथ ट्रांसमिशन के लिए 7-स्पीड डुअल क्लच ऑटोमैटिक गियरबॉक्स या 6 स्पीड मैनुअल गियकबॉक्स मिलेगा. उम्मीद है कि इसकी कीमत 8 लाख रुपये से लेकर 12 लाख रुपये के बीच रखी जाएगी.
ह्युंडई वेन्यू क्रॉसओवर कार है. जिसका प्लेटफोर्म तो कार वाला है, लेकिन लुक्स और फील एसयूवी वाला
8-12 लाख के सेग्मेंट में ये गाड़ी आने वाली है.
ऊपरी तौर पर देखने से तो लग रहा है कि ये गाड़ी बेहद आकर्षक है पर एक अहम सवाल जो इस गाड़ी के ग्राहक के सामने आ सकता है वो ये कि क्या इस गाड़ी के लिए 8-12 लाख खर्च किए जाएं? अगर इतनी रकम खर्च कर रहे हैं तो इसके अलावा क्या विकल्प हैं? साथ ही, क्या वाकई इस सेग्मेंट की गाड़ी SV की तरह है?
भारतीय बाजार में उतरने के बाद Venue का मुकाबला मारुति सुजुकी Vitara Brezza, महिंद्रा XV300, टाटा Nexon और फोर्ड EcoSport से रहेगा. हालांकि, ये अपने प्रतिद्वंदियों से कनेक्टिविटी के मामले में अलग है. ह्युंडई वेन्यू कार कनेक्टिविटी के मामले में ज्यादा बेहतर है.
एक क्रॉसओवर गाड़ी जो कार और SV दोनों की सुविधा देगी-
पहले बात सिर्फ ह्युंडई वेन्यू की ही करते हैं. ह्युंडई की पहले जितनी भी क्रॉसओवर गाड़ियां आई हैं (ग्लोबली) उसमें से सबसे छोटी है वेन्यू. इसे Kona का छोटा रूप कहा जा रहा है और मैं आपको बता दूं कि ह्युंडई Kona अभी भारतीय मार्केट में लॉन्च नहीं हुई है. इसे पूरी तरह से SV नहीं मानें क्योंकि ये क्रॉसओवर गाड़ी है और क्रॉसओवर गाड़ियां कार के प्लेटफॉर्म (इंजन, पावर, फीचर्स) में SV वाली स्टाइलिंग और कुछ फीचर्स देती हैं. क्रॉसओवर गाड़ियों में माइलेज, हैंडलिंग, परफॉर्मेंस आदि सब कार वाला ही होता है.
ह्युंडई वेन्यू Kona के मुकाबले 5 इंच छोटी है और ये साइज वाकई बेहद अच्छा है उन लोगों के लिए जिन्हें पार्किंग स्पेस की दिक्कत होती है. जैसे दिल्ली-मुंबई जैसे शहर में तो ये फर्क कम से कम 20 मिनट की ड्राइव बचा सकता है.
कॉम्पैक्ट एसयूवी और क्रॉसओवर का मार्केट-
जहां तक बाकी गाड़ियों की बात है तो 8 से 12 लाख की रेंज वाली गाड़ियां अधिकतर क्रॉसओवर या मिन एसयूवी रेंज में आ रही हैं. एक तरह से देखा जाए तो इनमें कोई खास अंतर है नहीं है बजाए इसके कि कॉम्पैक्ट SV को छोटी एसयूवी माना जाता है जो मिनी एसयूवी से बड़ी, लेकिन मिड साइज एसयूवी से छोटी होती है. अमूमन इसकी लंबाई 4.25 से 4.60 मीटर होती है.
आजकल मार्केट ज्यादातर कॉम्पैक्ट एसयूवी और क्रॉसओवर गाड़ियों से भरा हुआ है. देखिए फोर्ड ईकोस्पोर्ट, वितारा ब्रीजा, XV300, नेक्सन आदि सभी गाड़ियां इसी सेग्मेंट में फिट हो जाती हैं. इंजन पावर की बात करें तो अधिकतर इन सभी गाड़ियों में एक जैसी पावर मिलेगी, हां लुक्स काफी अलग हो सकते हैं.
इस सेग्मेंट की गाड़ियों में लुक्स और डिजाइन SV की तरह होता है.
पर इस रेंज की गाड़ियों की एक बात बेहद अलग है वो ये कि भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट अब इस रेंज को अफोर्डेबल मानना शुरू कर चुका है. यही कारण है कि कई अलग-अलग वेरिएंट इस कीमत में मौजूद हैं और 2019 में ही कई बड़े लॉन्च होने वाले हैं जैसे MG Hector.
ये बदलाव धीरे-धीरे आया है. पहले मारुति ऑल्टो को अफोर्डेबल माना जाता था तब लोग स्विफ्ट को एक लग्जरी समझते थे और थोड़े समय में ये अंतर कम हो गया और एक दौर ऐसा आया जब स्विफ्ट ने मार्केट में अपना दबदबा बना लिया. फिर स्विफ्ट से आगे बढ़कर i20 और ऐसे ही बलेनो जैसी गाड़ियों का जमाना आया. अब मिनी, कॉम्पैक्ट एसयूवी और क्रॉसओवर गाड़ियों की भरमार हो रही है और इस सेग्मेंट की गाड़ियों के साथ ग्राहक महंगी गाड़ियों वाला फील तो ले रहा है, लेकिन दाम उतना नहीं दे रहा.
उदाहरण के तौर पर ह्युंडई वेन्यू को ही ले लीजिए जिसका बेसिक तो कार वाला है, लेकिन हेडरूम, लेग रूम, कनेक्टिविटी फीचर्स इसे आकर्षक बनाते हैं. 8-12 लाख वाला सेग्मेंट सबसे अनोखा है और इस सेग्मेंट की गाड़ियों में भले ही एसयूवी वाला 4-व्हील ड्राइव सिस्टम और अंदर उतनी स्पेस न हो, लेकिन लुक्स के हिसाब से तो ये बेहतर ही लगेगी.
पावर की बात पहले ही हो चुकी है कि ये गाड़ियां कार के प्लेटफॉर्म पर होती है उदाहरण के तौर पर अगर ह्युंडई वेन्यू की ही बात करें तो उसका इंजन पावर उससे काफी छोटे 1.3 लीटर के मारुति सुजुकी के इंजन की तरह ही है.
इस सेग्मेंट का ग्राहक अब बदलाव चाहता है इसे शो ऑफ कह लीजिए या फिर कम दाम में अधिकतर कितने फीचर्स मिल सकते हैं उसके बारे में बात कर लीजिए, लेकिन भारतीय 8-12 लाख की गाड़ियों का मार्केट अब फल फूल रहा है और ग्राहकों के पास कई सारे विकल्प मौजूद हैं. पर कार बनाने वाली कंपनियों को गाड़ी के लुक और फील को एसयूवी जैसा ही रखना होगा ताकि भारतीय ग्राहक के ठाठ बने रहें.
ये भी पढ़ें-
सैमसंग फोल्ड: अनोखा फोन, जिसे मोड़ दो तो टैबलेट बन जाए
ऑटो और कार के बीच बजाज ने गाड़ी घुसाई है, वो बिलकुल क्यूट नहीं है
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.