यूं तो IRCTC पर टिकट बुक करना बहुत से लोगों को आता है, लेकिन जब बात तत्काल टिकट की होती है तो अच्छे-अच्छों के छक्के छूट जाते हैं. अभी तत्काल की विंडो खुलती ही है कि चंद सेकेंड में ही सारे अवेलेबल टिकट 'बुक' दिखने लगते हैं. लोग ये नहीं समझ पाते कि आखिर कौन है जो इतनी तेजी से सारे टिकट बुक कर लेता है. बुधवार को सीबीआई में काम करने वाले एक असिस्टेंट प्रोग्रामर को CBI ने गिरफ्तार किया है. सीबीआई में आने से पहले अजय गर्ग नाम के इस शख्स ने एक सॉफ्टवेयर बनाया था, जिसकी मदद से रेलवे की तत्काल टिकट और अन्य टिकट आसानी से बुक की जा सकती हैं. गर्ग के साथी अनिल गुप्ता को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इस सॉफ्टवेयर की मदद से एक बार में 800 से 1000 टिकट तक बुक किए जा सकते थे.
ये तो थी पहली घटना, जिसका खुलासा हो गया और उसमें गिरफ्तारी भी हो गई. लेकिन ऐसे कई वाकये हैं, जिन पर अभी पुलिस या सीबीआई का ध्यान नहीं गया है. कुछ इसी तरह का काम एक वेबसाइट के जरिए भी हो रहा है. आपको बता दें कि किसी की भी निजी जानकारियां सुरक्षित करना गलत है, लेकिन इस वेबसाइट का इस्तेमाल करके टिकट बुक करने पर आपकी निजी जानकारियां वेबसाइट के डेटाबेस में पहुंच जा रही हैं. ऐसा करने की इजाजत न तो किसी वेबसाइट को है ना ही किसी पेमेंट मर्चेंट को. जानिए कैसे काम करती है ये वेबसाइट और खुद को इससे कैसे बचा सकते हैं.
ये है वो तरीका
जिस टेक्नीक की हम बात कर रहे हैं वह 'आईआरसीटीसी मैजिक ऑटो फिल' है. वेबसाइट का दावा है कि इसका इस्तेमाल करते हुए आप महज 30 सेकेंड के अंदर ही टिकट बुक कर लेंगे और वो भी कंफर्म. इसके लिए आपको कुछ काम करने होंगे.
- सबसे पहले गूगल में 'आईआरसीटीसी मैजिक ऑटो फिल' सर्च करें.
- इसके लिंक पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक पेज खुलेगा, जिस पर Open Reservation Form लिखा होगा. इस पर क्लिक करें.
- आपके सामने जो पेज खुलेगा, वह देखने में काफी हद तक आईआरसीटीसी की तरह लगेगा. इस पेज में अपना यूजरनेम, पासवर्ड, कहां से जाना, कहां तक जाना, नाम, उम्र, सीट प्रिफरेंस और अपनी कार्ड डीटेल्स डालें. सारी जानकारी लिखने के बाद नीचे दिए गए बटन Submit Details पर क्लिक करें.
- इसके बाद आपके सामने एक पेज खुलेगा, जिस पर पीले रंग का एक बटन दिखाई देगा.
- आपको इस बटन को ड्रैग करके यानी खींच कर बुकमार्क में ले जाना होगा, जैसा कि नीचे दिए गए वीडियो में भी दिखाया गया है.
- इसके बाद आपको आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाना होगा.
- हर पेज खुलते ही उसमें जानकारी भरने के बजाए आपको बुकमार्क किए हुए उस बटन पर क्लिक करना होगा और आप देखेंगे कि आपकी सारी जानकारी अपने आप भर जाएगी. हालांकि, कैपचा कोड आपको खुद ही डालना होगा.
- लोगों को टिकट बुक करने में देर इसीलिए लग जाती है क्योंकि उन्हें ये सारी जानकारी भरनी होती है. वहीं बहुत से लोग कार्ड से भुगतान करने के लिए कार्ड की जानकारी भरने में देरी कर देते हैं, लेकिन यहां पर आपका सारा काम एक क्लिक से होगा और आप भी तेजी से महज 30 सेकेंड के अंदर ही तत्काल टिकट या कोई अन्य टिकट बुक कर पाएंगे.
यहां है संभलने की जरूरत
यूं तो आज के समय में बहुत सी वेबसाइट आपके कार्ड की जानकारियां ले लेती हैं, लेकिन इस वेबसाइट पर अपनी कोई ऐसी जानकारी ना शेयर करें, जिनका आपकी इजाजत के बगैर इस्तेमाल हो सकता है. हो सके तो एक बार इस वेबसाइट का इस्तेमाल करके टिकट बुक करने के बाद अपना आईआरसीटीसी का पासवर्ड बदल दें. आपके कार्ड की जानकारी भी इस वेबसाइट के डेटाबेस में पहुंच जाएगी, इसलिए सिर्फ उन्हीं क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करें जो पिन कोड या ओटीपी से सेक्योर हों. साथ ही, यह भी बता दें कि इस वेबसाइट के जरिए Ichowk ने कोई टिकट बुक नहीं कराई है. ऐसे में यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता कि आपकी टिकट बुक होगी भी या नहीं. यूट्यूब के वीडियो में भी जितने लोगों ने कमेंट करके अकाउंट का गलत इस्तेमाल होने को लेकर सवाल पूछे हैं, उनमें से किसी के जवाब नहीं दिए गए हैं. इससे भी यह वेबसाइट शक के घेरे में आती है.
ऐसे सुरक्षित तरीके से टिकट कर सकते हैं बुक
अगर आप चाहें तो एक सुरक्षित तरीके से इस वेबसाइट का इस्तेमाल करते हुए तेजी से टिकट बुक कर सकते हैं। इसके लिए आपको बस दो चीजों का ध्यान रखना होगा। इस वेबसाइट पर दिए गए फॉर्म को भरते हुए अपना आईआरसीटीसी का पासवर्ड और सीवीवी नंबर ना भरें, बाकी सारी जानकारियां भर दें। जब आप आईआरसीटीसी पर टिकट बुक कर रहे हों, उस दौरान अपना पासवर्ड और भुगतान करते समये अपना सीवीवी नंबर भर दें। बाकी सारी जानकारियां इस वेबसाइट की टेक्नीक के जरिए खुद व खुद भर जाएंगी।
CVV सेव करना है गैर-कानूनी
पेमेंट कार्ड इंडस्ट्री डेटा सिक्योरिटी स्टैंडर्ड (PCI DSS) के अनुसार कोई भी कंपनी या पेमेंट मर्चेंट किसी के क्रेडिट कार्ड का सीवीवी नंबर अपने पास सुरक्षित करके नहीं रख सकता है. वहीं irctc-tatkal-magic-autofill-form.com वेबसाइट पर आपका सीवीवी नंबर भी सुरक्षित हो जा रहा है. भले ही कोई आपके ओटीपी के बिना कोई ट्रांजेक्शन नहीं कर सकेगा, लेकिन आपका सीवीवी नंबर उनके डेटाबेस में सुरक्षित हो जाएगा, जो नियमों के खिलाफ है.
किसने बनाई है ये वेबसाइट?
whois.com से यह पता चलता है कि यह वेबसाइट एक शख्स हेमंत सोनी के नाम पर रजिस्टर है. इस वेबसाइट से जुड़े एक हेमंत सोनी का Ichowk ने पता भी लगाया. उनका सुराग हमें एक ब्लॉग से मिला, जहां पर हेमंत सोनी ने ट्रेन यात्रा से जुड़े कुछ सवालों के जवाब दिए हैं. हेमंत सोनी से जब संपर्क किया गया और पूछा गया कि क्या ये वेबसाइट उनकी है? क्या इससे टिकट बुक करना सुरक्षित है? तो उनका जवाब था- 'मैं भी यह वेबसाइट इस्तेमाल करता हूं.' सवालों के बढ़ते दौर में हेमंत सोनी का जवाब भी बदल गया- 'मैंने वेबसाइट के लोगों से संपर्क किया था, यह पूरी तरह सुरक्षित है.' सवालिया निशान उनके तीसरे जवाब पर लगा है, जहां उन्होंने कहा- 'मैंने इस वेबसाइट के लिए मार्केटिंग का काम किया है.'
सवाल यहां खड़ा होता है कि अगर हेमंत सोनी ने इस वेबसाइट के लिए सिर्फ मार्केटिंग की है तो फिर उनका नाम डोमेन रजिस्टर कराने वाले के नाम की जगह कैसे पहुंच गया? साथ ही उनके बदलते जवाब भी एक शक पैदा करते हैं. ऐसा भी हो सकता है कि किसी ने हेमंत सोनी के नाम का दुरुपयोग करते हुए इस वेबसाइट को बनाया हो. खैर, इस वेबसाइट को किसी ने भी बनाया हो, लेकिन आपकी सुरक्षा आपके हाथ है. अगर आप इससे टिकट बुक कराना चाहते हैं तो ध्यान से करें।
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