तकनीक की बदौलत फेसबुक ट्विटर और इंस्टाग्राम वाली इस दुनिया में जीवन भले ही हैश टैग को समर्पित होकर छोटे से और छोटा हो गया हो लेकिन कुछ चीजें बहुत जरूरी हैं. और पासवर्ड उन कुछ चीजों में सबसे ज्यादा जरूरी है. मैटर एकदम सीधा है. आदमी भले ही डिनर के वक़्त ये भूल जाए कि लंच में उसने दाल खाई थी. या फिर उसने सिर्फ सब्जी का ही सेवन कर काम चलाया था. लेकिन उसे पासवर्ड नहीं भूलना चाहिए. कह सकते हैं मानव के लिए पासवर्ड उतना ही जरूरी है जितना मानव शरीर के लिए खून, हृदय, मस्तिष्क और किडनी. इसलिए व्यक्ति को ऐसा कुछ करना चाहिए जिससे वो किसी सूरत में अपना पासवर्ड न भूल पाए. एक ऐसे समय में जब अपने खुदके और एकदम पर्सनल पासवर्ड को व्यक्ति को हर वक़्त अपने पास सहेज के रखना चाहिए लोग सिर्फ हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठे हैं और एक से एक यूनीक पासवर्ड बनाकर तकनीक की क्रांति में अपनी मेहनत का कोयला फूंक रहे हैं.
पासवर्ड के तहत पासवर्ड मैनेजर Nord Pass ने अपनी तरह की अनूठी रिसर्च की है. और दिलचस्प ये कि रिसर्च में जो बातें निकल कर बाहर आई हैं वो कई मायनों में चौंकाने वाली हैं. Nord Pass ने अपनी रिसर्च में इस बात पर रौशनी डाली है कि एक आम भारतीय किस तरह के पासवर्ड से खुद को महफूज समझता है.
चाहे सोशल मीडिया हो. या फिर बैंकों में पैसों का लेन देन. बात बहुत साफ़ है कि इंसान जो भी पासवर्ड बनाए, वो इस हद तक मजबूत हो कि स्थिति कैसी भी क्यों न हो जाए व्यक्ति का घाटा नहीं होना चाहिए. तकनीक के इस दौर में लोग मजबूत पासवर्ड के लिए कितना गंभीर हैं? इस प्रश्न का उत्तर इसी से समझा जा सकता है कि भारत का सबसे पॉपुलर पासवर्ड Password है.
सिर्फ भारत की ही क्या आलोचना...
तकनीक की बदौलत फेसबुक ट्विटर और इंस्टाग्राम वाली इस दुनिया में जीवन भले ही हैश टैग को समर्पित होकर छोटे से और छोटा हो गया हो लेकिन कुछ चीजें बहुत जरूरी हैं. और पासवर्ड उन कुछ चीजों में सबसे ज्यादा जरूरी है. मैटर एकदम सीधा है. आदमी भले ही डिनर के वक़्त ये भूल जाए कि लंच में उसने दाल खाई थी. या फिर उसने सिर्फ सब्जी का ही सेवन कर काम चलाया था. लेकिन उसे पासवर्ड नहीं भूलना चाहिए. कह सकते हैं मानव के लिए पासवर्ड उतना ही जरूरी है जितना मानव शरीर के लिए खून, हृदय, मस्तिष्क और किडनी. इसलिए व्यक्ति को ऐसा कुछ करना चाहिए जिससे वो किसी सूरत में अपना पासवर्ड न भूल पाए. एक ऐसे समय में जब अपने खुदके और एकदम पर्सनल पासवर्ड को व्यक्ति को हर वक़्त अपने पास सहेज के रखना चाहिए लोग सिर्फ हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठे हैं और एक से एक यूनीक पासवर्ड बनाकर तकनीक की क्रांति में अपनी मेहनत का कोयला फूंक रहे हैं.
पासवर्ड के तहत पासवर्ड मैनेजर Nord Pass ने अपनी तरह की अनूठी रिसर्च की है. और दिलचस्प ये कि रिसर्च में जो बातें निकल कर बाहर आई हैं वो कई मायनों में चौंकाने वाली हैं. Nord Pass ने अपनी रिसर्च में इस बात पर रौशनी डाली है कि एक आम भारतीय किस तरह के पासवर्ड से खुद को महफूज समझता है.
चाहे सोशल मीडिया हो. या फिर बैंकों में पैसों का लेन देन. बात बहुत साफ़ है कि इंसान जो भी पासवर्ड बनाए, वो इस हद तक मजबूत हो कि स्थिति कैसी भी क्यों न हो जाए व्यक्ति का घाटा नहीं होना चाहिए. तकनीक के इस दौर में लोग मजबूत पासवर्ड के लिए कितना गंभीर हैं? इस प्रश्न का उत्तर इसी से समझा जा सकता है कि भारत का सबसे पॉपुलर पासवर्ड Password है.
सिर्फ भारत की ही क्या आलोचना करें .अपने को तकनीकी रूप से सशक्त कहने वाले देश जापान की हालत कोई बहुत अच्छी नही है,. जापान में भी पासवर्ड भारत जैसे ही होते हैं.जिनमेloveyou, krishna, sairam और omsairam शामिल हैं. पासवर्ड मैनेजर NordPass के एक रिसर्च के मुताबिक 12345 और दूसरे QWERTY पासवर्ड लिस्ट में टॉप पर हैं. ये भारत में नहीं, बल्कि दुनिया भर में पॉपुलर हैं. खास तौर पर भारत में लोगों के बीच नाम और वर्ड्स को पासवर्ड बना लेते हैं
बात भारतीय पड्सवर्ड की हो तो भारत में प्रचुर मात्रा में इस्तेमाल किए जाने वाले दूसरे पासवर्ड की बात करें तो इनमें 123456789, 12345678, india123, qwerty,abc123, xxx, indya123, 1qaz@WSX, 123123, abcd1234 और 1qaz शामिल हैं. मामले में दिलचस्प ये कि भारत उन देशों में शामिल है जहां टॉप सबसे ज्यादा पॉपुलर पासवर्ड Password है, जबकि 50 में से 43 देशों में टॉप पासवर्ड की लिस्ट में 123456 होते हैं. भारत में Qwerty पासवर्ड भी काफी पॉपुलर है.
NordPass ने इसपर भी सहमति दर्ज की है कि भारतीय एक दूसरे के नाम को भी पासवर्ड बना लेते हैं. Sweetheart, lovely, Sunshine और iloveyou जैसे पासवर्ड भी भारत में जनता द्वारा हाथों हाथ लिए जाते हैं.
रिसर्च में हैं कुछ जरूरी बातें!
रिसर्च में ये भी सामने आया है कि जितने भी लोकप्रिय पासवर्ड्स हैं वो कमजोर हैं. ऐसे में हैकर्स के लिए अकाउंट हैक करना बहुत आसान होता है. साथ ही हमारा कोई जानने वाला भी बड़ी ही चालाकी से हमें बेवकूफ बना सकता है. NordPass के सीईओ जोनस कार्कलिस के मुताबिक पासवर्ड्स लगातार कमजोर होते जा रहे हैं और लोग अभी भी प्रॉपर पासवर्ड हाइजीन को मेंटेन नहीं कर पा रहे हैं.
बेहतर है बार बार बदलने जाएं पासवर्ड्स
क्योंकी पासवर्ड न केवल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है इसलिए NordPass इस बात को मानती है कि व्यक्ति को पासवर्ड सेट करने में किसी तरह की कोताही न बरतें. आम तौर पर कई लोग एक ही पासवर्ड को अवने हर अकाउंट के लिए यूज करते हैं. बहरहाल अब जबकि पासवर्ड को लेकर इतनी जानकारियां होने के बाद तमाम सवाल खड़े ही रहे हैं. हम बस ये कहकर अपनी बातों को विराम देंगे कि पासवर्ड हमारी आपकी जिंदगी आधार है बिना इसके जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती.
इसके अलावा एक बात और. पासवर्ड कोई छोटी मोटी चीज नहीं है व्यक्ति बनाए तो इस बात को सोचकर बनाए कि बिना इसके जीवन शून्य है. आदमी एड़ी से लेकर छोटी का जोर कगए और शिकायत करे तो ये अपने आप में बेईमानी है.
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