स्मार्टफोन में अब फिंगरप्रिंट सेंसर ने लोगों के बहुत से काम आसान कर दिए हैं. फोन को अनलॉक करने से लेकर भुगतान करने तक, बहुत सारे काम सिर्फ एक उंगली के टच से ही हो जाते हैं. पासवर्ड याद रखने का कोई झंझट ही नहीं. ना ही भुगतान के लिए बार-बार टैप करने की जरूरत. लेकिन इस सुविधा का इस्तेमाल धोखेबाजी के लिए भी खूब हो रहा है. कुछ ठगों ने आईफोन के एपल पे के फीचर को अपनी कमाई का जरिया बना लिया. उन्होंने कुछ ऐप बनाए हैं, जिन पर जैसे ही फिंगरप्रिंट पहचान दी जाती है, वैसे ही एपल पे के जरिए आपके खाते से पैसे गायब हो जाते हैं.
इन ऐप्स के जरिए हो रही थी ठगी
जिन ऐप के जरिए ठगी की शिकायतें आई हैं, वो हैं- Heart Rate Monitor, Fitness Balance app और Calories Tracker app. ये ऐप आपकी दिल की धड़कनें मापने या डेली कैलोरीज के बारे में बताने के बहाने 10 सेकेंड तक लगातार फिंगरप्रिंट सेंसर पर उंगली रखने को कह रहे थे. इस 10 सेकेंड के दौरान ही ऐप की तरफ से एक पॉप-अप आता था, जो अपना पैकेज बेचने की बात करता था. यहां आपको बता दें कि आईफोन में एपल पे के जरिए सिर्फ फिंगरप्रिंट के जरिए ही भुगतान की अनुमित दी जा सकती है और ये ऐप 10 सेकेंड के अंदर वो अनुमति ले लेते थे. यानी आपने न चाहते हुए भी उस ऐप का पैकेज खरीद लिया. इन पैकेज की कीमत 90 डॉलर से लेकर 140 डॉलर तक बताई जा रही है. सोशल मीडिया पर शेयर किया गया ये वीडियो देखकर आप बेहतर ढंग से समझ जाएंगे कि ये ऐप कैसे लोगों को ठग रहा था.
फिलहाल इन ऐप को एपल के ऐप स्टोर से हटा...
स्मार्टफोन में अब फिंगरप्रिंट सेंसर ने लोगों के बहुत से काम आसान कर दिए हैं. फोन को अनलॉक करने से लेकर भुगतान करने तक, बहुत सारे काम सिर्फ एक उंगली के टच से ही हो जाते हैं. पासवर्ड याद रखने का कोई झंझट ही नहीं. ना ही भुगतान के लिए बार-बार टैप करने की जरूरत. लेकिन इस सुविधा का इस्तेमाल धोखेबाजी के लिए भी खूब हो रहा है. कुछ ठगों ने आईफोन के एपल पे के फीचर को अपनी कमाई का जरिया बना लिया. उन्होंने कुछ ऐप बनाए हैं, जिन पर जैसे ही फिंगरप्रिंट पहचान दी जाती है, वैसे ही एपल पे के जरिए आपके खाते से पैसे गायब हो जाते हैं.
इन ऐप्स के जरिए हो रही थी ठगी
जिन ऐप के जरिए ठगी की शिकायतें आई हैं, वो हैं- Heart Rate Monitor, Fitness Balance app और Calories Tracker app. ये ऐप आपकी दिल की धड़कनें मापने या डेली कैलोरीज के बारे में बताने के बहाने 10 सेकेंड तक लगातार फिंगरप्रिंट सेंसर पर उंगली रखने को कह रहे थे. इस 10 सेकेंड के दौरान ही ऐप की तरफ से एक पॉप-अप आता था, जो अपना पैकेज बेचने की बात करता था. यहां आपको बता दें कि आईफोन में एपल पे के जरिए सिर्फ फिंगरप्रिंट के जरिए ही भुगतान की अनुमित दी जा सकती है और ये ऐप 10 सेकेंड के अंदर वो अनुमति ले लेते थे. यानी आपने न चाहते हुए भी उस ऐप का पैकेज खरीद लिया. इन पैकेज की कीमत 90 डॉलर से लेकर 140 डॉलर तक बताई जा रही है. सोशल मीडिया पर शेयर किया गया ये वीडियो देखकर आप बेहतर ढंग से समझ जाएंगे कि ये ऐप कैसे लोगों को ठग रहा था.
फिलहाल इन ऐप को एपल के ऐप स्टोर से हटा लिया गया है. इन ऐप्स को अच्छी खासी रेटिंग मिली हुई थी और बहुत से पॉजिटिव रिव्यू भी थे. इन सबकी वजह से कोई भी आसानी से इनके जाल में फंस जा रहा था. हो सकता है कि ऐप की सेवाएं अच्छी हों, जिनसे कुछ लोग पैसे खर्च होने के बावजूद खुश हो रहे हों, लेकिन सवाल ये है कि आखिर किसी ऐप के जरिए यूजर्स को बेवकूफ बनाकर पैसे कैसे लिए जा सकते हैं. रेडिट यूजर्स ने ऐसा होने की शिकायतें सोशल मीडिया पर डाली थीं. ये ठगी भी सिर्फ आईफोन यूजर्स के साथ हो रही थी, क्योंकि एपल पे के जरिए फिंगर प्रिंट से भुगतान हो जाता है. एंड्रॉइड में इस तरह के भुगतान की सुविधा नहीं होने की वजह से शायद इन ठगों की नजर एंड्रॉइड यूजर्स पर नहीं पड़ी.
कैसे काम करता है एपल पे?
सिर्फ फिंगर प्रिंट देने भर से खाते से पैसे कैसे कट सकते हैं, ये जानने के लिए आपको एपल पे का काम करने का तरीका जानना जरूरी है. एपल पे से भुगतान करने के लिए सबसे पहले आपको एपल में अपना कोई डेबिट या क्रेडिट कार्ड जोड़ना होगा. इसमें एक से अधिक कार्ड भी जोड़े जा सकते हैं और आसानी से रिमूव भी किए जा सकते हैं. जब कभी आप एपल पे के जरिए सिर्फ फिंगरप्रिंट स्कैन के जरिए भुगतान करते हैं तो जो भी कार्ड डिफॉल्ट के लिए चुना होता है, उससे पैसे कट जाते हैं. यहां आपको बता दें कि फिंगर प्रिंट से एपल पे के जरिए भुगतान करने में न तो कोई ऐप खुलता है ना ही किसी तरह के पिन या पासवर्ड की जरूरत होती है. यही सहूलियत ठगों के लिए कमाई का जरिया बन गई.
तकनीक ने बहुत से काम आसान किए हैं, जिनमें से एक है भुगतान. जल्दी भुगतान के लिए एपल पे से कार्ड जोड़ना चाहते हैं तो जोड़िए, लेकिन ऐसे ऐप्स से सावधान रहिए जो आपकी फिंगरप्रिंट की जानकारी ले रहे हैं. बल्कि सबसे अच्छा यही होगा कि आप अपनी बैंक डिटेल्स को पासवर्ड और पिन प्रोटेक्टेड ही रहने दें. पासवर्ड याद रखने से बचने के चक्कर में कहीं ऐसा ना हो कि आप भी किसी ठगी का शिकार हो जाएं. ये फिटनेस ऐप तो मामूली पैसों से लोगों को ठग रहे थे, लेकिन इसका इस्तेमाल किसी बड़ी ठगी के लिए भी हो सकता है.
ये भी पढ़ें-
गूगल का नया प्रोग्राम: मच्छर मुक्त दुनिया बनाने का सपना
जंगल में जानवरों की सबसे बड़ी दोस्त बन गई टेक्नोलॉजी
इंसानी नस्ल के साथ चीन में छेड़छाड़ शुरू हो गई है
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.