टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानि TRAI ने इस बार कुछ ऐसा किया है जिससे लोगों को थोड़ा फायदा होगा. खुशी की बात ये है कि ट्राई ने हाल ही में कॉल ड्रॉप को लेकर नए नियम तय किए हैं. अब जो भी नेटवर्क ट्राई के नियम नहीं मानेगा उसकी पेनल्टी भी बढ़ा दी जाएगी. सर्कल से लेकर टॉवर लेवल तक पेनल्टी 1 लाख से लेकर 5 लाख रुपए तक है.
पेनल्टी 10 लाख तक भी जा सकती है अगर कोई ऑपरेटर लगातार तीन महीने तक ट्राई के नियमों का पालन नहीं करता है तो. ट्राई चेयरमैन आरएस शर्मा के अनुसार नेटवर्क ऑपरेटर के परफॉर्मेंस पर ये निर्भर करेगा कि उसे कैसी पेनल्टी दी जाए.
खैर, ये सब तो पेनल्टी की बात है, लेकिन इससे उम्मीद ये की जा सकती है कि कॉल ड्रॉप सुधरेगी. हालांकि, इसके पीछे थोड़ा सा क्रेडिट जियो को भी दिया जा सकता है. शुरुआत तो पिछले साल से जियो ने ही की थी जहां कंपनी ने एयरटेल और अन्य सभी ऑपरेटरों के खिलाफ कॉल ड्रॉप की शिकायत दर्ज करवाई थी. तब से लेकर अब तक कॉल ड्रॉप और बहुत से मामलों में भारतीय टेलिकॉम सेक्टर बदला है. अगर देखा जाए तो ऐसी कई चीजें हैं जो जियो के आने के बाद से शायद हम भूल गए हैं. जैसे...
1. डेटा पैक की चिंता करना...
एक साल पहले की बात करें तो पिछले अगस्त तक हम एक जीबी 3G डेटा के कम से कम 200 रुपए देते थे. उस समय 4G के बारे में सिर्फ सोचा ही जा सकता था और अब देखिए. 309 रुपए में 4 महीने इंटरनेट मिला और अब भी जियो का 309 रुपए वाला पैक 56 दिन तक रोज एक जीबी 4G डेटा दे रहा है. पिछले साल इसी दिन को अगर हम देखें तो 1 जीबी या 2 जीबी डेटा पूरे महीने चलाने में शान समझते थे हम.
2. बिल के बारे में सोचना...
जियो के आने के बाद से ही फ्री कॉलिंग को इतनी लोकप्रियता मिली है. पिछले साल मैं वोडाफोन के एक कॉर्पोरेट प्लान...
टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानि TRAI ने इस बार कुछ ऐसा किया है जिससे लोगों को थोड़ा फायदा होगा. खुशी की बात ये है कि ट्राई ने हाल ही में कॉल ड्रॉप को लेकर नए नियम तय किए हैं. अब जो भी नेटवर्क ट्राई के नियम नहीं मानेगा उसकी पेनल्टी भी बढ़ा दी जाएगी. सर्कल से लेकर टॉवर लेवल तक पेनल्टी 1 लाख से लेकर 5 लाख रुपए तक है.
पेनल्टी 10 लाख तक भी जा सकती है अगर कोई ऑपरेटर लगातार तीन महीने तक ट्राई के नियमों का पालन नहीं करता है तो. ट्राई चेयरमैन आरएस शर्मा के अनुसार नेटवर्क ऑपरेटर के परफॉर्मेंस पर ये निर्भर करेगा कि उसे कैसी पेनल्टी दी जाए.
खैर, ये सब तो पेनल्टी की बात है, लेकिन इससे उम्मीद ये की जा सकती है कि कॉल ड्रॉप सुधरेगी. हालांकि, इसके पीछे थोड़ा सा क्रेडिट जियो को भी दिया जा सकता है. शुरुआत तो पिछले साल से जियो ने ही की थी जहां कंपनी ने एयरटेल और अन्य सभी ऑपरेटरों के खिलाफ कॉल ड्रॉप की शिकायत दर्ज करवाई थी. तब से लेकर अब तक कॉल ड्रॉप और बहुत से मामलों में भारतीय टेलिकॉम सेक्टर बदला है. अगर देखा जाए तो ऐसी कई चीजें हैं जो जियो के आने के बाद से शायद हम भूल गए हैं. जैसे...
1. डेटा पैक की चिंता करना...
एक साल पहले की बात करें तो पिछले अगस्त तक हम एक जीबी 3G डेटा के कम से कम 200 रुपए देते थे. उस समय 4G के बारे में सिर्फ सोचा ही जा सकता था और अब देखिए. 309 रुपए में 4 महीने इंटरनेट मिला और अब भी जियो का 309 रुपए वाला पैक 56 दिन तक रोज एक जीबी 4G डेटा दे रहा है. पिछले साल इसी दिन को अगर हम देखें तो 1 जीबी या 2 जीबी डेटा पूरे महीने चलाने में शान समझते थे हम.
2. बिल के बारे में सोचना...
जियो के आने के बाद से ही फ्री कॉलिंग को इतनी लोकप्रियता मिली है. पिछले साल मैं वोडाफोन के एक कॉर्पोरेट प्लान के 1500 रुपए लगभग देती थी और एक साल में ही वो प्लान अब टैक्स के साथ 600 रुपए में मिल रहा है और डेटा जो पहले 3GB 3G मिला करता था अब वो 6GB 4G मिलता है. अब खुद ही सोच लीजिए बिल की चिंता और डेटा की कीमत कितनी कम हो गई है.
3. रोमिंग की चिंता करना...
जियो ने सबसे पहले फ्री रोमिंग यूजर्स को दी थी. इसके बाद अब लगभग सभी ऑपरेटर्स फ्री रोमिंग सुविधा दे रहे हैं और साथ ही कई नए तरह के रोमिंग प्लान भी आ गए हैं.
4. टीवी देखना...
आप माने या न माने जियो ने टीवी देखने की आदत तो बदल दी है. फ्री 4G डेटा के कारण लाइव स्ट्रीमिंग काफी हद तक बढ़ गई है. जियो 300 से ज्यादा लाइव स्ट्रीमिंग ऑप्शन यूजर्स को देता है. इसके अलावा, जियो के आने के बाद से हॉटस्टार, नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम आदि के लिए भारतीय मार्केट में जगह बनाना आसान हो गया है. तो इसे भी जियो का सफल बदलाव कहा जा सकता है.
तो ये कहना कि जियो की वजह से कुछ नहीं बदला गलत होगा, आप सिर्फ ये भी नहीं कह सकते कि नेटवर्क खराब होने के कारण जियो को नहीं इस्तेमाल किया जा रहा. आने वाले समय में जियो फोन से भी मुकेश अंबानी को इसी तरह की उम्मीद है. अब देखना ये है कि मुकेश अंबानी का जियो किस तरह से फीचर फोन मार्केट में अपनी जगह बना पाता है.
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