अब हम उस दौर में जी रहे हैं जहां किसी के लिए भी किसी की निजी जिंदगी में झांकना बहुत आसान हो गया है. फेसबुक, वॉट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम सभी का डेटा चोरी हो रहा है. किसी न किसी की प्राइवेट फोटो इस्तेमाल हो रही है. शुरुआत में लोगों को ज्यादा सोशल मीडिया सेटिंग्स के बारे में नहीं पता था और इस कारण अधिकतर अकाउंट्स पब्लिक रहते थे, लेकिन धीरे-धीरे ये ट्रेंड बदलने लगा. 2017 में प्राइवेट मैसेजिंग का ट्रेंड आया.
ये ग्राफ buildfire.com द्वारा बनाया गया है. इसमें वो मैसेजिंग एप्स दिखाए गए हैं जो ज्यादा सुविधाजनक तौर पर प्राइवेट मैसेजिंग देते हैं. इनमें वॉट्सएप और फेसबुक सबसे ऊपर हैं. पर अभी भी कई लोगों के लिए ये सोचना की आखिर प्राइवेसी कितनी जरूरी होती है और प्राइवेसी आखिर वास्तव में कितनी सुरक्षित है ये बहुत मुश्किल है..
1. वॉट्सएप...
कितना सुरक्षित..
वॉट्सएप सबसे ज्यादा प्राइवेट मैसेजिंग एप है. जिसके पास नंबर है और जो आपसे जुड़ा हुआ है सिर्फ वही आपको मैसेज कर सकता है, लेकिन असलियत में इसका डेटा भी फेसबुक के पास है. अगर फेसबुक से डेटा चोरी होता है तो वॉट्सएप के सारे कॉन्टैक्ट और उन कॉन्टैक्ट से लिंक एप्स का डेटा भी चला जाएगा. सुरक्षा के मामले में सिर्फ प्राइवेसी सेटिंग्स की जा सकती हैं जिससे अनचाहे यूजर्स से बचा जा सके.
कैसे बनाएं प्राइवेट..
वॉट्सएप सेटिंग्स ऑप्शन में जाकर प्राइवेसी पर क्लिक करें. यहां से लास्ट सीन हाइड करने का ऑप्शन, स्टेटस, प्रोफाइल फोटो हाइड करने का ऑप्शन मिलेगा. साथ ही साथ लाइव लोकेशन और रीड रिसिप्ट का ऑप्शन भी मिलेगा जिसे अपने हिसाब से कस्टमाइज कर सकते हैं.
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अब हम उस दौर में जी रहे हैं जहां किसी के लिए भी किसी की निजी जिंदगी में झांकना बहुत आसान हो गया है. फेसबुक, वॉट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम सभी का डेटा चोरी हो रहा है. किसी न किसी की प्राइवेट फोटो इस्तेमाल हो रही है. शुरुआत में लोगों को ज्यादा सोशल मीडिया सेटिंग्स के बारे में नहीं पता था और इस कारण अधिकतर अकाउंट्स पब्लिक रहते थे, लेकिन धीरे-धीरे ये ट्रेंड बदलने लगा. 2017 में प्राइवेट मैसेजिंग का ट्रेंड आया.
ये ग्राफ buildfire.com द्वारा बनाया गया है. इसमें वो मैसेजिंग एप्स दिखाए गए हैं जो ज्यादा सुविधाजनक तौर पर प्राइवेट मैसेजिंग देते हैं. इनमें वॉट्सएप और फेसबुक सबसे ऊपर हैं. पर अभी भी कई लोगों के लिए ये सोचना की आखिर प्राइवेसी कितनी जरूरी होती है और प्राइवेसी आखिर वास्तव में कितनी सुरक्षित है ये बहुत मुश्किल है..
1. वॉट्सएप...
कितना सुरक्षित..
वॉट्सएप सबसे ज्यादा प्राइवेट मैसेजिंग एप है. जिसके पास नंबर है और जो आपसे जुड़ा हुआ है सिर्फ वही आपको मैसेज कर सकता है, लेकिन असलियत में इसका डेटा भी फेसबुक के पास है. अगर फेसबुक से डेटा चोरी होता है तो वॉट्सएप के सारे कॉन्टैक्ट और उन कॉन्टैक्ट से लिंक एप्स का डेटा भी चला जाएगा. सुरक्षा के मामले में सिर्फ प्राइवेसी सेटिंग्स की जा सकती हैं जिससे अनचाहे यूजर्स से बचा जा सके.
कैसे बनाएं प्राइवेट..
वॉट्सएप सेटिंग्स ऑप्शन में जाकर प्राइवेसी पर क्लिक करें. यहां से लास्ट सीन हाइड करने का ऑप्शन, स्टेटस, प्रोफाइल फोटो हाइड करने का ऑप्शन मिलेगा. साथ ही साथ लाइव लोकेशन और रीड रिसिप्ट का ऑप्शन भी मिलेगा जिसे अपने हिसाब से कस्टमाइज कर सकते हैं.
2. फेसबुक...
कितना सुरक्षित..
केम्ब्रिज एनालिटिका मामले के बाद ये तो समझ आ ही गया होगा कि फेसबुक सुरक्षित नहीं है. डेटा बहुत ही आसानी से थर्ड पार्टी को दिया जा सकता है और फेसबुक मैसेज से लेकर पोस्ट और आपके फोटोज तक सब कुछ फेसबुक के पास रहता है. प्राइवेसी सेटिंग्स का इस्तेमाल कर बस अनचाहे लोगों को अपनी प्रोफाइल से दूर कर सकते हैं.
कैसे बनाएं प्राइवेट..
फेसबुक की प्राइवेसी सेटिंग्स में जाकर ये कस्टमाइज किया जा सकता है कि आखिर आने वाले पोस्ट, फेसबुक फोटो, नंबर, फ्रेंड्स आदि को कौन देख सकता है और कौन नहीं.
ऊपर दिए गए पेज की मदद से अपने हिसाब से प्राइवेसी की सेटिंग्स कर सकते हैं.
3. इंस्टाग्राम...
कितना सुरक्षित..
इंस्टाग्राम में भले ही आपका अकाउंट प्राइवेट हो फिर भी इस्तेमाल किए गए हैशटैग्स की मदद से आपका पोस्ट देखा जा सकता है. इंस्टाग्राम पर ब्रैंड प्रमोशन फेसबुक से 10 गुना और ट्विटर से 84 गुना ज्यादा होता है और इसलिए डेटा वायरल होने की गुंजाइश भी ज्यादा रहती है.
कैसे बनाएं प्राइवेट..
इंस्टाग्राम में प्राइवेट अकाउंट बनाया जा सकता है. इससे अपने पोस्ट, फोटोज आदि सिर्फ उन्हीं लोगों को दिखेंगे जिन्हें अप्रूव किया जाएगा.
4. ट्विटर...
कितना सुरक्षित..
ट्विटर में सुरक्षा जैसा कुछ खास है नहीं, पर फिर भी डेटा चोरी की बात करें तो ये काफी खतरनाक साबित हो सकता है. यहां भी प्राइवेसी सेटिंग्स की जा सकती हैं कि आपका अकाउंट कैसे प्राइवेट हो सके.
कैसे बनाएं प्राइवेट..
ट्विटर में सेटिंग्स और प्राइवेसी में जाकर अपने अकाउंट को कस्टमाइज किया जा सकता है. सबसे पहले तो सिक्योरिटी में टू-स्टेप वेरिफिकेशन (जिससे फोन नंबर पर ओटीपी आने के बाद अकाउंट में साइन इन होगा) किया जा सकता है.
यहां ट्वीट की प्राइवेसी, फोटो की प्राइवेसी, लोकेशन की प्राइवेसी आदि की जा सकती है जो आपके अकाउंट को थोड़ा प्राइवेट बना सकता है.
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