भारतीय सभ्यता बहुत पुरानी है और लोग इस सभ्यता को निभाने में और अपने मन की करने में कोई कसर नहीं छोड़ते. भारतीयों की सभ्यता के दो अहम हिस्से जुगाड़ और ज्ञान बांटना. इस प्रोसेस में हम इतने पारंगत हैं कि सोशल मीडिया पर भी इसी काम में लगे रहते हैं. फेसबुक हो या वॉट्सएप दोनों को ही इंडियन तरीके से इस्तेमाल करना हमारी आदत में शुमार है. अगर बात वॉट्सएप की हो तो ऐसी कई चीजें हैं जिनमें भारतीय टैग लगा हुआ है. ऐसी कई गलतियां हैं जो वॉट्सएप इस्तेमाल करते समय भारतीय करते हैं.
1. स्टेटस अपडेट...
कोई स्टेटस कब अपडेट करना चाहिए? जब कुछ फनी मिले, कोई अच्छी तस्वीर दिखे, कोई बात शेयर करनी हो या कोई शायरी ही लिखनी हो. पर कुछ लोगों ने इसे एक अलग लेवल दे दिया है. वॉट्सएप स्टेटस अपडेट में लोग 10-15 फोटोज शेयर करते हैं, साथ ही हर वो चीज़ डाल देते हैं जो आसानी से उपलब्ध है. भले ही उसकी कोई वैल्यू हो भी या नहीं. ये देखिए दो उदाहरण आपके सामने है.
2. फॉर्वर्ड... शेयर... फॉर्वर्ड...
वॉट्सएप की दुनिया में कुछ भी कभी भी वायरल हो सकता है. चाहें किसी 100 साल में एक बार होने वाली आकाशीय घटना हो या फिर किसी के खो जाने की बात वॉट्सएप में सब चलता है. इतना तो सभी को पता होगा कि एक आम वॉट्सएप ग्रुप पर कैसे मैसेज आते हैं. उसमें कोई दादी मां के नुस्खे वाला फॉर्वर्डेड मैसेज भेजता है तो कोई अमेरिका में हो रही कोई घटना की जानकारी देता है (अक्सर ये गलत ही होता है.) ऐसे में कई गुमशुदा वाले मैसेज भी आ जाते हैं और उन्हें लोग सच ही मान लेते हैं जैसे..
इस फोटो के साथ...
भारतीय सभ्यता बहुत पुरानी है और लोग इस सभ्यता को निभाने में और अपने मन की करने में कोई कसर नहीं छोड़ते. भारतीयों की सभ्यता के दो अहम हिस्से जुगाड़ और ज्ञान बांटना. इस प्रोसेस में हम इतने पारंगत हैं कि सोशल मीडिया पर भी इसी काम में लगे रहते हैं. फेसबुक हो या वॉट्सएप दोनों को ही इंडियन तरीके से इस्तेमाल करना हमारी आदत में शुमार है. अगर बात वॉट्सएप की हो तो ऐसी कई चीजें हैं जिनमें भारतीय टैग लगा हुआ है. ऐसी कई गलतियां हैं जो वॉट्सएप इस्तेमाल करते समय भारतीय करते हैं.
1. स्टेटस अपडेट...
कोई स्टेटस कब अपडेट करना चाहिए? जब कुछ फनी मिले, कोई अच्छी तस्वीर दिखे, कोई बात शेयर करनी हो या कोई शायरी ही लिखनी हो. पर कुछ लोगों ने इसे एक अलग लेवल दे दिया है. वॉट्सएप स्टेटस अपडेट में लोग 10-15 फोटोज शेयर करते हैं, साथ ही हर वो चीज़ डाल देते हैं जो आसानी से उपलब्ध है. भले ही उसकी कोई वैल्यू हो भी या नहीं. ये देखिए दो उदाहरण आपके सामने है.
2. फॉर्वर्ड... शेयर... फॉर्वर्ड...
वॉट्सएप की दुनिया में कुछ भी कभी भी वायरल हो सकता है. चाहें किसी 100 साल में एक बार होने वाली आकाशीय घटना हो या फिर किसी के खो जाने की बात वॉट्सएप में सब चलता है. इतना तो सभी को पता होगा कि एक आम वॉट्सएप ग्रुप पर कैसे मैसेज आते हैं. उसमें कोई दादी मां के नुस्खे वाला फॉर्वर्डेड मैसेज भेजता है तो कोई अमेरिका में हो रही कोई घटना की जानकारी देता है (अक्सर ये गलत ही होता है.) ऐसे में कई गुमशुदा वाले मैसेज भी आ जाते हैं और उन्हें लोग सच ही मान लेते हैं जैसे..
इस फोटो के साथ मैसेज कई वॉट्सएप ग्रुप्स पर जा रहा था कि इस लड़की का एक्सिडेंट हो गया है. इलेक्ट्रॉनिक सिटी फ्लाईओवर के पास. अगर किसी को इसके बारे में कोई भी जानकारी हो तो बताएं और सभी ग्रुप्स में शेयर करें. अब खुद सोचिए, अगर इसमें एक्सिडेंट का केस होता तो पुलिस आती और ड्राइविंग लाइसेंस से ये पता लगाना कितना मुश्किल है कि लड़की कौन है और उसका घर कहां है? और कुछ भी हो लड़की का ड्राइविंग लाइसेंस ऐसे कई वॉट्सएप ग्रुप्स पर तो शेयर नहीं किया जाएगा. बिना सोचे समझे न जाने कितने ग्रुप्स में इस फोटो को वायरल कर दिया होगा.
3. फैक्ट चेक पर ध्यान न देना..
एक तरह से ये फॉर्वर्ड करने वाली बात से ही जुड़ा हुआ है, लेकिन है थोड़ा नेक्स्ट लेवल वाला है. किसी फोटो या किसी दादी मां के नुस्खे को फॉर्वर्ड करना तो ठीक लेकिन लोग भारत सरकार द्वारा बदले गए कानून, नियम आदि को भी बिना चेक किए फॉर्वर्ड कर देते हैं. अब ज्ञान अगर हमारे पास आया है तो उसे किसी और से भी बांटना पड़ेगा न. अगर जीएसटी को ही उदाहरण लिया जाए तो फाइनेंस मिनिस्ट्री और अरुण जेटली के नाम पर न जाने कितने ही फ्रॉड नंबर, स्कैम वॉट्सएप पर फॉर्वर्ड किए गए. कई बार तो इतने फालतू फैक्ट भेजे जाते हैं कि इंसान अपना सिर पीट ले.
अगर कोई सोच रहा है कि इंडिया का नाम कैसे पड़ा तो ये INDS नदी के नाम पर पड़ा.
4. वॉट्सएप की DP हटा लेना..
वॉट्सएप की डीपी यानी डिस्प्ले पिक्चर हटाना बहुत आम बात है, लेकिन भारत में अक्सर इसे गुस्सा या उदासी दिखाने का तरीका माना जाता है. बहुत दुख है तो वॉट्सएप डीपी हटा कर साइलेंट प्रोटेस्ट करेंगे. इससे दिखेगा कि हम कितने दुखी हैं. लोग झक मारकर पूछेंगे ही कि आखिर क्या हो गया है, डीपी क्यों हटा ली. किसे पता, दुख जताने का ये नायाब तरीका शायद भारत में ही इजाद किया गया हो..
5. धर्म के नाम पर मैसेज..
भारत में ऐसा कितनी बार हुआ है कि वॉट्सएप पर धार्मिक मैसेज आए हों, इसके बाद ऐसा कितनी बार हुआ है कि ये मैसेज हिंसक हों और किसी अन्य धर्म की बुराई कर रहे हों. मुजफ्फरपुर के दंगे वॉट्सएप के कारण हो गए थे जिसमें वॉट्सएप पर एक गलत क्लिप फॉर्वर्ड की गई और कुछ लोगों की भावनाएं आहत हो गईं.
ये मैसेज भी कुछ ऐसा ही है. भारत में वैसे भी असहिष्णुता एक बड़ा मुद्दा है ऐसे में वॉट्सएप पर बिना जिम्मेदारी कोई मैसेज भेज देना भारतीयों की आदत है.
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