नॉर्थ कोरिया का तानाशाह है कि मानता नही
किम जोंग के पागलपन, उन्माद और अमानवीय व्यवहार को पूरी दुनिया जानती है. अपने खिलाफ प्रतिक्रिया का भी नॉर्थ कोरिया पर कोई असर नही होता दिख रहा है. ताजा परमाणु परीक्षण ने इस बात को फिर साबित कर दिया है..
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किम जोंग के पागलपन, उन्माद और अमानवीय व्यवहार को पूरी दुनिया जानती है. अपने खिलाफ प्रतिक्रिया का भी नॉर्थ कोरिया पर कोई असर नही होता दिख रहा है.
नॉर्थ कोरिया लगातार यूएन, अमेरिका सहित कई देशों के प्रतिबंधों और धमकियों को न मानते हुए पिछले लगातार कुछ समय से कई बार मिसाइल और परमाणु परीक्षण कर चुका है. नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन ने देश की सेना को आदेश दिया है कि वे परमाणु हथियारों को किसी भी वक़्त इस्तेमाल करने के लिए तैयार रखें. जानकार इसे नॉर्थ कोरिया पर यूएन सिक्यूरिटी काउंसिल की ओर से लगाए गए कई तरह के कड़े प्रतिबंध की प्रतिक्रिया के रूप में देखते हैं.
पिछले 10 वर्षों में यानी अक्टूबर 2006 से लेकर सितंबर 2016 तक कोरिया ने पांच बार परमाणु परीक्षण किए हैं. उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के पास वो हथियार हैं जो वाकई में पूरी दुनिया में तबाही ला सकते हैं. नॉर्थ कोरिया के पास हथियारों का बड़ा जखीरा है, जिससे पूरी मानवता हमेशा से सशंकित है, अगर हम एक नज़र इन विध्वंसक हथियारों पर डाले, तो ये अचंभे से ज़्यादा डर और सिहरन पैदा करता है .
· 6 जनवरी 2016 को नॉर्थ कोरिया ने हाइड्रोजन बम टेस्ट कर पूरी दुनिया को चौंकाया था· नॉर्थ कोरिया की सबसे खतरनाक मिसाइल टाइपोडोंग-3 जो कि बैलिस्टिक श्रेणी की मिसाइल है. इसकी मारक क्षमता 10 हजार किलोमीटर से भी ज्यादा है.· मुसुडान, और नोडोंग मिसाइल भी बैलिस्टिक टाइप की मिसाइल हैं.
नॉर्थ कोरिया के पास कम से कम आठ ऐसी औद्योगिक इकाइयां हैं, जो जैविक हथियार तैयार करने में सक्षम हैं. हालांकि, अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है. 2009 में इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप की रिपोर्ट में कहा गया था कि नॉर्थ कोरिया के पास 2,500 से लेकर 5,000 टन रासायनिक हथियारों का जखीरा है. इनमें मस्टर्ड गैस, सरीन से लेकर अन्य नर्व एजेंट्स शामिल हैं.
उत्तर कोरिया का 10 वर्षों में पांचवां परमाणु परीक्षण.. (फाइल फोटो) |
इसी हफ्ते नॉर्थ कोरिया ने अपना पांचवां और सबसे बड़ा न्यूक्लियर टेस्ट करके दुनिया को डरा दिया. गौरतलब है कि नॉर्थ कोरिया का शुक्रवार को स्थापना दिवस था. नॉर्थ कोरिया का न्यूक्लियर टेस्ट इतना शक्तिशाली था कि एक हजार किलोमीटर दूर तक की जमीन कांप गई. अमेरिकी, जापान और साउथ कोरिया जैसे देश के साथ पूरी दुनिया तब और चिंतित हो गई जब नॉर्थ कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी ने यह दावा किया कि हमने सिर्फ अपना सबसे बड़ा न्यूक्लियर टेस्ट ही नहीं किया बल्कि ऐसी बैलिस्टिक मिसाइल भी बना ली है, जो न्यूक्लियर वेपन ले जा सकती है.
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डर का आलम ये हैं अमेरिका ने साउथ कोरिया के इलाके में 'थाड' यानी टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम लगाने का फैसला कर लिया है. किम ने इस साल जनवरी में दावा किया था कि उसने केवल न्यूक्लियर टेस्ट ही नहीं हाइड्रोजन बम का परीक्षण भी कर लिया है. इससे पहले नॉर्थ कोरिया इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च कर चुका है.
नॉर्थ कोरिया के प्रमुख सहयोगी चीन ने नॉर्थ कोरिया के कदम का कड़ा विरोध किया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एक चेतावनी के तौर पर चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, 'नॉर्थ कोरिया हालात को बिगाड़ने वाले किसी भी कदम से बचे.'
दुनिया के कुछ बड़े एवं शक्तिशाली देशों के प्रतिक्रियाओं पर भी एक नज़र डालें...
· नॉर्थ कोरिया तुरंत ऐसे खतरनाक खेल बंद करे और बिना शर्त यूएन के सभी प्रस्तावों को मान ले -व्लादिमीर पुतिन, राष्ट्रपति, रूस · न्यूक्लियर टेस्ट के लिए नॉर्थ कोरिया को गंभीर नतीजे भुगतने होंगे. उस पर नए प्रतिबंध लगाए जाएंगे -बाराक ओबामा, राष्ट्रपति, अमेरिका· नॉर्थ कोरिया पूरी तरह से गैरकानूनी देश बन गया है. पूरी दुनिया को साथ आकर उसे रोकना चाहिए -शिंजो आबे, प्रधानमंत्री, जापान
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