कांग्रेस से जुड़े करीब 700 फेसबुक पेज झूठा प्रचार करते पकड़े गए!
फेसबुक ने 1 अप्रैल को कांग्रेस और पाकिस्तान से जुड़े कई प्रोपगैंडा पेज डिलीट कर दिए हैं. इन फेसबुक पेज के जरिए भारतीय राजनीति और आर्मी के खिलाफ लगातार झूठी पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली जा रही थीं.
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लोकसभा चुनाव 2018 से पहले फेसबुक ने भी अपना सफाई अभियान चलाया है. हैरानी की बात यह है कि फेसबुक पर झूठा प्रचार करते हुए कांग्रेस से जुड़े करीब 700 पेज दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट से हटा दिए गए. कांग्रेस पर 2014 में भी फेसबुक पर झूठा प्रचार फैलाने का आरोप लगा था. जिसमें उसकी मदद कैंब्रिज एनेलिटिका ने की थी. उन आरोपों के दाग अब तक धुले भी नहीं थे कि पार्टी के सिर पर यह चुनाव में गलत हथकंडे अपनाने का दाग लग गया है. वैसे तो राजनीति से जुड़े हुए कई पेज डिलीट हुए हैं, लेकिन कांग्रेस के जिन पेज को डिलीट किया गया है उनमें लाखों फॉलोवर्स थे. इनमें से कुछ लोकसभा चुनाव 2014 के समय से ही मौजूद थे और कुछ हाल ही में बनाए गए हैं.
फेसबुक ने पाकिस्तान की ओर से संचालित होने वाले भी कई फेसबुक पेज को अपने प्लेटफॉर्म से हटाया है, जो भारतीय सेना और समाज के बारे काफी नियोजित ढंग से झूठ फैला रहे थे. फेसबुक ने ऐसे लगभग 1000 फेसबुक पेज डिलीट करने की बात कही है.
कौन-कौन से फेसबुक पेज हुए हैं डिलीट?
फेसबुक पेज चार अलग ग्रुप्स में डिलीट किए गए हैं इनमें-
1. कांग्रेस से जुड़े हुए पेज-
वैसे तो भारतीय राजनीति से जुड़े हुए सोशल मीडिया पर असंख्य पेज हो सकते हैं पर फेसबुक ने अपनी आधिकारिक पोस्ट में कांग्रेस से जुड़े 687 पेज के बारे में बताया है. इन पेज के बारे में बताते हुए लिखा गया है कि जो लोग इनके पीछे थे वो फेक अकाउंट्स का इस्तेमाल कर रहे थे और इनमें से अधिकतर अकाउंट भी डिलीट कर दिए गए हैं. ये फेक अकाउंट्स अपने पेज से जुड़े हुए कंटेंट को प्रमोट करने के लिए ही बनाए गए थे. इन पेज को चलाने वाले अधिकतर राजनीतिक न्यूज और आने वाले चुनावों से जुड़े कई पोस्ट शेयर किए जाते थे. इसमें कांग्रेस का प्रचार, किसी कैंडिडेट के अपने विचार, भाजपा के खिलाफ पोस्ट आदि सब कुछ शेयर होते थे. फेसबुक ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि जो लोग इन पेज से जुड़े हुए थे उन्होंने अपनी पहचान छुपाने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस के आईटी सेल से ये सभी जुड़े हुए मिले.
इसमें 138 फेसबुक पेज, 549 फेसबुक अकाउंट शामिल थे. साथ ही कम से कम 2 लाख 6000 से ज्यादा फेसबुक अकाउंट्स द्वारा एक या अधिक पेज फॉलो किया गया था. साथ ही इन पेज से करीब 26 लाख रुपए विज्ञापन पर खर्च किए गए हैं. पहला विज्ञापन 2014 अगस्त में आया था और आखिरी अभी मार्च 2019 का ही है.
फेसबुक की पोस्ट में वो कंटेंट भी शेयर किया गया जो ये पेज पोस्ट कर रहे थे.
इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, मोदी के अन्याय के खिलाफ न्याय.
ये पोस्ट राहुल गांधी की ताज़ा न्याय स्कीम के एवज में की गई है.
इन सभी पेज में जो पोस्ट की जाती थीं उनमें से कई सारी फेक न्यूज भी होती थी.
जब से राहुल गांधी ने न्याय स्कीम की बात की है तब से ऐसे पेज पर इस तरह की पोस्ट बढ़ गई हैं.
कांग्रेस के ये पेज डिलीट होना पार्टी के लिए अच्छी बात नहीं है.
कैंब्रिज एनेलिटिका का दाग नहीं धुला पर नया दाग लग गया...
पिछले साल जहां कैंब्रिज एनेलिटिका फर्म का खुलासा हुआ था और फेसबुक की बहुत बदनामी हुई थी तब इस पूरे राज़ का खुलासा करने वाले Christopher Wylie ने कांग्रेस पार्टी का भी नाम लिया था. ऐसा माना गया था कि वोटर को लुभाने के लिए फेसबुक का इस्तेमाल करने वाली पार्टियों में कांग्रेस भी थी. Christopher Wylie ने कहा था कि 'भारत से सभी तरह के प्रोजेक्ट मिलते थे. इसमें कांग्रेस पार्टी भी एक क्लाइंट थी. मुझे नैशनल प्रोजेक्ट के बारे में याद नहीं है पर कई रीजनल प्रोजेक्ट मिलते थे. ' इस समय कांग्रेस पार्टी की सांसद ने ट्विटर पर इस आरोप को खारिज भी किया था.
I reiterate, the Congress party has never engaged with Cambridge Analytica, nationally or regionally.
— Divya Spandana/Ramya (@divyaspandana) March 27, 2018
कैंब्रिज एनालिटिका की वेबसाइट पर भी सिर्फ कांग्रेस पार्टी से जुड़ा एक ही प्रोजेक्ट दिखाया गया था, लेकिन CA की वेबसाइट पर भरोसा कैसे किया जाए जब दुनिया के कई देशों में फेसबुक के जरिए होने वाले काले कारनामों में इस कंपनी का नाम सामने आ गया था.
2. पाकिस्तान से जुड़े पेज-
पाकिस्तान से जुड़े 103 पेज डिलीट किए गए हैं. इसमें ऐसे ग्रुप्स भी थे जो फेसबुक और इंस्टाग्राम दोनों से जुड़े हुए थे और कई तरह की एक्टिविटी करते थे. इसमें भारत को लेकर प्रोपगैंडा फैलाने वाले पेज शामिल थे.
ये सभी 103 पेज पाकिस्तान से जुड़े हुए थे और इनमें न सिर्फ भारत के लिए बल्कि कश्मीर के लिए भी प्रोपगैंडा पोस्ट शामिल रहती थीं. इसमें मिलिट्री फैन पेज, कश्मीर कम्युनिटी पेज, हॉबी और न्यूज पेज शामिल हैं. इन सभी पेज में अक्सर भारतीय सरकार के खिलाफ पोस्ट शेयर होती थीं. इसमें भारतीय मिलिट्री पोस्ट भी थीं और साथ ही अभिनंदन के वापस भेजे जाने की कई पोस्ट शेयर की गई थीं. हालांकि, इन पेज के पीछे किसका हाथ है इसे छुपाने की काफी कोशिश की गई, लेकिन फेसबुक की जांच में पाया गया कि ये सभी पेज ISPR (Inter-Service Public Relations) जो पाकिस्तानी मिलिट्री से संबंधित संस्था है उससे जुड़े हुए हैं.
फेसबुक और इंस्टाग्राम मिलाकर 24 पेज, 57 फेसबुक अकाउंट, 7 ग्रुप और 15 इंस्टाग्राम अकाउंट शामिल थे जिनमें कुल मिलाकर 2.8 मिलियन फॉलोवर्स थे. इन सभी पेज से करीब 76,168 रुपए के विज्ञापन पोस्ट किए गए थे. पहला विज्ञापन 2015 मई और आखिरी 2018 दिसंबर में चलाया गया था. फेसबुक की रिपोर्ट में इन पेज के उदाहरण भी दिए गए.
पाकिस्तान के वो पेज जो भारत के खिलाफ प्रोपगैंडा में इस्तेमाल किए जा रहे थे.
यही नहीं पाकिस्तान से जुड़े ये पेज कश्मीर के मामले में भी कई पोस्ट करते थे.
पाकिस्तान का ये पेज जो कश्मीर में भारतीय सेना के खिलाफ पोस्ट करता है.
इस तरह ही भारतीय सेना और भारतीय सरकार के खिलाफ कई पोस्ट करने वाले पेज डिलीट किए गए हैं. खास बात ये है कि फेसबकु की आधिकारिक पोस्ट में ही लिखा हुआ है कि ये पेज पाकिस्तानी मिलिट्री से जुड़े हुए थे.
3. अन्य ग्रुप जिन्हें फेसबुक ने हटाया है-
इन दो के अलावा, फेसबुक की तरफ से 321 ऐसे पेज डिलीट किए गए हैं जो स्पैम पोस्ट डालते थे और गाइडलाइन्स पूरी नहीं करते थे. साथ ही, 15 ऐसे पेज भी हैं जो भारतीय IT फर्म सिल्वर टच से जुड़े हुए थे, लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि इस IT फर्म से जुड़े हुए पेज अधिकतर नरेंद्र मोदी की तारीफ वाली पोस्ट डालते थे और इन्हें भी एक तरह से प्रोपगैंडा पेज कहा जा रहा था.
IT फर्म सिल्वर टच से जुड़े हुए एक पेज की पोस्ट
चौंकाने वाली बात ये है कि इन 15 पेजों से मिलाकर 48 लाख रुपए विज्ञापन पर खर्च किए गए हैं. इसमें सबसे पहला विज्ञापन जून 2014 में शेयर किया गया था और सबसे ताज़ा विज्ञापन फरवरी 2019 में शेयर किया गया.
वैसे ये नहीं कहा जा सकता कि ये पेज भाजपा से जुड़े हुए थे क्योंकि फेसबुक ने अपनी रिपोर्ट में ऐसी कोई खास डिटेल नहीं दी है.
किस आधार पर डिलीट किए गए ये पेज?
फेसबुक ने अपनी पोस्ट में ये लिखा है कि ये सभी पेज इसलिए हटाए गए हैं क्योंकि ये एक तरह की प्रोपगैंडा और भटकाने वाली पोस्ट शेयर कर रहे थे. कांग्रेस और पाकिस्तान से जुड़े पेज में कोई कनेक्शन नहीं मिला, लेकिन इन पेज को डिलीट करने के पीछे कारण यही था कि ये सब लोगों को भटकाने वाली पोस्ट कर रहे थे.
फेसबुक ने अपने आधिकारिक पोस्ट में ये माना है कि ये सभी पेज कहीं न कहीं लोगों को भड़काने और भटकाने की कोशिश कर रहे थे.
इसमें खास तौर पर उन पेज को डिलीट किया गया है जो या तो फेक अकाउंट से जुड़े हुए थे या फिर किसी ऐसी संस्था से जो खुद के बारे में जानकारी दिए बिना ही ऐसे पेज ऑपरेट कर रही थी. फेसबुक अभी भी अपनी जांच जारी किए हुए है और आगे और भी पेज डिलीट हो सकते हैं.
कांग्रेस बेनकाब!
फिलहाल सबसे बड़ा सवाल ये है कि कांग्रेस जो अब तक बीजेपी आईटी सेल पर झूठे प्रचार करने का आरोप लगाती थी, अब फेसबुक की कार्रवाई के बाद बेनकाब हो गई है. 2014 के चुनाव में कैंब्रेज एनेलिटिका की मदद लेने का दाग धुला नहीं था कि अब यह नया झमेला शुरू हो गया है. तो सवाल यह है कि मोदी और बीजेपी को चैलेंज करने वाली यह पार्टी अब सोशल मीडिया पर किस मुंह से अपनी बात रखेगी?
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