कैराना से पता चल गया कि कैसे ढूंढी जाती है खराब EVM
कैराना उपचुनाव में कई बड़े नेताओं और पत्रकारों ने ईवीएम में गड़बड़ी की बात फिर से कहनी शुरू कर दी है. चौंकाने वाली बात ये है कि इस बार ईवीएम भी उनका साथ दे रही है.
-
Total Shares
देश की 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा हैं. और लंबी कतार में खड़े हुए लोग अपनी बारी आने का इंतज़ार कर रहे हैं. पर तपती गर्मी में खड़े मतदाताओं के लिए आज वोट करना ईवीएम ने मुश्किल कर दिया है. नुरपूर और कैराना के लगभग 175 बूथों पर ईवीएम की गड़बड़ी की बात कही जा रही है. ईवीएम और वीवीपैट में खराबी की शिकायतों के बाद विपक्ष ने इसे बीजेपी की साजिश बताया है. कैराना से आरएलडी उम्मीदवार तबस्सुम हसन ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिकायत की है. ये बात समाजवादी पार्टी के नेता ज़ोर-शोर से उठा रहे हैं.
यूपी चुनाव के बाद से ही हर चुनाव में ईवीएम में घोटाले और गड़बड़ी की बातें सामने आने लगी हैं. चौंकाने वाली बात ये है कि उससे पहले ईवीएम को लेकर कभी इस तरह की बात नहीं की गई थी और न ही उत्तर प्रदेश चुनाव में वोटिंग के दौरान इस तरह की बात हुई थी.
बहरहाल, कैराना बाईपोल के वक्त कई बड़े नाम इस 'ईवीएम हटाओ देश बचाओ' की दौड़ में शामिल हो गए. मुद्दा ये है कि जब ईवीएम में गड़बड़ी हो ही गई और वोट पड़ेंगे ही नहीं तो क्या भाजपा क्या कांग्रेस जीत तो किसी भी पार्टी के हाथ नहीं लगेगी न. ऐसा भी कह सकते हैं कि इस बार ईवीएम की गड़बड़ी तो अमित शाह की भी नाक में दम कर जाएगी.
शामली, कैराना, गंगोह, नकुड, थानाभवन और नूरपुर के लगभग 175 पोलिंग बूथों से EVM-VVPAT मशीन के ख़राब होने की शिकायत तुरंत सुनी जाए. pic.twitter.com/PKeofl6VX6
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 28, 2018
उप चुनाव में जगह-जगह से EVM मशीन के ख़राब होने की ख़बरें आ रही हैं, लेकिन फिर भी अपने मताधिकार के लिए ज़रूर जाएँ और अपना कर्तव्य निभाएँ.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 28, 2018
ये तो थी अखिलेश यादव की बात, लेकिन सिर्फ वही नहीं हैं जो EVM के लिए आवाज़ उठा रहे हैं. राष्ट्रीय लोक दल (RDL) की तबस्सुम हसन ने भी इलेक्शन कमीशन को कैराना, गंगोह, नकुड आदि पोलिंग बूथ पर खराब EVM की बात पर पत्र लिखा है.
Tabassum Hasan, Rashtriya Lok Dal (RLD) candidate for #Kairana Lok Sabha by-poll, writes to the Election Commission over faulty EVMs & VVPATs in around 175 polling booths across Shamli, #Kairana and #Noorpur pic.twitter.com/thY6WXGZD4
— ANI UP (@ANINewsUP) May 28, 2018
साथ ही साथ तबस्सुम जी ने ये बात पत्रकारों से कही भी है.
Tabassum Hasan, Rashtriya Lok Dal (RLD) candidate for #Kairana Lok Sabha by-poll, casts her vote; says, 'machines are being tampered everywhere, faulty machines haven't been replaced in Muslim&Dalit dominated areas. They (BJP) think they can win polls like this.That won't happen' pic.twitter.com/1jyBDTmtKZ
— ANI UP (@ANINewsUP) May 28, 2018
इस मामले में समाजवादी पार्टी के कई नेता मैदान में उतर आए हैं. पार्टी के राजेंद्र चौधरी ने ईवीएम मामले पर ये कहा कि नूरपुर से कम से कम 140 ईवीएम के खराब होने की आशंका जताई जा रही है और ऐसी ही रिपोर्ट कैराना से भी आ रही है.
There are reports that in #Noorpur 140 EVMs are faulty, which is because they've been tampered, there are similar reports from #Kairana. They (BJP) want to avenge defeat in Phulpur & Gorakhpur, which is why they want to defeat us at any cost : Rajendra Chaudhary, Samajwadi Party pic.twitter.com/0FqfZEG8vl
— ANI UP (@ANINewsUP) May 28, 2018
समाजवादी पार्टी के ही राजीव राय ने भी ईवीएम के प्रति अपना गुस्सा निकाला. उनके हिसाब से भी खराब ईवीएम मशीनें मतदाताओं के साथ धोखा है और लोकतंत्र का कत्ल है.
BJP has not been able to keep its promises: Rajeev Rai, Spokesperson, Samajwadi Party#NewsToday Live: https://t.co/4fqxBVUizL pic.twitter.com/XAR0QraNQz
— India Today (@IndiaToday) March 14, 2018
समाजवादी पार्टी का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट भी ईवीएम के बेवफा होने की दुहाई दे रहा है.
कैराना लोकसभा उपचुनाव में विधानसभा क्षेत्र शमली के बूथ संख्या 2,3,4 पर ईवीएम ख़राब होने से मतदान बाधित।कार्रवाई कर मतदान सुचारू रूप से करवाए चुनाव आयोग। #KairanaByElection #KairanaByPoll #electioncommission #evm #Bypolls
— SamajwadiPartyMedia (@MediaCellSP) May 28, 2018
समाजवादी पार्टी से ही जुड़े मोहित यादव ने भी पर्चे पर लिखे नामों के आधार पर ईवीएम को दोषी ठहराने की कोशिश की है.
कैराना लोकसभा एवं नूरपुर विधानसभा उपचुनाव मे #EVM की ख़राबी से मतदाताओं को निराश होकर लौटना पड़ रहा है।तंत्र के ज़रिए लोक को प्रभावित करने की कोशिश… जल्द से जल्द उचित कार्रवाई कर सुचारू रूप से मतदान सुनिश्चित कराए चुनाव आयोग।#KairanaByPoll #NoorpurByElection#ElectionCommission pic.twitter.com/12SKvm0SVB
— Mohit Yadav (@Mohityadav4708) May 28, 2018
इसी तरह समाजवादी पार्टी के एक और नेता उदयवीर सिंह ने भी ईवीएम कहानी में अपनी जानकारी प्रस्तुत कर दी.
खंदरावली गांव विधानसभा शामली में बूथ नम्बरों 227,228,229 evm खराब हुई #KairanaByPoll #KairanaByElection #bypolls #EVM #ElectionCommissionOfIndia
— Udaiveersingh (@UDhakre) May 28, 2018
समाजवादी पार्टी के ही पूर्व प्रवक्ता ने भी ईवीएम के खिलाफ अपनी नाराज़गी दर्ज करवाई..
खेल शुरू हो गया#KairanaByElection #ElectionCommission #EVM @yadavakhilesh @samajwadiparty @ANINewsUP https://t.co/a6Q1jFb2zj
— Manoj Dhoopchandi (@manojdhopchandi) May 28, 2018
नेताओं की बात छोड़ दें तो कई आम लोगों ने भी ईवीएम पर इसी तरह के सवाल उठाए हैं. ट्विटर पर कैराना चुनाव एक तरह से ईवीएम विरोधी चुनाव बनता जा रहा है.
जिस तरह से #सपा बाहुल्य इलाको मे #EVM व वी•वी• पैड खराब की शिकायते आने के बाद भी #निवारण नही हो रहा हैयह जनतंत्र से ज्यादा #हिटलर तंत्र को प्रदर्शित करता है।। pic.twitter.com/eydutzzOGh
— Nikit (@nikitverma2016) May 28, 2018
उपचुनावों में #EVM मशीनों का उन बूथों पे ख़राब होना जहाँ भाजपा का वोट बैंक न के बराबार हो, भाजपा के 'गंदी नीयत और फ़र्जी विकास' का साक्षी है जो कि योगी जी मोदी जी की 'येन केन प्रकारेण' चुनाव जीतने और किसी भी क़ीमत पे सरकार में बने रहने की दमनकारी सोच को जनता के सामने ले आती है।
— Kunwar Ateeq Ahmed ™ (@KunwarAteeq) May 28, 2018
कुछ का ये भी कहना है कि कुछ खास इलाकों में ही ईवीएम की गड़बड़ियां सामने आ रही हैं.
भाजपा का षडयंत्र #कैराना_उपचुनाव में #EVM में की तकनीकी गडबडी । दलित-मुस्लिम-जाट बहुल इलाकों में की #evm_मशीन खराब
— जयंत चौधरी [Fan's Club] (@PakoRaLeDubega) May 28, 2018
कर्नाटक की ईमानदार #EVM #कैरानामें बेईमान हो गयी??मतलब साफ है बीजेपी जीत रही हैऔर लोकतंत्र खतरे में आने वाला है#KairanaByPoll #bypolls
— Naresh Upreti (@NareshUpreti) May 28, 2018
जब तक #EVM बैन नहीं होगी तब तक लोकतंत्र की हत्या होती रहेगी
— Aniruddh Yadav (@YadavsAniruddh) May 28, 2018
EVMs not working is an example of BJP's professed use of 'sam, daam, dand, bhed' - Sanjay Raut (Shiv Sena) #EVM #evm_मशीन
— Sukhvinder Shahi (@SukhvinderShahi) May 28, 2018
#EVM facing glitch in #Palghar and #GondiaConsistency of Glitch governance is impeccible ????This will also ensure to cut anti incumbancy votes
— Atul Modani (@atulmodani) May 28, 2018
Women who lined up to vote earlier in the day due to Roza said on record that they won't be able to return later in the day if they're made to wait for over an hour due to faulty #EVM s. https://t.co/wjGAkeP6o1
— Sukhvinder Shahi (@SukhvinderShahi) May 28, 2018
#bypolls started. Hopefully our Shah purchased very good #EVM machines. Jai Shri Ram!!!
— Don't Worry We Have Amit Shah (@webuymlashere) May 28, 2018
हमेशा की तरह ट्विटर पर दोनों ही तरह के लोग हैं. वो भी जो मोदी विरोधी हैं और वो भी जिन्हें ईवीएम का ये पूरा मामला सिर्फ नौटंकी ही लग रहा है और अभी भी यही कहा जा रहा है कि ईवीएम सेफ हैं.
Here comes the #EVM nautanki again by these looses.
— Krishnangshu Sarkar (@krishind07) May 28, 2018
सिर्फ कैराना ही नहीं. ईवीएम के खिलाफ मुहिम की आवाज पालघर और भंडारा-गोंदिया उपचुनाव के मतदान से भी आईं. प्रफुल्ल पटेल ने भंडारा-गोंदिया में किसी खास जगह का तो हवाला नहीं दिया, लेकिन आरोप लगा दिया कि ईवीएम में गड़बड़ी है. इसके बाद वे दुनिया का उदाहरण देने लगे कि ईवीएम को कई देशों ने अस्वीकार कर दिया है. उन्होंने फिर अखिलेश यादव के साथ बातचीत का हवाला दे डाला कि वे कैराना में 300 जगह ईवीएम में खराबी की बात कह रहे हैं. प्रफुल्ल पटेल की ये वाकई सामान्य शिकायत है या रणनीति का हिस्सा ?
EVMs malfunctioning in Bhandara-Gondiya poll. In many big European nations, election commissions have rejected the EVMs and gone back to ballot paper system. SP leader Akhilesh Yadav ji just called me up,he also said 300 EVMs not working in Kairana bypoll: Praful Patel,NCP pic.twitter.com/M8mOsOHNIt
— ANI (@ANI) May 28, 2018
हर चुनाव के बाद ईवीएम का रोना तो आम बात हो गई है और अब हर चुनाव में कहां तक इसपर ध्यान दिया जाए या किस हद तक इस मामले को इग्नोर किया जाए इसमें भी कन्फ्यूजन है पर यकीनन ईवीएम की खराबी का इस बार का मामला कुछ अनोखा है. गुजरात चुनाव में कांग्रेस के बड़े नेता अर्जुन मोढवाडिया ने कुछ वैसी ही बात की थी, जैसी कर्नाटक में ब्रजेश कलप्पा ने कर्नाटक में किया था. जब पूरे गुजरात में VVPAT मशीनों का उपयोग हो रहा था, तभी मोढवाडिया ने कहा कि ईवीएम मशीनों को वाई-फाई और ब्लूटूथ से कंट्रोल किया जा रहा है और भाजपा के पक्ष में मतदान कराया जा रहा है. चुनाव आयोग ने तुरंत इसकी जांच की और इस दावे को झूठा करार दिया. जैसा कि अंदेशा था, मोढवाडिया अपनी जीत को लेकर आशंकित थे और वो ईवीएम में अपना मुंह छुपा रहे थे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं और वो पोरबंदर से चुनाव हार गए.
So far we have received 3 complaints of malfunctioning EVM/VVPAT across the State including from Ramanagara, Chamarajpet and Hebbal. The INC is taking up these issues with the EC.
— Brijesh Kalappa (@brijeshkalappa) May 12, 2018
ये ट्वीट कलप्पा ने कर्नाटक चुनाव पोलिंग के दौरान की थी. कर्नाटक में ब्रजेश कलप्पा ने जहां-जहां आरोप लगाए वहां भाजपा नहीं बल्कि कांग्रेस और जेडीएस के उम्मीदवार जीते. अब ये सोचना कि ईवीएम की गड़बड़ी आखिर कितनी भाजपा के पक्ष में है और कितनी विपक्ष में ये चिंता की बात है.
ये मामला तो इलेक्शन कमीशन के विवेक पर निर्भर करता है, लेकिन एक बात तो पक्की है कि कई पोलिंग बूथ पर ईवीएम के काम न करने से आम लोगों को परेशानी हुई हैं. हालांकि, ईवीएम में खराबी की शिकायतें यदि 5 फीसदी से कम आती हैं, तो चुनाव आयोग इसे चिंताजनक नहीं मानता है. कर्नाटक चुनाव में VVPAT मशीनों का इस्तेमाल हुआ था. लेकिन उनमें खराबी की शिकायत 5 फीसदी से ज्यादा नहीं हो पाई. जबकि विपक्षी दलों ने यूपी चुनाव के बाद से ये रिवाज ही बना लिया है कि सुबह-सुबह बड़े नेता ईवीएम में खराबी को लेकर एक माहौल बनाएंगे. उनकी इस रस्मी आपत्तियों ने कुछ वाजिब शिकायतों को भी छोटा बना दिया है.
ये भी पढ़ें-
आपकी राय