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Updated: 19 अप्रिल, 2020 07:56 PM
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दुनिया के साथ साथ कोरोना वायरस (Coronavirus) ने भारत की कमर तोड़ दी है. बीमारों की संख्या और मौत का ग्राफ दोनों ही लगातार बढ़ते जा रहे हैं इसलिए काम धाम ठप है और लोग अपने अपने घरों में कैद हैं. सरकार ने साफ कर दिया है कि कोई भी अपने घर से बाहर नहीं निकलेगा और यदि कहीं पर भी कोई सार्वजनिक कार्यक्रम होता है तो उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. ये बातें हमारे आपके लिए हैं. राजनेताओं के लिए नियम दूसरे हैं. किसी और के लिए हों न हों कम से कम कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) के लिए तो हैं ही. अब इसे बेशर्मी कहें या कुछ और लॉक डाउन के दौरान अपने बेटे की भव्य शादी कर चर्चा में आए एच डी कुमारस्वामी ने अपनी सफाई दी है और कहा है कि उन्होंने कुछ भी ग़लत नहीं किया है.

Coronavirus, Lockdown, HD Kumaraswamy, Marriageएचडी कुमारस्वामी के बेटे की शादी में आशीर्वाद देने पहुंचे वर्तमान मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा

लॉकडाउन के दौरान अपने बेटे की शादी कराने के मामले के चलते सुर्खियों में आए एचडी कुमारस्वामी ने चुप्पी तोड़ी है. इंडिया टुडे से हुई बातचीत में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि, 'हमने शादी से पहले सभी सावधानियां बरती थीं. इसमें कुछ भी गलत नहीं था. हालांकि मैं नहीं जानता कि आखिर कुछ मीडिया के साथी इस मामले को उछालकर देश को गुमराह क्यों कर रहे हैं?'

ध्यान रहे कि शादी के वो विजुअल भी देश की जनता ने देखे तजे जिसमें शादी में आए किसी भी मेहमान ने मुंह पर मास्क नहीं लगाया था. इस बात को लेकर भी कुमारस्वामी परिवार की तीखी आलोचना हुई थी. इस पर भी कुमारस्वामी ने अपनी सफ़ाई दी है. कुमार स्वामी ने अपने आप में एक अनोखा तर्क पेश करते हुए कहा है कि कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन में मास्क लगाना जरूरी नहीं है.

अब इसे चोरी पर सीनाजोरी ही कहा जाएगा कि अपने गलत को सही ठहराने के लिए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने मुंबई के बांद्रा में हुई घटना का जिक्र किया और अपनी गलती पर पर्दा डालते हुए बांद्रा के रेलवे स्टेशन में भारी संख्या में मजदूरों की भीड़ जमा होने को लापरवाही की पराकाष्ठा बताया. साथ ही उन्होंने कर्नाटक के वर्तमान मुख्यमंत्री पर पिछले हफ्ते सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया.

गौरतलब है कि मामले को लेकर कुमारस्वामी ने ये भी तर्क दिया है कि उन्होंने शादी के कार्यक्रम के लिए जिलाधिकारी से अनुमति ली थी. उन्होंने यह भी बताया कि इस शादी समारोह में सिर्फ परिवार के लोग (ब्लड रिलेटिव) ही शामिल रहे. इसमें किसी भी बाहरी को आमंत्रित नहीं किया गया था.

कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री अश्वत्थ नारायण को चुनौती देते हुए कहा है कि, 'मैं कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री को चुनौती देता हूं कि अगर हमने कुछ गलत किया है, तो वो कार्रवाई करें.' दरअसल, उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा था कि गौड़ा परिवार ने लॉक डाउन की परवाह न करते हुए सोशल डिस्टेनसिंग की धज्जियां उड़ाई हैं.

जब से मामला प्रकाश में आया है कुमारस्वामी परिवार की तरफ से लगातार यही कहा जा रहा है कि राज्य सरकार की इजाजत से ये शादी सम्पन्न हुई है. वहीं जब हम इस शादी की तस्वीरें देखें तो एक दूसरी ही हकीकत निकल कर हमारे सामने आती है और ये भी साफ पता चलता है कि अपनी एक बेवकूफी से कुमारस्वामी परिवार ने हजारों लोगों की ज़िंदगी को दांव पर लगाया है.

बहरहाल एक राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके कुमार स्वामी जिस तरह के तर्क अपनी बेवकूफी पर दे रहे हैं. उसके बाद ये साफ हो गया है कि देश की सरकार और पीएम मोदी को इस घटना का संज्ञान लेना चाहिए और कुमारस्वामी के ऊपर सख्त से सख्त धारा लगाकर केस दर्ज करना चाहिए.

हम ये बात सिर्फ इसलिए कह रहे हैं क्योंकि केस दर्ज होने के बाद ही कर्नाटक जैसे राज्य, जोकि अपनी शिक्षा के लिए जाना जाता है. के मुख्यमंत्री रह चुके एचडी कुमारस्वामी को भी इस बात का एहसास हो कि क्या आम क्या ख़ास कानून की नजर में सब बराबर होते हैं. जो गलती करता है सजा का हक़दार वही होता है. इस मामले में कुमारस्वामी से गुनाह हुआ है और उन्हें बख्शा किसी भी सूरत में नहीं जाना चाहिए.

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