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Updated: 22 मई, 2019 12:27 PM
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Lok Sabha Election 2019 Exit Poll: पांचवें दौर में छह मई को सात राज्यों में वोटिंग हुई. जिन 51 सीटों पर वोटिंग होने जा रही है उनमें उत्तर प्रदेश की 14, बिहार की 5, राजस्थान की 12 के साथ ही पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश की 7-7 सीटें शामिल हैं. जिन प्रमुख नेताओं की किस्मत का जनता की अदालत में फैसला होने वाला है उनमें प्रमुख हैं - राहुल गांधी, सोनिया गांधी, स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह, जयंत सिन्हा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और अर्जुन मेघवाल. अब एग्जिट पोल के नतीजे आ चुके हैं तो हर कोई ये जनना चाहता है कि आखिर किस सीट पर कौन जीत रहा है.

2014 में कैसा रहा था चुनावी गणित?

लोकसभा चुनाव के 5वें चरण में कुल 51 सीटों पर वोटिंग हुई थी. 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में इन 51 सीटों में से 39 सीटें भाजपा ने जीती थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 2 सीटें आई थीं. इनके अलावा एआईटीसी ने 7, आरएलएसपी ने 1, पीडीपी ने 1 और एलजेपी ने 1 सीट पर जीत हासिल की थी. 2014 की तुलना में अगर सिर्फ 5वें चरण के एग्जिट पोल को देखा जाए तो भाजपा के मुकाबले कांग्रेस मजबूत हुई है. हालांकि, 23 तारीख को आने वाली नतीजे ही इसकी पुष्टि करेंगे कि कौन मजबूत हुआ है और किसे जीत मिलेगी.

क्या रहा खास?

लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सबसे अहम सीट थी अमेठी, जिसे लेकर खूब चर्चा भी हुई. स्मृति ईरानी ने लगातार कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह इसलिए अमेठी से वायनाड गए हैं, क्योंकि उन्हें हार का डर है. मतदान के कुछ दिन पहले राहुल गांधी ने अमेठी वासियों के नाम एक पत्र भी लिखा, जिसमें अमेठी के लोगों का आशीर्वाद मांगा था.

इसके अलावा हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा भी इस दौरान काफी चर्चा में रहे. दरअसल, उनकी पत्नी पूनम सिन्हा सपा-बसपा के गठबंधन के टिकट पर लखनऊ से चुनावी मैदान में हैं, जबकि वहां से कांग्रेस के नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन भी हैं. यहां दिलचस्प ये है शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी पत्नी के साथ उनका प्रचार किया. यानी खुद कांग्रेस का होते हुए कांग्रेस के ही उम्मीदवार के खिलाफ प्रचार किया.

एग्जिट पोल, लोकसभा चुनाव 2019, भाजपा, कांग्रेसकांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस के ही प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव प्रचार कर के सुर्खियां बटोर लीं.

10 सीटें जिनके exit poll result का सबसे ज्‍यादा इंतजार था-

1. अमेठी (Amethi Exit Poll Results) - पांचवें दौर के मतदान का मुख्य आकर्षण उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Exit Poll Results 2019) की अमेठी संसदीय सीट है. गांधी परिवार के गढ़ अमेठी में राहुल गांधी को बीजेपी की ओर से एक बार फिर स्मृति ईरानी चैलेंज कर रही हैं. ये स्मृति ईरानी का असर ही समझा जा रहा है कि राहुल गांधी ने इस बार अमेठी के साथ-साथ केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ा. लगातार भाजपा ये कहती रही कि राहुल डर कर वायनाड भागे हैं, जिसका जनता पर काफी असर भी पड़ा है. एग्जिट पोल की मानें तो अमेठी में इस बार भाजपा और कांग्रेस में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. पलड़ा तो कांग्रेस का ही भारी है, लेकिन हैरानी की बात नहीं होगी अगर स्मृति ईरानी जीत जाएं

2. रायबरेली (Raebareli Exit Poll Results) - प्रियंका वाड्रा वैसे तो अमेठी और रायबरेली दोनों जगह शुरू से चुनावी तैयारियों की निगरानी करती रही हैं, लेकिन सोनिया गांधी तबीयत खराब होने के चलते यूपी के रायबरेली पर ज्यादा ध्यान देना पड़ा. अमेठी की ही तरह रायबरेली भी गांधी परिवार का गढ़ रहा है. अमेठी में लोग भले ही भाजपा और कांग्रेस में कंफ्यूज दिख रहे हों, लेकिन रायबरेली की लड़ाई अभी भी एकतरफा ही है. एग्जिट पोल दिखा रहे हैं कि ये सीट इस बार भी कांग्रेस के खाते में ही रहेगी और सोनिया गांधी की जीत होगी. बीजेपी ने रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है जो कभी गांधी परिवार के बेहद करीबी रहे हैं. दिनेश सिंह पांच भाई हैं और खुद को पांच पांडव भी कहा करते हैं.

3. लखनऊ (Lucknow Exit Poll Results) - यूपी के लखनऊ से केंद्रीय गृह मंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री रह चुके राजनाथ सिंह बीजेपी के उम्मीदवार हैं. ये सीट 28 साल से बीजेपी के पास बनी हुई है. 1991 से 2009 तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी यहां से सांसद रहे. 2014 में राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं रीता बहुगुणा जोशी को पौने तीन लाख वोटों से हराया था. फिलहाल रीता बहुगुणा जोशी योगी सरकार में मंत्री हैं. एग्जिट पोल के अनुसार इस बार भी इस सीट पर भाजपा ही जीतेगी और 28 सालों का रिकॉर्ड कायम रहेगा. लखनऊ से सपा-बसपा गठबंधन ने पूनम सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है. पूनम सिन्हा बीजेपी से कांग्रेस में चले गये शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी हैं. कांग्रेस के टिकट आचार्य प्रमोद कृष्णन चुनाव लड़ रहे हैं.

4. बहराइच (Bahraich Exit Poll Results) - यूपी की बहराइच संसदीय सीट पर 2014 में जीत तो बीजेपी को ही मिली थी, लेकिन इस बार उसे प्रत्याशी बदलना पड़ा है. बीजेपी सांसद सावित्री बाऊ फुले पिछले साल बीजेपी छोड़ कर कांग्रेस में चली गयीं और इस बार कांग्रेस की उम्मीदवार हैं. भले ही सावित्री बाऊ फुले ने भाजपा का साथ छोड़ कर कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया हो, लेकिन जनता को भाजपा पर ही भरोसा है. एग्जिट पोल दिखा रहे हैं कि इस बार भी यहां से भाजपा के टिकट पर पूर्व विधायक ही जीत रहे हैं. 2014 में सावित्री बाई फुले ने समाजवादी पार्टी के शब्बीर अहमद को करीब 95 हजार वोटों से हराया था. शब्बीर अहमद इस बार सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार हैं. भाजपा ने पूर्व विधायक अक्षयवर लाल गोंड को टिकट दिया है

5. हाजीपुर (Hajipur Exit Poll Results) - बिहार (Bihar Exit Poll Results 2019) की हाजीपुर लोक सभा सीट केंद्रीय मंत्री और एलजेपी नेता रामविलास पासवान का इलाका रहा है. हाजीपुर रामविलास पासवान के रिकॉर्ड वोटों से जीतने का भी गवाह बना है. हाजीपुर से एलजेपी के टिकट पर इस बार उनके भाई पशुपति कुमार पारस चुनाव लड़ रहे हैं. हाजीपुर की लड़ाई को लोग पासवान बनाम लालू प्रसाद की प्रतिष्ठा की लड़ाई के तौर पर भी देख रहे हैं. अगर एग्जिट पोल के नतीजों को देखें तो यहां से भाजपा के गठबंधन वाली लोक जनशक्ति पार्टी ही जीत रही है. आरजेडी ने इसी इलाके के विधायक शिवचंद को टिकट दिया है. शिवचंद लालू प्रसाद और राबड़ी के बेहद करीबी बताये जाते हैं. यही वजह है कि मुकाबले पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं.

6. सारण (Saran Exit Poll Results) - बीजेपी की ओर से तो राजीव प्रताप रूडी मैदान में हैं, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल की ओर से चंद्रिका राय चुनौती दे रहे हैं. लालू प्रसाद के समधी और उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय को लेकर लालू परिवार में तनाव बना हुआ है. तेज प्रताप का उनकी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक का मुकदमा चल रहा है और वो शुरू से ही चंद्रिका राय की उम्मीदवारी का विरोध करते आ रहे हैं. एग्जिट पोल के नतीजे दिखा रहे हैं कि इस सीट पर भाजपा और आरजेडी के बीच तगड़ी टक्कर है. हालांकि, पलड़ा भाजपा का ही भारी है.

7. मधुबनी (Madhubani Exit Poll Results) - बिहार के मधुबनी से वीआईपी यानी विकासशील इंसान पार्टी के बद्री कुमार पूर्वे उम्मीदवार हैं तो कांग्रेस के सीनियर नेता रहे शकील अहमद निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे हैं. बीजेपी ने पांच बार के सांसद हुकुमदेव नारायण यादव को तो मना कर दिया, लेकिन उनके बेटे अशोक यादव को उम्मीदवार बना दिया. एग्जिट पोल के अनुसार एक बार फिर यहां से भाजपा ही जीतेगी.

8. हजारीबाग (Hazaribagh Exit Poll Results) - अगर बात की जाए झारखंड (Jharkhand Exit Poll Results 2019) की तो यहां हजारीबाग से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा को फिर से उम्मीदवार बनाया है. जयंत सिन्हा पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे हैं लेकिन अब उन्होंने बीजेपी छोड़ दिया है. जयंत सिन्हा हाल फिलहाल अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी मसूद अजहर को 'जी' लगा कर संबोधित करने को लेकर सुर्खियों में आए थे. जयंत सिन्हा के खिलाफ कांग्रेस ने गोपाल साहू को टिकट दिया है. सीपीआई की ओर से पूर्व सांसद भुवनेश्वर मेहता भी किस्मत आजमा रहे हैं. इस बार एग्जिट पोल के नतीजों ने इस सीट को भाजपा के जयंत सिन्हा की किस्मत में लिखा है.

9. लद्दाख (Ladakh Exit Poll Results) - जम्मू कश्मीर (Jammu & Kashmir Exit Poll Results 2019) की लद्दाख सीट पर कुल चार उम्मीदवार मैदान में हैं. बीजेपी ने इस बार लद्दाख से जामियांग सीरिंग नाम्गयाल को टिकट दिया है. लद्दाख से दो निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं - सज्जाद कारगिली व असगर अली करबलई. निर्दलीय होने के बावजूद कोई इन्हें हल्के में नहीं ले रहा है. पिछली बार बीजेपी उम्मीदवार की जीत महज 36 वोटों से हुई थी और इस बार भी एग्जिट पोल भाजपा को ही जीतता दिखा रहे हैं.

10. खजुराहो (Khajuraho Exit Poll Results) - मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Exit Poll Results 2019) की खजुराहो लोक सभा सीट पर मुकाबला बहूरानी बनाम जमाई के रूप में बताया जा रहा है. कांग्रेस उम्मीदवार कविता सिंह असल में छतरपुर राजघराने की बहू हैं जो खुद को स्थानीय बता कर वोट मांगती आयी हैं. समाजवादी पार्टी ने भी यहां से वीर सिंह को टिकट दिया है जो मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, एग्जिट पोल ने साफ कर दिया है कि यहां से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे विष्णु दत्त शर्मा जीतेंगे.

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