New

होम -> सियासत

 |  4-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 30 दिसम्बर, 2017 11:32 AM
अशोक उपाध्याय
अशोक उपाध्याय
  @ashok.upadhyay.12
  • Total Shares

अपने नेताओं की चापलूसी करते हुए देखने पर भारतीय राजनीति के किसी भी विद्यार्थी के दिमाग में बस एक ही नाम आता है और वो नाम है देवकांत बरुआ. असम से आने वाले कांग्रेसी नेता बरुआ 1975 से 1977 के दौरान, जब देश में आपातकाल था, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे. उन्होंने कहा था कि ‘ इंदिरा इज़ इंडिया एंड इंडिया इज़ इंदिरा' अर्थात “इंदिरा भारत हैं, भारत इंदिरा है”. इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की चापलूसी की पराकाष्ठा के रूप में याद किया जाता है.

भारतीय राजनीति में इस बयान को चाटुकारिता की इंतिहा माना गया है. वर्तमान कांग्रेस एक व्यक्ति या परिवार प्रधान पार्टी है. वहां अगर कोई नेता अपने सर्वोच्च नेता की चमचागिरी करता है तो समझ में आता है कि वो ऐसा अपनी राजनीतिक उन्नति के लिए कर रहा है. पर अगर भाजपा का कोई नेता ऐसा करता है तो थोड़ी उलझन होती है. क्योंकि यह पार्टी अपने आप को व्यक्ति प्रधान नहीं बल्कि संगठन प्रधान मानती है. भाजपा के नेता बड़े गर्व से कहते हैं कि यही एक ऐसी पार्टी है जहां एक प्रचारक भी पीएम की कुर्सी तक पहुंचता है. फिर यहाँ पर चाटुकारिता क्यों? आइये नजर डालते हैं कुछ चाटुकारिता भरे भाजपा नेताओं के बयानों पर.

बीजेपी विधायक ने पीएम मोदी को बताया कृष्ण का अवतार..

अपने विवादित बयानो के लिए मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले राजस्थान के भाजपा विधायक ज्ञान देव अहूजा का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान श्री कृष्ण का अवतार हैं. दिसंबर 29, 2017 को अंग्रेजी दैनिक द हिंदू को दिए एक इंटरव्यू में प्रधान मंत्री के बारे में उन्होंने कहा कि “यह आदमी भगवान कृष्ण का अवतार है. उनका एक विशिष्ट व्यक्तित्व है. अभी लोग उन्हें पहचानने में सक्षम नहीं हैं, लेकिन जब सही समय आएगा तो कई चीजें स्पष्ट हो जाएंगी”. विधायक जी यहीं नहीं रुके उन्होंने इस बात की भी भविष्यवाणी कर डाली की 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद नरेंद्र मोदी एक दशक से भी ज्यादा समय तक देश की सत्ता पर काबिज रहेंगे.

भाजपा, मोदी, चाटूकार, कांग्रेस यह पहला मामला नहीं है जब भाजपा के किसी राजनेता ने प्रधानमंत्री मोदी को भगवान का दर्जा दिया हो. उनसे बड़े-बड़े नेताओं ने उनसे पहले इस तरह का वक्तव्य दे रखा है.

पीएम मोदी भारत को भगवान का उपहार हैं - वेंकैया नायडू

मार्च 20, 2016 को तब के केंद्रीय मंत्री एवं आज के उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री को देश के लिए भगवान का तोहफा बताते हुए कहा है कि वह गरीबों के लिए मसीहा हैं. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान उन्होंने कहा, ‘मोदी जी भारत के लिए गॉड गिफ्ट हैं. वो गरीबों का मसीहा हैं. उन्हें हर क्षेत्र में चुनौती विरासत में मिली है. वो उन चुनौतियों से निपटने की कोशिश कर रहे हैं'.

भाजपा, मोदी, चाटूकार, कांग्रेस

भारत को भगवान का उपहार हैं PM मोदी- कृषि मंत्री राधामोहन सिंह

पिछले साल अप्रैल के महीने में केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को भारत को भगवान का उपहार बताया था. भाजपा के किसान प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में उन्होंने कहा, 'स्वतंत्रता के बाद कोई भी ऐसी सरकार सत्ता में नहीं आई जिसे देश के भविष्य के बारे में इतनी अधिक चिंता हो. इस लिहाज से मोदी सरकार और प्रधानमंत्री भगवान का उपहार हैं'

भारत के लिए भगवान का उपहार है PM मोदी - शिवराज सिंह

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा की आशा से भी अच्छे प्रदर्शन से उत्साहित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया और लिखा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के लिए भगवान का वरदान हैं और उनकी जनकल्याणकारी योजनाओं के कारण देश को उन पर असीम विश्वास है’. दो महीने बाद, सर्बानंद सोनोवाल के असम के मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में भी शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी को भगवान का वरदान बताया. उन्होंने कहा, "मोदी भारत के लिए भगवान का वरदान हैं. मोदी के नेतृत्व में महंगाई घट रही है और विकास तेज़ी से हो रहा है. मोदी केवल भारत के प्रधानमंत्री नहीं हैं, वो आज एक विश्व नेता हैं."

भाजपा, मोदी, चाटूकार, कांग्रेस

वेंकैया नायडू, राधामोहन सिंह एवं शिवराज सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान का उपहार बताया तो भाजपा विधायक ज्ञान देव अहूजा ने अपने बड़े नेताओं को काफी पीछे छोड़ते हुए उन्हें भगवान श्री कृष्ण का अवतार बता दिया. जिस रफ़्तार से पार्टी के शिर्ष नेता हर दिन चापलूसी के नए-नए आयाम बना रहे हैं उससे यह लगता है कि भाजपाई अब कांग्रेसी नेता देवकांत बरुआ को मीलों पीछे छोड़ देंगे. लगता है यह भाजपा के कांग्रेसीकरण एवं एक संघटन प्रधान पार्टी से व्यक्ति प्रधान पार्टी में परिवर्तन होने के कई उदाहरणों में से एक चापलूसीकरण भी है.

ये भी पढ़ें-

राहुल गांधी की 2019 तक की 'राजनीतिक कुंडली'

मोदी राज में ये होने चाहिए New Year Resolution..

लेखक

अशोक उपाध्याय अशोक उपाध्याय @ashok.upadhyay.12

लेखक इंडिया टुडे चैनल में एडिटर हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय