New

होम -> सियासत

 |  3-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 13 दिसम्बर, 2022 08:19 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
  • Total Shares

यात्रा के नाम पर राहुल गांधी देश जोड़ रहे हैं. सवाल ये है कि क्या ये वाक़ई जरूरी था? सवाल यूं ही बेवजह नहीं है. राजस्थान देख लीजिये. मध्य प्रदेश और हिमाचल देख लीजिये और अगर इन जगहों को देखने की फुर्सत न मिले. तो अपने ही शहर को देख लीजिये. देश में जहां कहीं भी थोड़ी बहुत कांग्रेस बची है वहां स्थिति सिरफुटव्वल की ही है. एक ही स्थान पर एक से अधिक गुट हैं, लेकिन वे आपस में टकरा रहे हैं. हालांकि, सबके नेता राहुल गांधी हैं. मगर संकट ये भी है कि वे उन्हें कितनी इज्जत देते कितनी हैं? इसका एक नमूना सामने आया है कि यूपी के कौशांबी से. जहां राहुल गांधी की प्राण प्रिय भारत जोड़ाे यात्रा का एक संस्करण निकाला जाना था. नेता मैदान में उतरे. उसके बाद कुछ जुड़ना तो दूर, सब टूटा ही टूटा.

Congress, Rahul Gandhi, UP, Priyanka Gandhi, violence, Police, Party Workers, Bharat Jodo Yatraयूपी के कौशाम्बी में भारत जोड़ो यात्रा के नाम पर एक बार फिर कांग्रेस ने लोकतंत्र को शर्मसार किया है

हुआ कुछ यूं कि प्रियंका गांधी से प्राप्त दिशा निर्देशों के बाद कांग्रेस के यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में कौशाम्बी में भारत जोड़ो यात्रा जुलूस निकला गया. यात्रा जैसी ही कौशाम्बी के भरवारी चौराहे पर पहुंची वहां गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई और क्योंकि पास में ही रेलवे क्रॉसिंग थी भयंकर जाम लग गया. यात्रा में शामिल कांग्रेस के पीसीसी सदस्य और जिला महासचिव मिस्बाहुल एन हक की गाड़ी भी इसी जाम की भेंट चढ़ी. यातायात के सारे इंतजाम ध्वस्त हो गए, और हक की गाड़ी दूसरे गुट के कार्यकर्ता की गाड़ी से टकरा गयी. दूसरे पक्ष के ड्राइवर ने हक़ के ड्राइवर को बुरी तरह से पीट दिया. फिर तो जमकर लाठी, डंडे  और पत्थर चले.

बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने भी कोंग्रेसियों द्वारा की गयी इस हरकत को गंभीरता से लिया और दो लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. बताया यही जा रहा है कि जो भी घटना के लिए दोषी हैं उन्हें किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा.

इस मारपीट ने एक बार फिर जनता को कांग्रेस पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं का चाल, चरित्र और चेहरा दिखा दिया है. घटना को लेकर जिलाध्यक्ष कांग्रेस कौशाम्बी अरुण विद्यार्थी का कहना है कि गाड़ी टकराने को लेकर विवाद हुआ था. हालांकि, जिनसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विवाद हुआ था, वे कांग्रेस के नहीं हैं. वहीं एक आरोपी को अरुण विद्यार्थी ने पार्टी से निष्काषित बताया है.

ये भी पढ़ें -

कांग्रेस नेता के बयान का मतलब ये हुआ कि राहुल-सोनिया के टुकड़े-टुकड़े हो चुके हैं!

रामपुर में हार से बौखलाए आज़म को सांत्वना देने चले जाएं अखिलेश

दिल्ली एमसीडी जीतकर भी कहीं हार तो नहीं जाएंगे अरविंद केजरीवाल?

लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय