विधायक जी आगे से बल्लेबाजी ना करें, लेकिन ऐसा असंभव है
आकाश को नगर निगम अधिकारी को बल्ले से पीटने के आरोप में 26 जून को इंदौर में गिरफ्तार किया गया था. जेल से निकलने के बाद आकाश ने कहा कि 'क्षेत्र की जनता के लिए हम आगे भी काम करते रहेंगे और जेल में समय अच्छा बीता.'
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इंदौर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक आकाश विजयवर्गीय जेल से रिहा होकर बाहर आ गए हैं, लेकिन उनके बयान से ऐसा लगता है कि उन्हें अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है. बता दें कि शनिवार को भोपाल सेशन कोर्ट ने सुनवाई के बाद उन्हें जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था. आकाश को नगर निगम अधिकारी को बल्ले से पीटने के आरोप में 26 जून को इंदौर में गिरफ्तार किया गया था. जेल से निकलने के बाद आकाश ने कहा कि 'क्षेत्र की जनता के लिए हम आगे भी काम करते रहेंगे और जेल में समय अच्छा बीता.'
Indore: BJP MLA Akash Vijayvargiya who was granted bail by Bhopal's Special Court yesterday,released from jail. He was arrested for thrashing a Municipal Corporation officer with a cricket bat on June 26. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/AvPb1HsWhP
— ANI (@ANI) June 30, 2019
आकाश ने अधिकारी को बल्ले से पीटकर क्षेत्र की जनता के लिए कौन सा काम किया ये तो आकाश ही बता सकते हैं, लेकिन उनके कदम को किसी भी तरह सही नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि एक चुने हुए प्रतिनिधि के तौर पर उनकी जिम्मेदारी बड़ी है और उन्हें समाज में अच्छा सन्देश देना चाहिए था. अगर अधिकारी ने कुछ गलत किया था तो वो कानून का सहारा ले सकते थे. अब जेल में अच्छा समय बीतने की बात करें तो आखिर कौन जेल जाना चाहता है और भला किसे वहां अच्छा लगेगा.
आकाश विजयवर्गीय जेल से बाहर आए तो फूल-माला से उनका स्वागत हुआ, यहां तक की हर्ष फायरिंग भी की गई.
यही नहीं उन्होंने तो मानो ऐसा फिर करने की चेतावनी भी दे डाली. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में जब एक महिला को पुलिस के सामने घसीटा जा रहा था, मैं कुछ और करने के बारे में सोच भी नहीं सकता था, जो मैंने किया उस पर शर्मिंदा नहीं हूं, लेकिन मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वो दोबारा बल्लेबाजी करने का अवसर न दें.
Akash Vijayvargiya, BJP MLA: In such a situation when a woman was being dragged in front of police, I couldn't think of doing anything else, not embarrassed at what I did. But I pray to god 'ki vo dobara ballebazi karne ka avsar na de.' #MadhyaPradesh pic.twitter.com/n9OJSfvgMR
— ANI (@ANI) June 30, 2019
ऐसा नहीं है कि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय द्वारा इस तरह का ये पहला मामला हो इससे पहले भी इसी साल जनवरी महीने में आकाश ने नगर निगम के अधिकारियों को धमकाते हुए कहा था कि 'मुझे बिना बताए कार्यक्रम रख दिया, कल शाम सूचना मिली. नगर निगम अधिकारी सुन लें, आगे से कार्यक्रम आप समय पर पूछ कर रखें, वर्ना आप समझ जाना कि क्या होगा.'
BJP MLA Akash Vijayvargiya at an event for laying of foundation stone of a bridge in Indore,Madhya Pradesh:Mujhe bina bataye karyakram rakh diya,kal shaam suchna mili.Nagar Nigam adhikari sun lein,aage se karyakram aap samay pe puch kar rakhein, warna aap samajh jaana ki kya hoga pic.twitter.com/x2Q9Gh2RHc
— ANI (@ANI) January 26, 2019
कह सकते हैं कि जनता के प्रतिनिधि को समाज में एक साफ-सुथरी छवि पेश करनी चाहिए और ऐसा कुछ भी करने से बचना चाहिए, जिससे कि लोगों में गलत सन्देश जाए. साथ ही जब आकाश रिहा हुए तो उनके समर्थकों ने हर्ष फायरिंग भी की जिसकी आवश्यकता नहीं थी.
Madhya Pradesh: Celebratory firing outside BJP MLA Akash Vijayvargiya's office in Indore after he got bail in an assault case. (29-06) pic.twitter.com/d1j2d03hLY
— ANI (@ANI) June 30, 2019
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