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Updated: 19 मई, 2019 07:22 PM
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Lok Sabha Election 2019 के Exit Poll results बता रहे हैं कि नरेंद्र मोदी का जादू कम से कम हिंदी बेल्‍ट में तो अब भी कायम है. जबकि कांग्रेस का गठबंधन दक्षिण भारत में अच्‍छा प्रदर्शन करता दिख रहा है.

एग्जिट पोल: जो तीन राज्‍य गंवाए थे, वो बीजेपी ने फिर छीन लिए

मध्य प्रदेश: भाजपा की होगी जीत, कांग्रेस दूर-दूर तक नहीं

छह महीने पहले मध्‍यप्रदेश विधानसभा चुनाव हारने वाली भाजपा ने मध्‍यप्रदेश में कांग्रेस को धो दिया है. जहां लोकसभा चुनाव 2014 की तरह भाजपा 26-28 सीटें जीतने जा रही है. 2014 में बीजेपी 27 सीटें जीती थी. कांग्रेस को एक से तीन ही सीटें मिलने की उम्‍मीद है.

राजस्‍थान: यहां भी मोदी-मोदी

राजस्‍थान में भी बीजेपी ने हाल ही में सत्‍ता गंवाई थी. लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 के रुझान बता रहे हैं कि बीजेपी ने इस राजपुताना राज्‍य में तेजी से वापसी की है. बीजेपी को यहां 23-25 सीटें मिल सकती हैं. जबकि कांग्रेस को दो सीटों से संतोष करना पड़ सकता है. याद रहे कि पिछले चुनाव में कांग्रेस यहां खाता भी नहीं खोल पाई थी.

महाराष्ट्र: मोदी का मिशन पूरा होगा

उत्‍तर प्रदेश के बाद सबसे ज्‍यादा सांसद महाराष्‍ट्र से ही आते हैं. यही वह राज्‍य जो इशारा कर सकता था कि मोदी दोबारा सत्‍ता में आएंगे या नहीं. बीजेपी और शिवसेना ने एनवक्‍त में गठबंधन करके यहां की स्थिति संभाल ली. एग्जिट पोल के नतीजों में एनडीए को महाराष्ट्र में भी प्रचंड बहुमत मिलता दिख रहा है. भाजपा-शिवसेना गठबंधन को 38-42 सीटें मिल सकती हैं, जबकि यूपीए (कांग्रेस-एनसीपी) के खाते में 6-10 सीटें जाएंगी. इसके अलावा अन्य को कोई भी सीट मिलनी नहीं दिख रही है.

छत्‍तीसगढ़: विधानसभा की हार बीजेपी ने पलट दी

विधानसभा चुनाव में जिस बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया था. वहां भाजपा 7-8 सीट जीत सकती है. जबकि कांग्रेस के हाथ कांग्रेस 3-4 सीटें ही लगने की उम्‍मीद है. हालांकि इस राज्‍य में भी पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी सीटें जीती थीं.

आंध्र प्रदेश: जगन मोहन रेड्डी की YSRCP का क्लीन स्वीप

2014 चुनाव में चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और जगनमोहन रेड्डी की YSRCP लगभग बराबरी पर छूटे थे. लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 के एग्जिट पोल बता रहे हैं कि YSRCP 18-20 सीटें जीत रही है. जबकि TDP 4-6 सीटें ही जीत पाएगी. अन्य को 0-1 सीटें मिलने की उम्‍मीद है. यदि एग्जिट पोल के नतीजे सच साबित होते हैं, तो YSRCP की जीत मोदी के लिए राहत लेकर आएगी. बीजेपी काफी समय से जगनमोहन रेड्डी से संपर्क बनाए हुए थी.

2014 में कैसा रहा था चुनावी गणित?

Lok Sabha Election 2019 के पहले चरण में कुल 91 सीटों पर चुनाव हुआ था. इनमें से कितनी सीटें कौन जीतेगा, इसका पता तो 23 मई को चलेगा, लेकिन 2014 में कौन जीता था, ये जानना भी अहम है. 2014 के लोकसभा चुनाव में इन 91 सीटों में से 32 भाजपा ने जीती थीं और 7 सीटें कांग्रेस के खाते में गई थी. इसके अलावा टीडीपी ने 16, टीआरएस ने 11, वायएसआरसीपी ने 9, बीजेडी ने 4 और अन्य ने 12 सीटें जीती थीं.

क्या रहा था खास?

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में राजनीति की वजह से एक परिवार को टूटते हुए देखा गया. यूपी की गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) लोकसभा सीट से भाजपा के एमएलसी जयवीर सिंह के बेटे अरविंद कुमार सिंह ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया, लेकिन भाजपा नहीं, बल्कि कांग्रेस के टिकट पर. बस इतना होने की देर थी कि भाजपा नेता जयवीर सिंह ने अपने बेटे से रिश्ता ही तोड़ लिया. उन्होंने तो बाकायदा एक फेसबुक पोस्ट कर के ये साफ किया कि उनका अपने बेटे अरविंद कुमार सिंह से सामाजिक और राजनीतिक रूप से अब कोई रिश्ता नहीं है और बाकी का पूरा परिवार भाजपा और पीएम मोदी के प्रति पूरी तरह से वफादार है.

एग्जिट पोल, लोकसभा चुनाव 2019, भाजपा, कांग्रेसएग्जिट पोल के नतीजे देखकर तो यही लग रहा है कि इस बार भी मोदी लहर ही है और एनडीए प्रचंड बहुमत से आएगी.

आइए जानते हैं पहले चरण की टॉप-10 सीटों के बारे में, जो सबसे अधिक चर्चा में रहीं.

1- नागपुर

महाराष्ट्र (Maharashtra Exit Poll Results 2019) की नागपुर सीट से भाजपा के टिकट पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने चुनाव लड़ा. इस सीट पर उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी नाना पटोले से है. आपको बताते चलें कि नागपुर को आरएसएस का गढ़ माना जाता है और इस सीट पर भाजपा का दबदबा रहा है. 2014 का लोकसभा चुनाव गडकरी ने 2.5 लाख वोटों से जीता था.

2- हैदराबाद

पहले चरण के चुनाव में ही तेलंगाना (Telangana Exit Poll Results 2019) की हैदराबाद सीट पर मतदान हुआ था, जहां से असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव लड़ा है. ये वो सीट है, जिस पर हमेशा से एआईएमआईएम का दबदबा रहा है. यहां से ओवैसी तीन बार सांसद रह चुके हैं. भाजपा ने इस सीट पर डॉक्टर भगवंत राव को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस की ओर से मोहम्मद फिरोज खान चुनावी मैदान में हैं.

3- मुजफ्फरनगर

उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर सीट पर भी पहले चरण में ही मतदान हुआ था, जहां से आरएलडी के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह चुनावी मौदान में हैं. आपको बता दें कि अजीत सिंह जाटों के बड़े नेता माने जाते हैं. आरएलडी भी इस बार यूपी में महागठबंधन का हिस्सा है. उनका मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी संजीव बालियान से है.

4- बागपत

यूपी (Uttar Pradesh Exit Poll Results 2019) की ही बागपत सीट भी पहले चरण की अहम सीटों में से एक थी. इस सीट पर आरएलडी के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी चुनावी मैदान में हैं. ये सीट आरएलडी का गढ़ है, जिसे जाट लैंड भी कहा जाता है. यहां भाजपा की ओर से मौजूदा सांसद सत्यपाल सिंह चुनाव लड़ रहे हैं.

5- गाजियाबाद

पूर्व सेना प्रमुख और विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह यूपी की गाजियाबाद सीट से चुनावी मैदान में हैं. उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस की डॉली शर्मा और गठबंधन के उम्मीदवार सुरेश बंसल से है.

6- जमुई

पहले चरण में ही बिहार (Bihar Exit Poll Results 2019) की जमुई लोकसभा सीट पर भी मतदान हुआ था. इस सीट पर लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान एनडीए के गठबंधन की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं, जो लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम विलास पासवान के बेटे हैं. उनका सीधा मुकाबला महागठबंधन की ओर से चुनावी मैदान में उतरे भूदेव चौधरी से है

7- गया

बिहार की गया सीट पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी खड़े हैं. उनकी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. जीतन राम मांझी के विरोध में जेडीयू की ओर से विजय कुमार मांझी चुनाव लड़ रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के हरि मांझी ने इस सीट को 3.26 लाख वोटों से जीता था.

8- बिजनौर

उत्तर प्रदेश की बिजनौर लोकसभा सीट पर पूर्व बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. आपको बता दें कि कभी नसीमुद्दीन सिद्दीकी बसपा में नंबर दो के नेता माने जाते थे. हालांकि, माना जा रहा है कि ये सीट इस बार भी भाजपा के खाते में आएगी. फिलहाल भाजपा के कुंवर भारतेंद्र सिंह यहां से सांसद हैं और पार्टी ने दोबारा उन्हीं पर भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है. गठबंधन की ओर से बसपा के मलूक नागर चुनाव लड़ रहे हैं.

9- नोएडा

यूपी के गौतम बुद्ध नगर यानी नोएडा से केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा चुनाव लड़ रहे हैं. उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी अरविंद कुमार सिंह और गठबंधन के प्रत्याशी सतवीर से है आपको बता दें कि अरविंद कुमार के पिता भाजपा के समर्थक हैं और जैसे ही अरविंद ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा तो उन्होंने अपने बेटे से नाता तोड़ लिया.

10- अरुणाचल पश्चिम

अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh Exit Poll Results 2019) की अरुणाचल पश्चिम लोकसभा सीट से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू चुनावी मैदान में हैं. उनका मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी को टिकट दिया है.

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