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Updated: 04 जुलाई, 2022 08:48 PM
अरविंद मिश्रा
अरविंद मिश्रा
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महाराष्ट्र में बीजेपी ने जिस गोपनीय तरीके से देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री न बनाकर उप-मुख्यमंत्री बनाया उसकी भनक किसी को नहीं लगी. यहां तक कि जो इस मिशन के केंद्र में थे, यानि देवेंद्र फडणवीस को भी इस क्लाइमेक्स का अंदाज़ा नहीं लगा जो ये मान कर चल रहे थे कि मुख्यमंत्री तो वो ही बनेंगे. बीजेपी ने सभी को चौंकाते हुए शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद की कुर्सी दे दी. बीजेपी के इस कदम से फडणवीस और उनके समर्थकों को झटका जरूर लगा होगा. लेकिन इसका संकेत बीजेपी के विभिन्न राज्यों के क्षत्रपों को भी समझना चाहिए खासकर जहां आनेवाले समय में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.

Maharashtra, Chief Minister, Devendra Fadnavis, EKnath Shinde, Deputy Chief Minister, BJP, Shivsena, Assembly Elections फडणवीस को उप मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने पार्टी के लोगों को कहीं न कहीं एक बहुत बड़ा संदेश दिया है

मध्यप्रदेश 

मध्यप्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है. 2018 में कमलनाथ की सरकार बनी, जो कि 15 महीने में गिर गई. इसके बाद 23 मार्च 2020 को चौथी बार शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने और उनका कार्यकाल अभी जारी है. हालांकि बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व शिवराज सिंह के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है लेकिन क्या उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाया जाएगा इसकी कोई गारंटी नहीं है.

राजस्थान

राजस्थान में भी 2023 में विधानसभा चुनाव होना है. यहां कांग्रेस के अशोक गहलोत मुख्यमंत्री हैं. यहां बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के बीच खींचतान जारी है. वसुंधरा समर्थकों और पूनिया गुट के बीच आरोप-प्रत्यारोप से पार्टी आलाकमान नाराज बताए जा रहे हैं और इसीलिए बीजेपी नेतृत्व ने यहां  आनेवाले चुनाव में किसी को भी मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं करेगा.

छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में भी अगले साल विधानसभा चुनाव होना है. फिलहाल यहां कांग्रेस की सरकार है. यहां भी बीजेपी में गुटबाजी चरम सीमा पर है इसलिए मुख्यमंत्री के चेहरेके तौर पर रमन सिंह का चेहरा इस बार नजर नहीं आने वाला है. ऐसा अनुमान है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में इस बार यहां पीएम नरेंद्र मोदी ही सबसे बड़ा चेहरा होंगे. मतलब यहां पर मुख्यमंत्री का चेहरा चुनाव के बाद ही घोषित हो सकता है.

इन राज्यों में भी नेतृत्व परिवर्तन कर चुकी है बीजेपी! 

कर्नाटक

जुलाई 2021 में बीजेपी ने येदुरप्पा को बिना किसी हंगामे को मुख्यमंत्री पद छोड़ने को तैयार कर लिया था और बसवराज बोम्मई को उत्तराधिकारी बना दिया गया था.

त्रिपुरा

त्रिपुरा में अगले साल 60 सदस्यीय विधानसभा का चुनाव होगा. बीजेपी ने बिप्लब देव से चार साल की सेवा के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा ले लिया था. इसी साल मई में बीजेपी ने बिप्लब देव के जगह माणिक साहा को मुख्यमंत्री बना दिया क्योंकि भगवा पार्टी को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस से चुनौती मिलने की संभावना है और साहा की त्रिपुरा में बड़ी पकड़ मानी जाती है. इससे पहले बीजेपी ने 2018 में वाम मोर्चा सरकार के 25 साल के शासन को समाप्त करते हुए 35 सीटें जीती थीं

जिस तरह से बीजेपी ने महाराष्ट्र में सफल 'मिशन सत्ता परिवर्तन' चलाया उससे दूसरे बीजेपी राज्यों के क्षत्रपों के लिए सन्देश हो सकता है क्योंकि एक राज्य के मुख्यमंत्री को उपमुख्यमंत्री पद देना उसके परों को कुतरने जैसा कदम बताया जा रहा है.

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लेखक

अरविंद मिश्रा अरविंद मिश्रा @arvind.mishra.505523

लेखक आज तक में सीनियर प्रोड्यूसर हैं.

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