भाजपा के वो लीडर जो अपने काम से ज्यादा बयानों से जाने जाते हैं
अगर बात विवादित बयानों की करें तो भाजपा के नेता (वो जो यकीनन कहीं न कहीं से इलेक्शन जीतकर आएं हैं.) वो ऐसे बयानों में माहिर दिखेंगे. इन नेताओं के बयान देने का एक पैटर्न है. वो अपने हिसाब से बयान देते हैं और एक जैसे विवाद का हिस्सा बनते हैं.
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मोदी सरकार भारत के इतिहास में शायद पहली ऐसी सरकार होगी जिसे पूर्ण बहुमत तो मिला, जिसने कई काम भी किए, लेकिन जिसे सिर्फ और सिर्फ एक नेता यानी नरेंद्र मोदी के रूप में ही देखा जाता है. भारतीय जनता पार्टी के बाकी नेता या तो रैली के चलते या फिर विवादित बयानों के चलते ही लोकप्रिय हो पाते हैं. अगर बात विवादित बयानों की करें तो भाजपा के नेता (वो जो यकीनन कहीं न कहीं से इलेक्शन जीतकर आएं हैं.) वो ऐसे बयानों में माहिर दिखेंगे. इन नेताओं के भाषण सुनकर ऐसा लगता है जैसे लॉजिक का इनसे कोई ताल्लुक नहीं है और इनके बयान सुनकर शायद कई लोगों को अचंभा होगा.
इन नेताओं के बयान देने का एक पैटर्न है. वो अपने हिसाब से बयान देते हैं और एक जैसे विवाद का हिस्सा बनते हैं. जैसे भाजपा में कुछ पाकिस्तान भेजने वाले नेता हैं जो बात-बात पर पाकिस्तान भेज देते हैं, तो कुछ हिंसक बयान देने वाले नेता हैं जो बात-बात पर आक्रामक हो जाते हैं.
1. पाकिस्तान भेजने वाले नेता..
वैसे तो भाजपा में ऐसे कई नेता रहे हैं जिन्होंने भारत छोड़कर मुसलमानों या मुसलमान समर्थकों को पाकिस्तान जाने को कहा है पर दो नेता खास तौर पर अपने ऐसे ही बयानों के लिए जाने जाते हैं.
- गिरिराज सिंह
गिरिराज सिंह इस समय मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं इनके हाथ लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय है. ताजा तरीन मामला ये है राहुल गांधी की मानसरोवर यात्रा का जिसमें ये कह रहे हैं कि राहुल गांधी तो मानसरोवर गए ही नहीं.
गिरिराज सिंह ने मोदी विरोधियों को पाकिस्तान भेजने की धमकी दी थी.
हालांकि, गिरिराज सिंह चर्चित हैं अपने पाकिस्तान वाले बयान को लेकर, गिरिराज सिंह भारतीयों और गैरभारतीयों के बीच भेद बहुत अच्छे से बता सकते हैं. 2014 में ही गिरिराज सिंह ये कह चुके हैं कि जो मोदी सरकार का विरोध कर रहे हैं उन्हें इलेक्शन के बाद पाकिस्तान जाना पड़ेगा. हालांकि, वो किसी को भेज नहीं पाए, लेकिन बयान खूब दिए थे. इसके अलावा, गिरिराज सिंह ने सोनिया गांधी पर भी विवादित बयान दिया था और कहा था कि अगर वो फिरंगी नहीं होती तो क्या कांग्रेस उन्हें अध्यक्ष पद के लिए चुनती? वैसे तो गिरिराज सिंह ने ऐसे कई विवादित बयान दिए हैं जिन्हें लिखा जा सकता है पर ये अहम हैं.
- विनय कटियार
दूसरे नेता विनय कटियार. भाजपा के एमपी ये दिग्गज नेता भी भारतीय लोगों को पाकिस्तान भेजने पर तुले रहते हैं. विनय कटियार का कहना है कि, 'मुसलमानों की इस देश में कोई जरूरत नहीं है और उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए.' विनय कटियार के बारे में मैं आपको बता दूं कि इन्होंने ही बजरंग दल की स्थापना की थी और उसके प्रेसिडेंट भी हैं.
विनय कटियार कट्टर बयानों के लिए चर्चित हैं
2. विज्ञान और इतिहास की बातें करने वाले नेता...
भाजपा में कुछ ऐसे नेता हैं जो लगातार स्कूल के सब्जेक्ट जैसे इतिहास और विज्ञान पर बात करते हैं और उनकी बातों से ऐसा लगता है कि स्कूल वालों को ये सब्जेक्ट पढ़ाने बंद कर देने चाहिए.
- बिपलब देब
अगर हम विज्ञान के बारे में बात करते हैं तो त्रिपुरा के सीएम बिपलब देब का नाम न हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता. 'पानी में ऑक्सीजन बढ़ाने के लिए बत्तख को तैराएं', 'महाभारत काल में भी इंटरनेट और पेनड्राइव थे', 'जो लोग सरकार के बारे में बुरा भला कहते हैं उनके नाखून उखाड़ देने चाहिए.', 'हर घर में गाय होनी चाहिए, ग्रैजुएट्स को दूध का धंधा करना चाहिए जिससे वो 10 साल में 10 लाख कमा सकें.', 'ऐश्वर्या राय भारतीय ब्यूटी है डायना हेडेन नहीं.'
बिपलब देव हमेशा विज्ञान से जुड़े विवादित बयान देते हैं
ये सभी बिपलब देब के बयान हैं और बिना किसी शक के त्रिपुरा के सीएम तेज़ी से भाजपा के सबसे विवादित नेताओं में शुमार हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर कुछ लोग उन्हें भाजपा का पप्पू भी कह रहे हैं.
- संगीत सोम
अब बात करते हैं भाजपा एमएलए संगीत सोम की. संगीत सोम की इतिहास में बहुत दिलचस्पी रहती है और शायद यही वजह है कि वो ताज महल के इतिहास पर भी सवाल खड़े कर चुके हैं. संगीत सोम ने कहा है कि ताज महल को गद्दारों ने बनाया था और उसे भारतीय इतिहास का हिस्सा नहीं बनाया जा सकता है.
संगीत सोम इतिहास को हमेशा तोड़-मरोड़ कर बताते हैं
संगीत सोम ने कहा कि शाहजहान जिसने अपनी पत्नी के लिए ताज महल बनाया था उसने अपने पिता को कैद में रखा, ये हिस्ट्री का फैक्ट गलत है और सच तो ये था कि शाहजहान को खुद उनके बेटे औरंगजेब ने कैद में रखा था.
- विजय रूपाणी
विजय रूपाणी भी तकनीक और पौराणिक कथाओं को जोड़ने में पारंगत निकले. विजय रूपाणी ने कहा था कि नारद मुनी दरअसल पौराणिक कथाओं के गूगल थे.
विजय रूपाणी को गूगल और नारद मुनि में कोई अंतर समझ नहीं आता
3. हिंसक बयान और हिंसा करने वाले नेता..
भाजपा में ऐसे नेताओं की कमी नहीं है जो अपनी हिंसक प्रवृति के लिए जाने जाते हैं. वैसे ही गाहे-बगाहे किसी न किसी वायरल वीडियो में भाजपा के कुछ नेता आम जनता पर अत्याचार करते दिख जाते हैं (हर वीडियो पर यकीन न करिएगा कुछ फेक भी होते हैं.)
- अनिल विज
अगर भाजपा के विवादों की बात हो रही है तो अनिल विज को कैसे भूला जा सकता है? हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज अपने आक्रामक बयानों को लेकर बहुत चर्चित हैं. पद्मावत फिल्म की रिलीज के समय इन्होंने कई बयान दिए थे जिसमें फिल्म को हरियाणा में रिलीज न होने देने की बात भी कही गई थी.
अनिल विज राहुल गांधी को निपाह वायरस कह चुके हैं. वो कह चुके हैं कि महात्मा गांधी से बड़ा ब्रांड नरेंद्र मोदी का है, वो कह चुके हैं कि ममता बनर्जी को समुद्र में कूद जाना चाहिए अगर वो अपने भारतीय होने पर गर्व नहीं कर सकती तों, अनिल विज ये भी कह चुके हैं कि पीएम मोदी का भाजपा मुक्त सपना पूरा करने में राहुल गांधी उनकी मदद कर रहे हैं.
राहुल गांधी #निपाह वायरस के समान है । जो भी राजनीतिक पार्टी इसके सम्पर्क में आएगी वह फना हो जाएगी ।
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) May 27, 2018
अनिल विज का गुस्सा बॉलीवुड सितारों से लेकर कई आएएस और आईपीएस अधिकारियों को भी झेलना पड़ा है. अनिल विज ने ये भी कहा था कि गुरमहर कौर के समर्थक प्रो-पाकिस्तानी हैं.
- अनंत कुमार हेगड़े
अनंत कुमार हेगड़े भी मोदी सरकार के मंत्री हैं और ये कई बार विवादों का हिस्सा बन चुके हैं. राज्यसभा में तो अनंत कुमार हेगड़े के संविधान वाले बयान पर उनका इस्तीफा तक मांग लिया गया था. हेगड़े जी ने कहा था कि वो (भाजपा) संविधान को बदलने के लिए सत्ता में आए हैं और कुछ समय में बदल देंगे.
अनंत कुमार हेगड़े अपने बयान में संविधान बदलने तक की बात कर चुके हैं
अनंत कुमार हेगड़े ने कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्दारमैया को जूते चाटने वाला कहा था. इसी के साथ, उन्होंने पिछले साल जनवरी में ये भी कहा था कि 'कर्नाटक अब आतंकवादियों का घर बनने लगा है, मुझे अचंभा नहीं होगा अगर कल को सिद्दारमैया कसाब जयंती मनाएं तो.' पिछले साल अनंत कुमार हेगड़े का एक वीडियो भी वायरल हो रहा था जिसमें वो एक डॉक्टर की पिटाई कर रहे थे. कारण था कि उनके हिसाब से डॉक्टर ने उनकी मां का ठीक तरह से इलाज नहीं किया था. हेगड़े जी के खिलाफ धारा 295 A (Hate speech) के तहत मामला भी दर्ज हो चुका है.
- ज्ञान देव आहूजा
अगर आक्रामक बयान देने की बात है तो यकीनन ज्ञान देव आहूजा कहां पीछे रह सकते हैं. ये वही ज्ञान देव हैं जिन्होंने कहा था कि नेहरू पंडित नहीं थे वो बीफ और पोर्क खाते थे. ज्ञान देव लव जिहाद पर अपने बयानों के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं और इन्हें खास तौर पर लव जिहाद का मंत्री कहा जा सकता है. ये गौरक्षकों पर भी बयान देते आए हैं.
ज्ञान देव आहूजा जेएनयू, लव जिहाद और गौरक्षा पर ज्यादा बोलते हैं
2016 में जेएनयू को लेकर ज्ञान देव आहूजा ने बयान दिया था कि रोज़ वहां से हज़ारों कंडोम और शराब की बोतलें मिलती हैं. आहूजा खुद अपने एक बयान में मान चुके हैं कि उन्होंने गौरक्षकों को समर्थन दिया है और पैसे भी. अलवर में गौरक्षकों द्वारा मार दिए गए पहलू खान की मौत का भी ज्ञान देव आहूजा ने समर्थन किया था. उन्होंने कहा था कि , 'मेरा तो सीधा कहना है कि गौतस्करी और गौकाशी करोगे तो ऐसे ही मरोगे.'
लव जिहाद पर दिए अपने बयान में ज्ञान देव ने कहा था कि , 'हमारी लड़कियों को लव जिहाद के लिए आकर्षित किया जा रहा है. मैं इन लोगों को समय देता हूं कि हमारी लड़कियों को वापस अपने घर पहुंचाएं, नहीं तो मैं बता रहा हूं कि अच्छा नहीं होगा, तुम्हारी लड़कियां भी सुरक्षित नहीं रहेंगी. तुम लोगों ने हमारी लड़कियों का धर्म परिवर्तन जबरन ही करवाया है.'
- राम शंकर कठेरिया
राम शंकर कठेरिया भी अपने भड़काऊ और उकसाऊ बयानों के लिए चर्चा में रहे हैं और यहां तक कि विपक्ष ने इसके कारण इनका इस्तीफा भी मांगा है. राम शंकर कठेरिया मोदी सरकार में जूनियर एजुकेशन मिनिस्टर हैं. विश्व हिंदू परिशद अरुण माहौर की शोकसभा में राम शंकर जी ने कहा था कि , 'ये सब देश की युवा पीढ़ी के साथ हो रहा है क्योंकि हिंदू समुदाय के खिलाफ साजिश हो रही है. हमें मजबूत बनना होगा और इस विवाद से लड़ना होगा. आज एक अरुण मरा है, कल दूसरा मरेगा. इससे पहले कि दूसरा अरुण मरे उसके कातिलों को मरना होगा.'
राम शंकर कठेरिया के बयानों में मुस्लिमों के प्रति नफरत दिखती है
कठेरिया जी के सामने ही कई अन्य ने भी ऐसे ही भड़काऊ बयान दिए थे. फतेहपुर सीकरी से भाजपा नेता चौधरी बाबू लाल ने भी मुसलमानों को हिंदुओं की ताकत का हवाला देते हुए डराया था.
- साध्वी प्राची
साध्वी प्राची जो विश्व हिंदू परिशद की लीडर हैं वो कहती हैं कि उन्हें भारत 'मुस्लिम मुक्त' चाहिए. उन्होंने उस इंसान को 50 लाख देने का वादा किया था जो जाकिर नायक का सिर काटकर लाए. शाहरुख खान का विरोध भी इसलिए करने को कहा गया था क्योंकि वो मुस्लिम है.
साध्वी प्राची के बयान हमेशा हिंदू कट्टरपंथी रहते हैं
4. बच्चों और शादी के बारे में बात करने वाले नेता
- साक्षी महाराज
साक्षी महाराज का नाम अगर भाजपा के सबसे विवादित नेताओं में गिना जाए तो गलत नहीं होगा. साक्षी महाराज के कुछ सबसे प्रसिद्ध बयानों में से एक बच्चों और हिंदू महिलाओं पर दिया गया बयान. साक्षी महाराज ने कहा था कि, 'हिंदू महिलाओं को 4 बच्चे पैदा करने चाहिए. ताकि हिंदू धर्म की रक्षा हो सके.' 2015 में मेरट रैली में साक्षी महाराज ने गांधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को मात्रभूमि भक्त और शहीद कहा था. इसके अलावा, साक्षी महाराज ने कहा था कि जो भी गौतस्करी करता है उन्हें मौत की सजा मिलनी चाहिए. राम मंदिर को लेकर भी उन्होंने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर बनने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती.
साक्षी महाराज राम मंदिर से लेकर शादी और बच्चों सब पर बोल चुके हैं
- साधवी निरंजन ज्योती
वैसे तो साध्वी निरंजन ज्योती को भी भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है, लेकिन इन्होंने शादी को लेकर भी एक विवादित बयान दिया था. निरंजन ज्योती ने कहा था कि, 'हिंदू महिलाओं को कभी समाज के बाहर जाकर शादी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे धार्मिक संतुलन बिगड़ जाता है.' निरंजन ज्योती ने ये कहा था कि दिल्ली में तय करना है कि रामजादों की सरकार बनेगी या हरामजादों की.
निरंजन ज्योती भी अपने भड़काऊ बयानों के लिए जानी जाती हैं - राम कदम
अगर हम इन विवादित बयानों के बारे में बात कर रहे हैं तो लड़की उठाकर शादी करवाने का बयान देने वाले भाजपा के नेता राम कदम को कैसे भूला जा सकता है. राम कदम ने हाल ही में कृष्ण जन्माष्टमी पर कहा था कि , 'अगर किसी लड़की से आप प्यार करते हैं और वो नहीं मानती तो मुझे बताएं, अपने मां-बाप के साथ मेरे पास आएं, अगर माता-पिता भी नहीं मानते तो भी मेरे पास आएं मैं उस लड़की को उठाकर ले आऊंगा और आपको सौंप दूंगा.' राम कदम के इस बयान के बाद उन्हें रावण कदम नाम मिल गया और शिवसेना ने उन्हें सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहा है.
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