NSA जैसे पद को स्टारडम देने के कारण भी अजीत डोभाल को याद किया जाना चाहिए!
आने वाले वक़्त में जब भी देश की सुरक्षा की बात होगी लोग अजीत डोभाल का नाम जरूर लेंगे. हो ये भी सकता है कि आने वाले वक़्त में केवल इस पद को एक नया स्टारडम देने के लिए डोभाल बरसों तक याद किये जाएं.
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एक ऐसे समय में जब देश में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मौत की खबर लोगों के बीच सुर्ख़ियों की वजह बनी हो. एक अन्य वीडियो चर्चा की बड़ी वजह बना हुआ है. वीडियो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल का है जो शोपियां पहुंचे हैं और आम लोगों के साथ न सिर्फ घुलते मिलते बल्कि खाना खाते और बातें करते नजर आ रहे हैं. ज्ञात हो कि एनएसए अजीत डोभाल अनुच्छेद 370 और 35 ए हटाए जाने के बाद शोपियां दौरे पर हैं. शोपियां पहुंचकर डोभाल ने अलग अलग इलाकों का दौरा किया और वहां की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. बताया जा रहा है कि आम नागरिकों के साथ भोजन करने के बाद डोभाल ने पुलसी महकमे के आला अधिकारियों से भी मुलाकात की और सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद बनाने के निर्देश दिए.
अजीत डोभाल ने अब तक जैसा काम किया है साफ है कि उन्होंने अपने पद को नए आयाम दिए हैं
अजीत डोभाल की इस यात्रा की एक खास बात ये भी है कि, अब तक शायद ही हमने इतनी मुस्तैदी के साथ देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को देश की आंतरिक गतिविधियों का अवलोकन करते देखा हो. कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में अजीत डोभाल ऐसा बहुत कुछ कर चुके हैं कि अब जब भविष्य में देश की आंतरिक सुरक्षा की बात होगी अजीत डोभाल का जिक्र जरूर होगा और बार बार होगा.
#WATCH Jammu and Kashmir: National Security Advisor Ajit Doval interacts with locals in Shopian, has lunch with them. pic.twitter.com/zPBNW1ZX9k
— ANI (@ANI) August 7, 2019
इंटरनेट पर वायरल हुए इस वीडियो का ही यदि अवलोकन किया जाए तो मिलता है बड़ी ही गंभीरता से वो मौके का जायजा ले रहे हैं. उनका ऐसा करना ये साफ बता रहा है कि कहीं न कहीं ये मोदी सरकार की नीतियां ही हैं जिसके कारण डोभाल सड़क पर आए हैं और ग्राउंड रियलिटी देख रहे हैं. ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि यहां सिर्फ देश के प्रधानमंत्री या फिर भाजपा के निर्देश का पालन हुआ. किसी भी चीज में इंटरेस्ट महत्वपूर्ण है. इस मामले में भी ऐसा ही हुआ. वीडियो में जैसा रवैया डोभाल का था साफ है कि वो खुद मामले में रूचि ले रहे हैं. साथ ही डोभाल अपने अनुभव के आधार पर बहुत हद तक तमाम तरह की समस्याओं पर अंकुश लगाने का निर्णय भी खुद ही लेते नजर आ रहे हैं.
Jammu and Kashmir: National Security Advisor Ajit Doval interacts with locals in Shopian, has lunch with them. pic.twitter.com/mRysjmkLrA
— ANI (@ANI) August 7, 2019
बात इसी वीडियो के परिदृश में हो रही है तो ये बताना भी बेहद ज़रूरी है कि शोपियां के इस दौरे में हमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के दो चेहरे नजर आ रहे हैं. एक में आत्मीयता के साथ वो लोगों से बात कर रहे हैं उनके साथ भोजन कर रहे हैं जबकि दूसरे में उनका पुलिस और अधिकारियों को सुरक्षा के लिहाज ससे निर्देशित करना खुद उनके कार्यकौशल का बखान कर देता है.
केरल काडर के एक साधारण IPS से आज देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बने डोभाल ने जो भी अर्जित किया है वो उन्होंने अपनी सूझ बूझ से कमाया है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में अजीत 2014 से मोदी सरकार के साथ जुड़े हैं. चाहे पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में हुई एयर स्ट्राइक हुई हो. या फिर 2014 में इराक के तिकरित में फंसी 46 भारतीय नर्सों को सकुशल भारत लाने की जिम्मेदारी हो. जिस खूबी के साथ डोभाल ने अपने काम को अंजाम दिया है वो अपने आप में सराहनीय है.
कुल मिलाकर बात का सार बस इतना है कि आने वाले वक़्त में जब भी देश की सुरक्षा की बात होगी लोग अजीत डोभाल का नाम जरूर लेंगे. हो ये भी सकता है कि आने वाले वक़्त में केवल इस पद को एक नया स्टारडम देने के लिए डोभाल बरसों तक याद किये जाएं.
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