Trump vs Modi Security cover: दुनिया का सबसे मजबूत सुरक्षा घेरा!
अगर पीएम मोदी (Narendra Modi SPG) और ट्रंप (Donald Trump Security) की तुलना की जाए तो भले ही अभी मोदी की सुरक्षा में 1.62 करोड़ रुपए खर्च होना बहुत अधिक लग रहा है, लेकिन ट्रंप की तुलना में ये खर्च कुछ भी नहीं है. वैसे भी, जितनी सुरक्षा में डोनाल्ड ट्रंप चलते हैं, वैसी सुरक्षा तो दुनिया में किसी की भी नहीं होगी.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) भारत दौरे पर आ रहे हैं. उनके आगमन से पहले उनके सुरक्षा अधिकारी भारत पहुंच चुके हैं. राष्ट्रपति ट्रंप और नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) जहां एक जगह होंगे, तो वहीं मान लीजिए कि दुनिया के दो सबसे बड़े सुरक्षा घेरे दिखाई दे रहे होंगे. इन दोनों ही नेताओं की सुरक्षा को लेकर दुनिया में तरह-तरह की कहानियां गढ़ी जाती हैं. तो आइए, जानते हैं कि क्यों खास है दुनिया के दो VVIP की सुरक्षा व्यवस्था.
पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा का इंतजाम संभालने वाली फोर्स स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (Special Protection Group) यानी एसपीजी (SPG) को लेकर बहस शुरू हुई. इस बहस की वजह थी कि इस बार के बजट (Budget) में एसपीजी सुरक्षा (SPG Security) पर होने वाले खर्च को बढ़ाया गया था. यह पिछली बार 540 करोड़ रुपए था, वह इस बार 592 करोड़ रुपए हो गया है. यूं तो ये बढ़ोत्तरी महज 10 फीसदी लगती है, लेकिन थोड़ा बारीकी से देखें तो पता चलेगा कि इसका बजट करीब 340 फीसदी बढ़ा है. दरअसल, पिछले साल तक 4 लोगों को एसपीजी सुरक्षा मिलती थी. एक पीएम मोदी (PM Modi) और तीन गांधी परिवार को सदस्य. यानी प्रति व्यक्ति 135 करोड़ रुपए का खर्च होता था और इस साल सिर्फ पीएम मोदी यानी एक व्यक्ति के लिए 592 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है. इसी बीच डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और मेलेनिया भी भारत आने वाले हैं तो लोग पीएम मोदी (Narendra Modi SPG) और डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump Security) की सुरक्षा को लेकर बहस करने लगे हैं. तो आइए आपकी बहस को और जानदार बनाते हैं इन आंकड़ों से.
पीएम मोदी की सुरक्षा में लगी एसपीजी के एक दिन के खर्च ने एक नई बहस की शुरुआत कर दी है
सुरक्षा पर रोजाना कितना खर्च?
इस साल से नए बजट के बाद अब पीएम मोदी का रोजाना का खर्च 1.62 करोड़ रुपये हो गया है. यानी उनकी सुरक्षा में हर घंटे 6.75 लाख रुपए खर्च होते हैं और हर मिनट 11,263 रुपए खर्च होते हैं.
वहीं दूसरी ओर अगर डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा पर रोजाना करीब 36.5 करोड़ डॉलर खर्च होते हैं. यानी भारतीय रुपए के हिसाब से करीब 2500 करोड़ रुपए. बता दें कि ट्रंप से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति रहे बराक ओबामा के परिवार पर करदाताओं को करीब 150 करोड़ डॉलर सालाना खर्च होता था. यानी जितना बराक ओबामा के परिवार की सुरक्षा में पूरे साल में खर्च हुआ है, उतना तो ट्रंप की सुरक्षा में सिर्फ 5 दिन में खर्च होता है.
कितना तगड़ा है सुरक्षा कवच?
पीएम मोदी को जो एसपीजी सुरक्षा मिलती है, उसमें 3000 कमांडो हैं. सुरक्षा में तैनात कमांडोज के पास FNF-2000 असॉल्ट राइफल होती है और साथ ही ग्लोक-17 नाम की पिस्टल भी होती है. इनके पास जो हथियार होते हैं, वह बिल्कुल लेटेस्ट होते हैं. काले चश्मे उन्हें क्लीयर विजन देते हैं. बुलेट प्रूफ जैकेट पहनी होती है साथ ही ग्लव्स और नी कैप भी पहनी रहती है.
बता दें कि इस एसपीजी दस्ते में पीएम मोदी को सुरक्षा देने की लिए आधुनिक गाड़ियां होती हैं, जिनमें अधिकतर बुलेट प्रूथ होती हैं और हथियारों से लैस होती हैं. इसमें हथियारों से लैट BMW 7 सीरीज की सिडान कारों, हथियारों से लैस रेंज रोवर, BMW की एसयूवी और साथ ही टोयोटा-टाटा की एसयूवी भी होती हैं. इतना ही नहीं, जरूरत पड़ने पर भारतीय वायु सेना के एयरक्राफ्ट और हेलिकॉप्टर्स का भी इस्तेमाल एसपीजी सुरक्षा के कमांडो करते हैं.
जब सुरक्षा का जिक्र हो हम ट्रंप की सुरक्षा को भी बिलकुल हल्के में नहीं ले सकते
वहीं दूसरी ओर ट्रंप के सुरक्षा घेरे में 14 वाहन जरूर होते हैं. सबसे आगे और अगल-बगल में नौ ऐसे मोटर बाइक सवार होते हैं, जो आधुनिक उपकरणों से लैस होते हैं. किसी भी संकट से निपटने में सक्षम होते हैं और आगे का रास्ता क्लीयर कराने की जिम्मेदारी उन्हीं की होती है. काफी में सबसे आगे BMW होती है. इसके बाद एसयूवी और उसके पीछे दो लिमोजिन कारें चल रही होती हैं. उसके ठीक पीछे एक शेवरले वाहन होता है.
एसयूवी और पहली लिमोजिन में हथियारबंद एजेंट और सीक्रेट सर्विस के एजेंट होत हैं. बता दें कि ट्रंप जहां भी जाने वाले हाते हैं, सीक्रेट एजेंट महीने भर पहले ही उस जगह का दौरा कर लेते हैं. इनके पाथ आधुनिक हथियारों के साथ नाइट विजन गॉगल्स और ग्रेनेड होते हैं. इस पूरे सुरक्षा घेरे के बीच में चलती है ट्रंप की 'द बीस्ट' लिमोजिन, जो बमप्रूफ, केमिकल अटैक और न्यूक्लियर अटैक प्रूफ होती है.
यानी सुरक्षा के नजरिए से एकदम परफेक्ट. जिस सीट पर ट्रंप बैठते हैं, उसके बगल में सैटेलाइट फोन होता है, जिससे वो सीधे पेंटागन और उप राष्ट्रपति से बात कर सकते हैं. उनकी कार का गेट 8 इंच मोटी स्टील, एल्यूमिनियम, टिटेनियम और सिरेमिक का बना होता है. कार के शीशे 5 लेयर से बने होते हैं.
बता दें कि उनकी कार की सिर्फ एक ही विंडो खुल सकती है, ड्राइवर की, वो भी सिर्फ 3 इंच. उनके पीछे चल रही गाड़ियों में ट्रंप के डॉक्टर, मिलिट्री ऑफिसर, ट्रंप के ब्लड ग्रुप वाला खून भी होता है. यानी उनका सुरक्षा दस्ता हर मुसीबत से निपटने के लिए तैयार रहता है, भले ही वह मुसीबत कैसी भी हो.
ट्रंप के मुकाबले पीएम मोदी की सुरक्षा में बस नाममात्र का पैसा खर्च हो रहा है
यानी अगर पीएम मोदी और ट्रंप की तुलना की जाए तो भले ही अभी पीएम मोदी की सुरक्षा में 1.62 करोड़ रुपए खर्च होना बहुत अधिक लग रहा है, लेकिन ट्रंप की तुलना में ये खर्च कुछ भी नहीं है. वैसे भी, जितनी सुरक्षा में डोनाल्ड ट्रंप चलते हैं, वैसी सुरक्षा तो दुनिया में किसी की भी नहीं होगी. उनकी सुरक्षा में परिंदा भी पर नहीं मार सकता और अगर परिंदे ने पर मारने की कोशिश की तो जान से जाएगा.
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