Sushant Singh Rajput Case: कांग्रेस ने बनाई बीजेपी को 'रिया चक्रवर्ती' बनाने की रणनीति
कांग्रेस (Congress) ने भी बिहार चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस की मुश्किल ये थी कि उसे सुशांत सिंह राजपूत केस (Sushant Singh Rajput Case) को लेकर अपना स्टैंड नहीं समझ आ रहा था, लेकिन अब उसे बीजेपी (BJP) को घेरने का रास्ता मिल गया है.
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सोनिया गांधी ने हाल ही में गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों की एक मीटिंग बुलायी थी. मीटिंग तो केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ साझा रणनीति को लेकर हो रही थी, लेकिन तभी उद्धव ठाकरे ने ममता बनर्जी से मोदी सरकार के खिलाफ मिल कर लड़ने की अर्जी दे डाली. सोनिया गांधी तो चाहती भी यही थीं - कैसे विपक्ष मिल कर संसद सत्र में भी मोदी सरकार को घेर सकता है. लगता है मीटिंग का असर होने लगा है.
सुशांत सिंह राजपूत केस (Sushant Singh Rajput Case) में कांग्रेस अब तक बचती नजर आयी है. कांग्रेस (Congress) की मुश्किल ये रही है कि वो महाराष्ट्र सरकार में पार्टनर है - और बिहार चुनाव में उसे आरजेडी के साथ गठबंधन धर्म भी निभाना है, हालांकि, अभी तक ये पक्का नहीं हुआ लेकिन संभावना अभी तक तो यही है. महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी सुशांत सिंह राजपूत केस की सीबीआई जांच का विरोध करते रहे हैं - और बिहार में तेजस्वी यादव सीबीआई जांच की जोर शोर से मांग करते रहे. ऐसे में कांग्रेस के लिए संयम बरतने की मजबूरी थी.
कांग्रेस को भी बिहार चुनाव के लिए कोई रास्ता चाहिये था. एक ऐसा रास्ता जो बीच का हो. सुशांत सिंह राजपूत केस में चुप न रहना पड़े और बिहार चुनाव में बीजेपी (BJP) को घेरने का मौका मिल सके - लगता है कांग्रेस को वो रास्ता अब मिल गया है.
बीजेपी को ओरोपों के दायरे में लाने की कोशिश में जुटी कांग्रेस
महाराष्ट्र में बीजेपी को कांग्रेस के घेरने की शुरुआत हुई ट्विटर पर. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने बीजेपी के ही एक नेता के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए उसमें कुछ तस्वीरें डालीं और सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच बीजेपी एंगल से करने की मांग कर डाली. दरअसल, तस्वीर में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक फिल्म निर्माता के साथ खड़े नजर आते हैं. उस फिल्म निर्माता का नाम है - संदीप सिंह. संदीप सिंह को सुशांत सिंह का दोस्त बताया जा रहा है. साथ ही, उनके बॉलीवुड और ड्रग्स कनेक्शन को लेकर सीबीआई जांच के दायरे में देखा जा रहा है. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का कहना है कि उनके बारे में काफी शिकायतें मिली हैं और वो सीबीआई को जांच के लिए भेजने वाले हैं.
असल में सचिन सावंत ने जिस तस्वीर को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है वो फिल्म 'पीएम नरेंद्र मोदी' के पोस्टर रिलीज के वक्त का है. फिल्म के प्रोड्यूसर संदीप सिंह हैं और देवेंद्र फडणवीस ने पोस्टर रिलीज किया था.
कांग्रेस ने सुशांत सिंह केस में ऐसा रास्ता निकाला है जिसमें वो शिवसेना का सपोर्ट कर सके और बीजेपी पर हमलावर रहे
संदीप सिंह के बहाने सचिन सावंत के सवाल उठाने पर देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस नेता को होम वर्क करने की सलाह दे डाली - और याद दिलाया था कि संदीप सिंह ने सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी ही नहीं बालासाहेब ठाकरे पर भी फिल्म बनायी हुई है. देवेंद्र फडणवीस के पलटवार के बाद कांग्रेस फिर से होम वर्क में जुट गयी और रिसर्च करके ढेर सारी जानकारी लेकर प्रकट हुई है. कांग्रेस की तरफ से मोर्चा संभाला है कांग्रेस के सीनियर नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने. अभिषेक मनु सिंघवी ने नयी जानकारियों के साथ जो हमला बोला है उसमें देवेंद्र फडणवीस के साथ साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी लपेट लिया है.
कांग्रेस बीजेपी से सीधे सवाल पूछ रही है - क्या देवेंद्र फडणवीस और नितिन गडकरी मिल कर संदीप सिंह को बचाने की कोशिश कर रहे हैं?
और क्या क्या संदीप सिंह को बचाने के लिए ही बीजेपी ने सीबीआई जांच का रास्ता अख्तियार किया?
- संदीप सिंह एकमात्र फ़िल्म निर्माता थे, जिनके साथ वाइब्रेंट गुजरात 2019 में ₹177 करोड़ का करारनामा हुआ। कम्पनी का नाम है- लीजेंड ग्लोबल स्टूडियोइसकी 2017 में ₹66 लाख की हानि, 2018 में ₹61 लाख का लाभ, 2019 में ₹4 लाख की फिर हानि थी। ये करारनामा कैसे हुआ?: श्री @DrAMSinghvi
— Congress Live (@INCIndiaLive) August 30, 2020
अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस कांफ्रेंस के जरिये जो सवाल उठा रहे हैं वो सब पहले सचिन सावंत ने ही ट्विटर पर शेयर किया है - और उसी को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला भी सवाल पूछ रहे हैं.
असल में देवेंद्र फडणवीस की ही तरह संदीप सिंह की एक तस्वीर नितिन गडकरी के साथ वायरल हो रही है. वैसे जब फिल्म ही मोदी पर बनी हो तो उसे लेकर बीजेपी नेताओं की तस्वीरें तो होंगी ही. देवेंद्र फडणवीस की मानें तो अगर संदीप ने बाला साहेब ठाकरे पर भी फिल्म बनायी है तो ठाकरे परिवार के साथ भी तस्वीरें हो सकती हैं.
कांग्रेस को महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार में हिस्सेदार होने की याद दिलाते हुए बीजेपी ने आरोप लगाते हुए बीजेपी ने पूछा है कि जब सुशांत सिंह केस की जांच मुंबई पुलिस कर रही थी, तब क्यों नहीं संदीप सिंह की जांच की गई? बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस सुशांत सिंह केस में मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती के प्रवक्ता की तरह बात कर रही है - और रिया चक्रवर्ती को बचाने की कोशिश कर रही है.
बहरहाल, कांग्रेस के लिए ये एक तीर से दो निशाने साधने के मौके जैसा है. एक तरफ बीजेपी नेताओें खास कर बिहार चुनाव में प्रभारी बनाये गये देवेंद्र फडणवीस को घेर कर शिवसेना की मदद कर रही है, दूसरी तरफ बिहार चुनाव में सुशांत सिंह राजपूत केस पर बोलने का रास्ता निकाल चुकी है.
संदीप सिंह का बिहार कनेक्शन ये है कि उनकी पैदाइश मुजफ्फरपुर की है - और सुशांत सिंह से दोस्ती को ऐसे समझा जा सकता है कि संदीप उनके फ्लैट पर सबसे पहले पहुंचने वाले लोगों में से एक थे. बताते हैं कि मुम्बई पुलिस के साथ सुशांत की मौत से जुड़ी कागजी प्रक्रिया को भी संदीप ने ही पूरा किया है. संदीप सिंह फिलहाल एक प्रोडक्शन हाउस चलाते हैं और उसी के चलते वो सुशांत सिंह और रिया चक्रवर्ती के संपर्क में आये बताये जाते हैं. हालांकि, संदीप सिंह के फिल्म निर्माण का दायरा काफी बड़ा लगता है और उसमें राजनीतिक कनेक्शन के चलते विवाद को और भी हवा मिल रही है.
बिहार में कांग्रेस की चुनावी तैयारी
बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस के चुनावी गठबंधन पर तस्वीर अभी साफ नहीं हो पायी है. कांग्रेस की तरफ से बताया यही जा रहा है कि राहुल गांधी का मानना है कि सम्मान जनक सीटें मिलने पर ही चुनावी गठबंधन हो सकता है. अभी तक तो यही लग रहा है कि कांग्रेस भी लालू यादव की पार्टी आरजेडी के साथ महागठबंधन का हिस्सा है.
अभी तक राहुल गांधी कांग्रेस के एक हजार कार्यकर्ताओं के साथ एक वर्चुअल रैली कर चुके हैं - और अब मिल रही जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस ने 20 दिन में 100 रैलियों का लंबा चौड़ा प्रोग्राम तय कर रखा है.
1 सितंबर से 21 सितंबर के बीच होने जा रहीं रैलियों को राहुल गांधी सहित कांग्रेस के और भी सीनियर नेता संबोधित करेंगे, ऐसा बताया जा रहा है. रैली की शुरुआत बेतिया से होगी और उससे पहले कांग्रेस से लोगों को जोड़ने के लिए मिस कॉल मुहिम भी चलायी जाएगी.
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