नीदरलैंड्स हमले के तार न्यूजीलैंड मस्जिद हमले से जोड़ दिए गए हैं!
न्यूजीलैंड आतंकी हमले के बाद अब नीदरलैंड्स में भी एक गोलीबारी की घटना हुई है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक अभी सभी एंटी टेररिस्ट यूनिट हाई अलर्ट पर हैं.
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15 मार्च को न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में हुए हमले के बाद अब एक और चौंकाने वाली खबर आई है. ये खबर आ रही है नीदरलैंड से जहां हॉलेंड के यूट्रेक्ट (Utrecht) शहर में से जहां एक ट्रैम में गोलीबारी कर दी गई. Utrecht शहर में स्थानीय समय सुबह 10.40 बजे के करीब एक हमलावर ने ट्रैम स्टेशन में बैठे लोगों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. कोई कुछ समझ पाता उससे पहले ही हमलावर वहां से निकल गया और अभी तक फरार ही है.
यूट्रेक्ट शहर के एंटी-टेरर यूनिट को अलर्ट कर दिया गया है और हमलावर की तलाश जारी है. ये Utrecht के 24 OKtoberplein स्टेशन पर हुई है. शुरुआती समय में इस हमले को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं मिली है और माना जा रहा है कि कई लोग घायल हैं. भारतीय समय के अनुसार शाम 7.30 बजे तक 3 व्यक्ति के मारे जाने की खबर आई है और कई लोगों के बारे में कुछ जानकारी नहीं मिली है.
न्यूजीलैंड हमले के बाद नीदरलैंड्स में भी गोलियां चली हैं. पुलिस ने संदिग्ध की फोटो जारी कर दी है.
किसने चलाई गोलियां?
अभी तक इसकी जानकारी नहीं लगी है कि गोलियां किसने चलाईं, लेकिन यूट्रेक्ट पुलिस ने एक संदिग्ध की तस्वीर जारी की है और अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट की है.
यूट्रेक्ट पुलिस अभी तफ्तीश कर रही है, लेकिन शुरुआती जानकारी के अनुसार इसी व्यक्ति पर शक जा रहा है.
पुलिस के अनुसार Gökmen Tanis नाम के इस व्यक्ति ने ही गोलियां चलाई हैं और पुलिस ने लोगों को सावधान रहने को भी कहा है. ये इंसान तुर्की में पैदा हुआ है और उम्मीद है कि ये नीदरलैंड्स में अप्रवासी की तरह रह रहा हो.
नीदरलैंड्स में हर जगह अलर्ट जारी कर दी गई है और अभी तक इस हमले का आतंकी हमला होने का कोई सुराग नहीं मिला है. जब तक ये व्यक्ति मिल नहीं जाता या इस बारे में और कोई सुराग नहीं मिलता तब तक ये कहना गलत होगा कि इस हमले का भी आतंकवाद से कोई लेना देना है.
क्या न्यूजीलैंड हमले का असर?
फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है कि ये न्यूजीलैंड हमले से जुड़ा हुआ मामला है या नहीं. अभी तो यही कहा जा रहा है कि ये हमलावर तुर्की से है. हो सकता है कि ये मुस्लिम हो. अगर ऐसा है तो शायद न्यूजीलैंड हमले का असर हो, लेकिन अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.
Utrecht में कई बार हुआ है मुसलमानों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन...
नीदरलैंड्स में मुसलमानों के खिलाफ एक खास ग्रुप Pegida बनाया गया है जो कई शहरों में जाकर मुस्लिम माइग्रेंट्स के खिलाफ प्रदर्शन करता है. ये कोई आम प्रदर्शन नहीं होता बल्कि इसमें रमजान के महीने में एक मस्जिद के बाहर सुअर भूनने का भी प्रस्ताव रखा गया था. क्योंकि मुसलमानों के लिए सुअर हराम है इसलिए इसे बहुत विवादित विरोध कहा गया था. नीदरलैंड्स के शहर Utrecht में पिछले साल कई बार ऐसे ही बड़े विरोध प्रदर्शन हुए.
In October last year, on consecutive days, Pegida held anti-Islam protests to specifically agitate and cause counter demos; Wagensveld applied for permits to spread his hatred. Teenagers attended the counter demonstrations. To throw eggs. https://t.co/lK0104xH2K
— Mo Ansar (@MoAnsar) March 18, 2019
पिछले साल अक्टूबर में Pegida के लोगों ने एक विरोध प्रदर्शन किया था और उनपर अंडे भी फेंके गए थे. इतना ही नहीं मई में भी नीदरलैंड्स के कई शहरों में ये सुअर वाला विरोध होना शुरू हुआ था. इसमें यूट्रेक्ट भी शहर था. जनवरी 2019 में भी यूट्रेक्ट में इसी तरह का एक प्रदर्शन हुआ था. जहां मुसलमानों के खिलाफ हेट स्पीच दी गई थी. ये घटना अबू बक्र मस्जिद के बाहर हुई थी. एंटी इस्लामफोबिया की बात करें तो यूट्रेक्ट PEGIDA के कई विरोध प्रदर्शनों का केंद्र रहा है.
Many UK MSM journalists won't know - since Geert Wilders spread Islamophobia across the Netherlands like a wildfire, Utrecht has been the centre of a number of PEGIDA riots and demonstrations against mosques and Muslim migration. #MuslimLivesMatter pic.twitter.com/HvYL8FDyd8
— Mo Ansar (@MoAnsar) March 18, 2019
पर यूट्रेक्ट ही क्यों?
नीदरलैंड्स का सबसे फेमस शहर है एम्सटरडैम लेकिन इसके मशहूर होने से पहले ये खिताब यूट्रेक्ट को मिला हुआ था. ये वो शहर है जो नीदरलैंड्स का सांस्कृतिक हब हुआ करता था. इसके अलावा यहां नीदरलैंड्स की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी भी है. क्योंकि ये देश में केंद्र पर स्थित है तो इसे सबसे बड़ा ट्रांसपोर्ट हब भी कहा जा सकता है. यूट्रेक्ट में नीदरलैंड्स के सांस्कृतिक इवेंट्स काफी ज्यादा होते हैं.
Mo Ansar जिनकी ट्वीट्स इस आर्टिकल में इस्तेमाल की गई हैं वो एक जाने माने जर्नलिस्ट हैं और उनकी ट्वीट्स को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे वो इस हमले के निशान एंटी मुस्लिम कैंपेन से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
चश्मदीदों ने बताया खौफनाक मंजर-
RTV Utrecht (लोकल मीडिया चैनल) के अनुसार एक विटनेस Jimmy de Koster ने ये पूरा मंजर अपनी आंखों के सामने देखा. जिम्मी के अनुसार वो घर से काम पर जाने के लिए निकले थे. उसी समय कई गोलियां चलीं उन्होंने एक महिला को जमीन पर गिरा हुआ देखा. वो महिला चिल्ला रही थी 'मैंने कुछ नहीं किया.'
जिम्मी के अनुसार उसके बाद भी उन्होंने तीन गनशॉट सुने और चार लोगों को महिला की तरफ भागते देखा ताकि वो महिला को बचा सकें. उसे समय और भी गनशॉट सुनाई दिए और वो लोग दूर भागने लगे. वो भयावह दृश्य था.
जिम्मी की बात सुनकर ये भी लग रहा है कि शायद वो हमलावर महिला को मारने आया हो और बाद में अन्य लोगों पर भी गोली चला दी हो.
फिलहाल इस घटना के तार किसी अन्य घटना से जोड़ना सही नहीं है, लेकिन न्यूजीलैंड हमले के तुरंत बाद हुआ ये हमला कहीं न कहीं लोगों को डरा रहा है और इसीलिए नीदरलैंड्स को भी आतंकवाद के लिए चौकन्ना कर दिया गया है.
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