कोई कुछ भी कहे, लेकिन नाली में लेटना और कूड़े में बैठना हमारे नेताओं के बस की बात नहीं !
इन दिनों पाकिस्तान में एक शख्स अजीबो-गरीब तरीके से चुनाव प्रचार कर रहा है. कभी नाली के पानी में लेट जाता है तो कभी उसी पानी को उठाकर पी भी लेता है. इतना ही नहीं, सीवर के गड्ढे में भी उतर जाता है.
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चुनाव आते ही नेताओं को हाथ जोड़कर घर-घर घूमते तो आपने खूब देखा होगा. जगह-जगह बड़ी-बड़ी रैलियों में नेताओं के भाषण भी खूब सुने होंगे. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि चुनाव प्रचार के ये तरीके अब पुराने हो चुके हैं. कम से कम पाकिस्तान के इस नेता का चुनाव प्रचार देखकर तो यही समझ में आ रहा है. आगामी 25 जुलाई को पाकिस्तान में आम चुनाव होने वाले हैं. इसमें एन-243 निर्वाचन क्षेत्र से अयाज मेमॉन मोतीवाला चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने लोगों से वोट मांगने का जो तरीका अपनाया है, वो बेहद अजीबो-गरीब है. खुद ही देख लीजिए उनका चुनाव प्रचार का तरीका.
नाली के पानी में लेटकर, कूड़े में बैठकर चुनाव प्रचार
ये शख्स किसी भव्य रैली के जरिए लोगों से वोट नहीं मांग रहा है, बल्कि सीवर के गंदे पानी में लेट कर और कूड़े के ढेर में बैठकर लोगों से वोट मांग रहा है. कभी नाली के पानी में लेट जाता है तो कभी उसी पानी को उठाकर पी भी लेता है. इतना ही नहीं, सीवर के गड्ढे में भी उतर जाता है. मोतीवाला ने कूड़े के ढेर पर ही कुर्सी मेज लगाकर लोगों से बात भी की. तो चलिए पहले देख लीजिए कैसे-कैसे ये शख्स चुनाव प्रचार कर रहा है, उसके बाद आपको बताते हैं इसके पीछे की असल वजह-
ऐसे चुनाव प्रचार क्यों कर रहा है ये नेता?
निर्दलीय उम्मीदवार अयाज का कहना है कि उनके क्षेत्र में जनता सीवेज के गंदे पानी से परेशान है, लेकिन सरकार आंख मूंदे बैठी है और कोई कदम नहीं उठा रही है. वह जनता की परेशानियों को समझते हैं और क्षेत्र की समस्याओं की ओर सरकार और जनता का ध्यान खींचने के लिए वह ऐसा कर रहे हैं. अपनी तस्वीरें शेयर करते हुए उन्होंने लिखा है- सफाई हमारा आधा ईमान है या गंदगी? वह लिखते हैं कि वोट दो सफाई लो, पाकिस्तान बचा लो प्लीज. जहां एक ओर कुछ लोग इसे महज चुनावी स्टंट कहकर आलोचना कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर उनके इस तरीके की तरफदारी करने वालों की भी कोई कमी नहीं है.
पाकिस्तान में चुनावी मौसम में गाली गलौज तक तो ठीक था, लेकिन इस बार तो एक नया ही फैशन शुरू हो गया है. यहां हम नाली में लेटने या कूड़े में बैठने वाले नेता की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि जनता के गुस्से और सियासी हिंसा की बात कर रहे हैं. नवाज शरीफ पर किसी ने लाहौर के एक मदरसे में जूता उछाल दिया, मुस्लिम लीग के भूतपूर्व रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ के चेहरे पर स्याही फेंक दी गई, भूतपूर्व गृहमंत्री अहसन इकबाल पर तो उन्हीं के शहर नारोवाल में गोली तक चल गई जो उनके बाजू में लगी. इतना ही नहीं, पीपल्स पार्टी के चैयरमैन बिलावल भुट्टो की गाड़ी पर कराची के इलाके लियारी में कुछ लोगों ने पथराव तक किया. आपको बता दें कि ये पीपल्स पार्टी का गढ़ माना जाता है और यहां पर बिलावल भुट्टो की गाड़ी पर पथराव का मतलब ठीक वैसा ही है, जैसे अमेठी में राहुल गांधी की गाड़ी पर पत्थर फेंके जाएं या फिर अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी की गाड़ी पर पत्थरबाजी हो. खैर, इतने हिंसात्मक तरीकों के बीच नाली और कूड़े में लेटकर चुनाव प्रचार करना काफी सराहनीय है.
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