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Updated: 10 दिसम्बर, 2017 12:08 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
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गुजरात चुनाव के पहले चरण से जब मन भर गया तो गूगल न्यूज़ का रुख किया. खबर थी कि "पाकिस्तान अपनी स्पेस टेक्नोलॉजी पर विशेष ध्यान दे रहा है और अगले दो वर्षों में अंतरिक्ष में आदमी भेजने में सक्षम होगा". और इस सपने को पूरा करने के लिए चीन पाकिस्तान की पूरी मदद कर रहा है. अच्छी बात है. दोस्त और दोस्ती किसे नहीं पसंद. हममें से शायद ही कोई ऐसा हो जिसे अपने आस पास ढेर सारे दोस्त न पसंद हों. बात दोस्ती पर हो रही है तो इसे समझने के लिए सबसे बेहतर उदाहरण व्यक्ति का बचपन हो सकता है.

बचपन की दोस्ती की सबसे बड़ी खासियत ये होती है कि इसमें रूठने और मनाने के बीच, दोस्त शुरू-शुरू में एक दूसरे को खूब तोहफे देते हैं. इन दिनों चीन और पाकिस्तान नए नए दोस्त हुए हैं जाहिर हैं दोनों एक दूसरे को गिफ्ट दे रहे हैं और एक दूसरे को गिफ्ट देते हुए दुनिया को ये बताने का प्रयास कर रहे हैं कि वो उसे कड़ी टक्कर देंगे जो उनकी दोस्ती के बीच आएगा या टेड़ी निगाह रखेगा.

पाकिस्तान, अंतरिक्ष, भारत, चीन    इस पहल से दुनिया को ये बताना चाहता है पाकिस्तान कि वो अब तकनीक की दिशा में भी काम कर रहा है

गौरतलब है कि पाकिस्तान के एयर चीफ मार्शल सोहेल अमन ने ये दावा किया है कि पाकिस्तान अपनी स्पेस टेक्नोलॉजी पर विशेष ध्यान दे रहा है और अगले दो वर्षों में अंतरिक्ष में आदमी भेजने में सक्षम होगा. अपनी इस परियोजना के लिए पाकिस्तान चीन की मदद ले रहा है और इस दिशा में युद्धस्तर पर काम कर रहा है.

पाकिस्तान के सबसे बड़े टेक ओलंपियाड में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए पाकिस्तान के वायुसेना चीफ ने ये भी स्वीकार किया है कि वो चीन के साथ मिलकर नेक्स्ट जेनेरेशन के एयरक्राफ्ट पर काम कर रहा है और उसके ये नए जेएफ-17 फाइटर एयरक्राफ्ट पूर्व के एफ-16 विमानों से कहीं बेहतर होंगे.  ज्ञात हो कि पाकिस्तान "मिशन मार्स" पर कबका भारत से पिछड़ चुका है और कुछ समय पहले ही उसने इस दिशा में काम करना शुरू किया है.

बहरहाल, इस खबर को सुनकर दुनिया के किसी भी व्यक्ति को हंसी आएगी. ऐसा इसलिए क्योंकि जिस वक़्त पाकिस्तान को अपने देश के आंतरिक तनाव को खत्म करना चाहिए उस वक़्त वो"चतुर चीन" की मदद से वो करने जा रहा है जिसका समय अभी बिल्कुल भी नहीं है. जी हां बिल्कुल सही सुन रहे हैं आप. पाकिस्तान के मौजूदा हालात देखकर कोई भी समझदार व्यक्ति यही कहेगा कि, ये देश अपनी हरकतों के कारण लगातार गर्त के अंधेरों में जा रहा है. और वो वक्त भी जल्द ही आयेगा, जब इसका साथ देने वाला कोई नहीं बचेगा और ये देश सब से रहम की भीख मांगेगा.

एक ऐसा देश जो आतंकवाद, आतंकियों, कट्टरपंथ, हिंसा, रक्तपात, बम, बंदूकें से सूझ रहा हो वो अगर इन चीजों को दरकिनार कर "कुछ बड़ा" करने के चक्कर में अगर वो कर बैठे जिसकी इजाजत समय उसे नहीं देता तो ये बात किसी भी समझदार व्यक्ति को विचलित करने के लिए पर्याप्त है. ऐसी ख़बरों को जानकर शायद एक समझदार व्यक्ति कह बैठे, आतंकियों को भारत भेजने वाला पाकिस्तान अब अपने लोगों को अंतरिक्ष में भेजकर कौन सा कद्दू में तीर मार लेगा. लोगों को अंतरिक्ष में भेजने से बेहतर था पाकिस्तान पहले अपने आंतरिक तनाव को खत्म करता. यदि पाकिस्तान इतनी सी बात समझ गया तो ठीक वरना लोग यही कहेंगे कि, "क्या पता अब पाकिस्तान का अगला एजेंडा अंतरिक्ष का भी माहौल खराब करना हो." 

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बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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