तो क्या माधुरी दीक्षित के साथ अब ये चेहरे भी जुड़ सकते हैं भाजपा से?
पुणे लोकसभा सीट से शायद इस बार एक ऐसा नाम चुनाव लड़े जिसकी अपनी फैन फॉलोविंग करोड़ों में है. इसके लिए माधुरी दीक्षित के नाम पर विचार हो रहा है, लेकिन क्या इसके अलावा भी सेलेब्स 2019 में भाजपा के साथ जुड़ सकते हैं?
-
Total Shares
भाजपा की 2019 की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू हो गई है और अमित शाह एक के बाद एक अपने पत्ते खोल रहे हैं. 2019 के लिए रैलियों का काम अभी शुरू हुआ है और अभी से ही 2019 में कौन-कौन पार्टी से टिकट ले सकता है उसके नाम सामने आने लगे हैं. अब जो नाम सामने आया है वो है माधुरी दीक्षित का. जी हां, धक-धक गर्ल माधुरी के बारे में खबर आ रही है कि वो पुणे से 2019 के चुनाव लड़ सकती हैं. अभी इस खबर की पुष्टी नहीं हुई है, लेकिन जिस प्रकार अमित शाह कुछ समय पहले माधुरी से मिलने पहुंचे थे उससे लग रहा है कि शायद ये सच भी हो सकता है.
खबर के मुताबिक माधुरी का नाम अभी पुणे इलेक्शन लोकसभा सीट के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है. 2014 में पुणे लोकसभा सीट से भाजपा ने रिकॉर्ड जीत हासिल की थी जिसमें अनिल शिरहोले ने 3 लाख वोट ज्यादा जीते थे.
अमित शाह करीब 6 महीने पहले माधुरी दीक्षित से मिले थे
पुणे सीट पर माधुरी दीक्षित को लड़वाने की तकनीक दरअसर नरेंद्र मोदी की गुजरात तकनीक से मेल खाती है. गुजरात में नरेंद्र मोदी ने जीतने के बाद दूसरी बार के लिए कई लोकल कैंडिडेट को बदला था और चर्चित चेहरों को लाकर उनका फायदा उठाया था. साथ ही, नए चेहरों के कारण विपक्ष को उनके खिलाफ कोई खास मुद्दा नहीं मिला था और भाजपा को इसका पूरा फायदा मिला था.
इसी के साथ, दिल्ली लोकल पोल 2017 में भी इसी तरह का एक्सपेरिमेंट किया गया था जहां सभी मौजूदा नेताओं को टिकट न देकर नए चेहरे लाए गए थे.
अब माधुरी दीक्षित के मामले में संपर्क फॉर समर्थन अभियान ने बड़ा काम किया है और लग रहा है कि इस बार ये खबर पक्की है. पर उस अभियान में सिर्फ माधुरी दीक्षित ही शामिल नहीं थी बल्कि बहुत से सेलेब्स थे. तो क्या माना जाए कि आने वाले समय में इन सेलेब्स के भी भाजपा से जुड़ने की खबरें सामने आ सकती हैं?
तो क्या और सेलेब्स भी हो सकते हैं भाजपा का चेहरा?
भाजपा चीफ अमित शाह पहले आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह सुहाग, क्रिकेटर कपिल देव, महेंद्र सिंह धोनी, लता मंगेश्कर, सीनियर जर्नलिस्ट कुलदीप नायर, मिल्खा सिंह और उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह, हॉकी प्लेयर श्री बलबीर सिंह, सारे अकाली दल लीडर्स, रतन टाटा, पूर्व चीफ जस्टिस आर सी लाहोटी, बाबा रामदेव, पूर्व सेक्रेटरी जनरल सुभाष कश्यप आदि से मिल चुके थे.
बाबा रामदेव से भी इस अभियान के तहत अमित शाह मिल चुके हैं
इसके अलावा, नितिन गडकरी इसी अभियान के तहत सलमान खान, नाना पाटेकर, यस बैंक के सीईओ राना कपूर से मिल चुके थे.
नितिन गडकरी सलमान खान और सलीम खान से मिल चुके हैं
मिल्खा सिंह से भी मिल चुके हैं
डिफेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमन हैदराबाद की फुलेला गोपीचंद एकेडमी में जाकर इस अभियान के बारे में जानकारी दे चुकी थीं.
खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर वीरेंद्र सहवाग और बायोक्वाइन चेयरपर्सन किरन मजुमदार शॉ से मिल चुके थे. योगी आदित्यनाथ भी संजय दत्त से मिल चुके हैं. और भी इस लिस्ट में बहुत से लोगों का नाम है.
इस अभियान में कपिल देव भी शामिल थे
ये सभी सेलेब्स अपने-अपने क्षेत्र के महारथी हैं और इन सभी से भाजपा के नेता मिले हैं. एक-एक करके नाम देखकर ये लग रहा है जैसे अभी कई और सेलेब्स के नाम सामने आएंगे जो 2019 में इलेक्शन टिकट के दावेदार हो सकते हैं.
संपर्क फॉर समर्थन अभियान जो शायद भाजपा को फायदा पहुंचा गया-
अब आप इस अभियान के बारे में याद कीजिए. नरेंद्र मोदी की अगुआई में भाजपा ने चार साल सरकार के पूरे होने पर ये अभियान शुरू किया था. ये वो अभियान है जिसमें भाजपा के 4000 चुने हुए नेता 1 लाख से ज्यादा सेलेब्स जिन्हें खेल, राजनीति, फिल्म और आध्यात्म जगत में जाना जाता है उनसे मिलने गए थे. भाजपा के अनुसार 50 लाख चुने हुए कार्यकर्ता लाखों घरों में जाकर लोगों को भाजपा के बारे में जागरुक करने का काम कर रहे हैं. ये वो अभियान है जिसमें अमित शाह खुद कई सेलेब्स के घर पहुंचे थे. इसमें महेंद्र सिंह धोनी, माधुरी दीक्षित, कपिल देव आदि शामिल थे. तो ऐसा क्यों किया जा रहा था और माधुरी दीक्षित के इलेक्शन से जुड़ने की खबर को क्यों अहम माना जाए?
इसके कई कारण है कि भाजपा ने ऐसे सेलेब्स को क्यों चुना -
1. सबसे पहले तो भाजपा उन लोगों को चुन रही है जिनकी अपनी फील्ड में और लोगों के बीच लोकप्रियता के मामले में अच्छी पकड़ है.
2. दूसरा ये कि मोदी का मैजिक तो अभी भी बरकरार है, लेकिन भाजपा के अन्य नेताओं से लोग अच्छे खासे नाराज हैं. और भाजपा को 2019 में फायदा हो इसलिए भाजपा ऐसे कई लोगों की तलाश में है जो पब्लिक के बीच पहले से ही फेमस हों.
3. अगर माधुरी दीक्षित की ही बात की जाए तो उनके महाराष्ट्र से इलेक्शन लड़ने की बात हो रही है और वहां शिवसेना का दबदबा है. ऐसे में एक अहम कैंडिडेट उतारना जो मराठी हो और लोगों के बीच फेमस भी हो वो भाजपा को फायदा दिला सकता है.
भाजपा के संपर्क साधन अभियान ने कुछ किया हो या न किया हो, लेकिन कई सेलेब्स को अपनी ओर जरूर खींच लिया है. ऐसे में 2019 चुनाव के लिए क्या समझा जाए? क्या और सेलेब्स भाजपा के साथ आएंगे या फिर नहीं? ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन माधुरी दीक्षित वाली खबर ने थोड़ा चौंका जरूर दिया है.
ये भी पढ़ें-
विधानसभा चुनाव: सट्टा बाजार के रुझान पोलिटिकल पंडितों को चौंकाने वाले हैं
आपकी राय