इनके लिए IPL का मतलब बाउंडरी पर खड़ी चीयर-लीडर्स हैं
IPL का मैच देखने के बजाए चीयरलीडर्स की रिकॉर्डिंग करने वाले दर्शक को भगवा और ठरकी करार दिया गया. इस वायरल वीडियो को देखकर आपका क्या कहना है?
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'Men will be men' ये कहावत तो आपने सुनी ही होगी. एक बार देख भी लीजिए...
वेन्यू- आईपीएल क्रिकेट का स्टेडियम, जहां सनराइजर्स हैदराबाद और किंग्स 11 पंजाब की टीमों के बीच मैच चल रहा था. पब्लिक जोर शोर से अपनी-अपनी टीम्स को सपोर्ट कर रही थीं.
वहीं एक दर्शक जिसने ऑरेंज कैप और ऑरेंज गमछा पहन रखा था, अपने मोबाइल पर क्रिकेट मैच रिकॉर्ड करने के बजाए चीयर लीडर्स को रिकॉर्ड करते देखा गया. दूरी ज्यादा थी लिहाजा जूम पर जूम किया जा रहा था और चीयर लीडर्स के मोबाइल पर इतमिनान से दर्शन किए जा रहे थे. ये चीयरलीडर्स को अपने फोन में कैद कर रहे थे, और किसी ने इन्हें ही अपने फोन में कैद कर लिया और वीडियो ट्विटर पर शेयर कर दिया. जिसका कैप्शन दिया 'priorities' यानी प्राथमिकताएं.
Priorities.???? pic.twitter.com/5JcRMJUItN
— Misha (@Padishaah) April 27, 2018
ट्विटर पर जाते ही ये वीडियो वायरल हो गया और इसपर लोगों ने अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दीं. चूंकि व्यक्ति ने ऑरेंज गमछा और कैप पहनी थी, जो सनराइजर्स हैदराबाद की जर्सी का भी रंग है, भगवा से मिलता जुलता था. लिहाजा लोगों ने उसे संघी बताया गया और उसपर इस तरह के कमेंट्स किए गए.
Bhagwa rang ka apna alag hi swag hai ????????????????????????????????
— MANIK (@camanik) April 27, 2018
Brand Ambassador, and a promoter of a Cultural Nationalism. ????????
— Ishtiaq Khan (@ishtiaq787) April 28, 2018
संघी priority
— नाम में क्या रक्खा । (@coolcandy222) April 28, 2018
रंग देख के यह लगरहै है कि यह पक्का भक्त है । और सारे भक्त आगे जाके SRH को सपोर्ट करेंगे ।
— kunchay jagadeesh (@kunchayjagadee1) April 28, 2018
The color is culprit
— Google Header (@googlemandayan) April 28, 2018
Saffron cap!
— Ajay Kapps ???????? (@ajkapps) April 28, 2018
Don't forget गले में भगवा गमछा, टोपी,,,,, ????????????????????????
— Devender Kumar (@Devender_geo) April 28, 2018
He's wearing 'Orange', we can understand. These perverts can think of nothing else.????????
— NostradamusSezشاہد (@nostradamuspeak) April 28, 2018
मैच छोड़कर चीयर लीडर्स पर फोकस करने वाले व्यक्ति को कुछ लोग ठरकी भी कह रहे हैं. लेकिन उसे भगवा रंग से जोड़ना समझ नहीं आता, क्योंकि ठरक का कोई रंग नहीं होता, उसे सिर्फ चमड़ी का रंग पसंद होता है. जैसा कि इस वीडियो में साफ साफ देखा जा सकता है. इसे पैसा वसूल करना भी कहा जा सकता है.
इसकी बीवी के पास ये वीडियो पहुंचने के बाद इसका cheerleader वाला डांस चालू होगा। ठरकी के अपने टारगेट होते हैं।
— Amit (@amitanand102) April 27, 2018
Tharki Uncle
— Imtiyaaz Warsi (@aiwaarsi) April 28, 2018
Bas bhai kitna zoom karega..Khuda ka khauf rakh ????????
— Nandan Daga (@mrdagajee) April 28, 2018
इस वीडियो को देखकर लोगों का ये भी कहना रहा कि जब मैच इतना खराब होगा तभी तो चीयरलीडर्स को देखा जाएगा. और चीयर लीडर्स तो होती ही ऐसी हैं कि उन्हें देखा जाए. ये तो नॉर्मल है.
Jaisa Khel Rahi thi dono teams, aur kya karta bechara.
— Naadan Parindaaa (@BigdaLadka) April 27, 2018
Hahahaha. Whichever color's side you are , natural human behavior doesn't change
— Nishant Gogri (@nishant205) April 27, 2018
Anything wrong in this ???
Everyone watch cheerleaders !!!He is a man, she is a woman....its all normal...
— Nitin (@AirZoom_web) April 28, 2018
जैसा कि नाम से पता चलता है कि चीयर लीडर्स का काम खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर चियर करना है, खुशनुमा माहौल बनाना है, जिसे वो बहुत अच्छी तरह से करती दिखती हैं. साथ ही इस बात को भी नहीं नकारा जा सकता कि मैच में अगर थोड़ा सा भी ग्लैमर आता है तो वो इन्हीं चीयरलीडर्स की बदौलत, जिसे ललित मोदी की कृपा से आज हर मैच में बड़े चाव से देखा जाता है. लेकिन हर व्यक्ति उस तरफ उतना ध्यान नहीं देता क्योंकि क्रिकेट पसंद करने वालों की प्रायोरिटी मैच होता है. पर उछलती कूदती और डांस मूव्स दिखाककर ये चीयरलीडर्स उन लोगों का ध्यान तो अपनी तरफ आकर्षित कर ही लेती हैं जिनकी प्रायोरिटी सिर्फ ग्लामर होता है. बेशक इसे ठरक न कहें, लेकिन फितरत तो कह ही सकते हैं. इसीलिए कहा गया 'men will be men'.
अब बात इसे भगवा रंग देने की, तो ऐसा समझो कि किस्मत खराब है बंदे की जो सनराइजर्स हैदराबाद की टीम को सपोर्ट करने गया, अगर उसकी जगह हरे रंग की कैप पहनी होती तो उसे मुसलमान कहा जाता और एक रंग विशेष और धर्म पर उंगली उठाई जातीं जैसे इस बार भगवा पर उठीं.
खैर, जिस दौर में सारे मुद्दों में हिन्दू-मुसलमान, भक्त-लिबरल, देशभक्त-देशद्रोही ढूंढा जा रहा है, तो ये वीडियो कैसे अछूता रह सकता था. पर हां लोगों के भगवा कमेंट्स देखकर ये जरूर कहा जा सकता है कि उस बंदे की प्रायोरिटी भले ही चीयरलीडर्स हों लेकिन आज लोगों की प्रायोरिटी में केवल धार्मिक राजनीति है, जिसे किसी भी समय और कहीं पर भी फिट किया जा सकता है.
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