दीपिका चिखलिया को 'सीता' बनने के बाद क्या त्रेता युगीन ही रहना होगा!
1987 में रामानंद सागर के सीरियल रामायण में माता सीता की भूमिका निभा चुकीं दीपिका चिखलिया ने एक बड़ी प्यारी सी तस्वीर अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर पोस्ट की है. तस्वीर में दीपिका का अंदाज ग्लैमरस है जिसने फैंस को आहत कर दिया है और तस्वीर पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
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25 जनवरी 1987 भारत के इतिहास में ऐतिहासिक दिन था. रामानंद सागर के चर्चित सीरियल रामायण का पहला एपिसोड ऑन एयर हुआ था. इसके बाद सीरियल के 77 एपिसोड आए. सीरियल में अरुण गोविल भगवान राम की भूमिका में थे. तो वहीं मां सीता बनीं थीं दीपिका चिखलिया. शो में सुनील लहरी ने लक्ष्मण, अरविंद त्रिवेदी ने रावण और दारा सिंह ने हनुमान का रोल किया था. जैसा शो को लेकर क्रेज था कहा जाता है कि दूरदर्शन पर जब ये सीरियल आता तो समय रुक जाता. लोग काम धाम छोड़ देते और नहा धोकर पूरी श्रद्धा के साथ सीरियल देखते. हो भी क्यों न? भारत में हम भारतीयों के बीच भगवान राम को लेकर आस्था ही कुछ ऐसी है. जिन लोगों ने तब इस सीरियल को देखा अगर आज भी उनसे पूछा जाए तो जवाब यही मिलता है कि कलयुग में त्रेता और भगवान राम से जुड़ी घटनाओं को देखने का जो सुख मिलता था उसे आज भी शब्दों की डोर में नहीं बांधा जा सकता.
सीरियल को लेकर लोगों में किस तरह का क्रेज आज भी मौजूद है? इसका गर को अंदाजा लगाना हो तो छोटे, बड़े शहरों का रुख कीजिये. आज भी तमाम घर ऐसे हैं जहां लगे कैलेंडर में राम सीता और लक्ष्मण के रूप में अरुण गोविल दीपिका चिखलिया और सुनील लहरी को दर्शाया गया है. यानी आज 34 बाद भी लोग यही मानते हैं कि भगवान राम और माता सीता अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया की तरह दिखाई देते होंगे.
तस्वीर पर जैसे कमेंट आए हैं आज भी लोग यही समझते हैं कि दीपिका ही माता सीता हैं
अब क्योंकि इस शो से जुड़े ज्यादातर कलाकार आज भी हमारे बीच हैं तो सवाल ये है कि क्या उन्हें आज भी अपने को एक 'आदर्श' के रूप में दिखाने की जरूरत है? या फिर एक सवाल ये भी हो सकता है कि क्या आज 34 साल बाद भी दीपिका चिखलिया को सीता बनने के कारण त्रेता युगीन ही रहना होगा?
सवाल अटपटे लग सकते हैं लेकिन हमने इन्हें क्यों पूछा है इसके पीछे हमारे पास माकूल वजहें हैं. दरअसल हुआ कुछ यूं है कि 1987 में रामानंद सागर के सीरियल रामायण में माता सीता की भूमिका निभा चुकीं दीपिका चिखलिया ने एक बड़ी प्यारी सी तस्वीर अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर पोस्ट की है. तस्वीर में दीपिका का अंदाज ग्लैमरस है.
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जिक्र क्यों कि दीपिका की इस तस्वीर का हुआ है तो बताना बहुत जरूरी हो जाता है कि तस्वीर में दीपिका डार्क ब्राउन कलर की लॉन्ग शर्ट स्टाइल वनपीस ड्रेस पहने बैठी हैं. इसके अलावा दीपिका ने गले में एक मल्टी कलर का स्कार्फ बांध रखा है और हाई हील्स रखी है. कह सकते हैं कि इस तस्वीर में अगर कोई चीज सबसे ज्यादा खास है तो वो दीपिका की स्माइल है. वाक़ई मुस्कुराती हुई दीपिका बड़ी खूबसूरत दिखाई दे रही हैं.
जैसा कि हम ऊपर ही बता चुके हैं दीपिका ने अपनी इस तस्वीर को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया है तो फैंस भी जमकर दीपिका की इस तस्वीर और उनकी मुस्कुराहट की तारीफ कर रहे हैं. लेकिन जैसा कि ज्ञात हो दुनिया मे तरह तरह के लोग हैं. तमाम यूजर्स ऐसे भी हैं जिन्होंने दीपिका की इस तस्वीर पर ऐतराज जताया है. ऐस लोगों का मानना है कि दीपिका इतिहास की सबसे आदर्श स्त्री यानी मां सीता के जीवन को पर्दे पर दिखा चुकी हैं इसलिए ऐसी तस्वीरें और ऐसा लुक उन्हें किसी भी सूरत में जनता के सामने नहीं रखने चाहिए.
तमाम लोग हैं जो आज भी दीपिका में मां सीता का अक्स देखते हैं
सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स ऐसे हैं जिनका मानना है कि, 'इससे समाज में गलत मैसेज जाता है. बात दीपिका की इस तस्वीर पर आई कुछ प्रतिक्रियाओं की हो तो कुछ ऐसे यूजर्स ऐसे भी हैं जो आज भी दीपिका में माता सीता को देखते हैं. दीपिका की इस तस्वीर पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा है कि माता ये क्या रूप धारण कर लिया आपने माते?
रामायण में सीता बनी दीपिका की एक तस्वीर ने फैंस को आहत कर दिया है
वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा कि, 'हाये...मेरी परम सुंदरी.' भले ही दीपिका ने विक्रम और बेताल', 'लव-कुश', ‘दादा-दादी की कहानी', 'द सोर्ड ऑफ टीपू सुल्तान' जैसे सीरियल करके दर्शकों को फुल ऑन एंटरटेनमेंट दिया मगर जिस रोल ने दीपिका को देश दुनिया में पहचान दी वो रामानंद सागर का चर्चित शो रामायण था.
ऐसा नहीं है कि सब नाराज ही हैं लोग दीपिका की तारीफ भी कर रहे हैं
ध्यान रहे शो उसी श्रद्धा के साथ बीते दिनों देश की जनता ने तब देखा जब अभी बीते दिनों कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा था. शो चूंकि हमारी आस्था स जुड़ा है लेकिन इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं कि हम इंसान को न केवल भगवान मानें बल्कि उससे वैसी ही उम्मीद भी करें. हमें इस बात को समझना होगा कि दीपिका की भी अपनी लाइफ है. यदि आज भी हम ये चाह रहे हैं कि दीपिका त्रेता युगीन रहें तो इसे किसी भी सूरत में जायज नहीं ठहराया जा सकता. इसलिए अब वो समय आ गया है जब हमें दीपिका से कहना होगा कि उन्हें भी अपनी जिंदगी खुलकर जीने का पूरा हक़ है.
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