छत से फेंका गया कुत्ता जिंदा है !
कुत्ते को छत से फेंकने के बाद मेडिकल स्टूडेंट तो अभी भी फरार है, लेकिन कुत्ते को ढ़ूंढ़ निकाला गया है. कुत्ते की जान तो बच गई, लेकिन वो चल नहीं पा रहा.
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सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो काफी चर्चा में है. वीडियो को देखकर जानवरों से प्यार करने वाले लोग क्रोधित हो जाएंगे. इस वीडियो में एक व्यक्ति को छत से एक कुत्ते को नीचे फेंकते हुए दिखाया गया है.
जैसे ही ये वीडियो सोशल मीडिया पर आया, पत्थर से पत्थर दिल भी इस कुत्ते के प्रति पसीज गया. वीडियो में पहले छत से जमीन तक की गहराई दिखाई गई है और फिर उस व्यक्ति को दिखाया गया जो कुत्ते को पकड़े हुए है. और फिर अचानक वो कुत्ते को नीचे फेंक देता है. जमीन छूते ही कुत्ता दर्द से चिल्लाने लगता है.
ये वीडियो विचलित कर सकता है-
जब तक ये कुत्ता इस शख्स के साथ रहा, वो पूंछ हिलाता रहा. उसे इस बात का जरा भी इल्म नहीं था कि ये शख्स उसका भरोसा इस तरह तोड़ेगा. कुत्ते को नीचे फेंकने वाले इस व्यक्ति की पहचान हो गई है. और ये जानकर और भी दुख हुआ कि ये करतूत करने वाला शख्स कोई सामान्य व्यक्ति नहीं बल्कि चेन्नई के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के फाइनल ईयर का एक छात्र है, जो अगले साल डाक्टर साहब कहलाएगा.
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कैमरे के सामने पूरे समय मुस्कुराने वाले इस शख्स को उसके ही कॉलेज के छात्रों ने पहचान लिया. और कॉलेज के ही एक छात्र ने उस जगह की तस्वीर शेयर की और साथ में इस काम को अंजाम देने वाले दोनों लोगों के नाम भी बताए हैं. पुलिस में कमप्लेंट दर्ज है, ये दोनों जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
पर अच्छी खबर ये है कि कुत्ता जीवित है. इस कुत्ते को ढ़ूंढ निकाला गया. कुत्ते की जान तो बच गई लेकिन वो चल नहीं पा रहा. जाहिर है इतनी ऊंचाई से गिरने के बाद उसे चोट आई ही होगी. कुत्ते को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है.
अच्छी खबर ये है कि कुत्ता जीवित है |
ट्विटर पर इस कुत्ते का वीडियो भी शेयर किया गया, जिसे देखकर इसके दर्द का अंदाजा लगाया जा सकता है. कुत्ता कदम भी आगे नहीं बढ़ा पा रहा
That never ending Wagging tail ❤️❤️❤️ pic.twitter.com/gNLYUMvGb2
— Karthik Dhandapani (@iamkarthikd) July 5, 2016
इंसान को जानवरों के प्रति कितना संवेदनशील होना चाहिए और कितना नहीं, ये इंसान की प्रवृत्ति पर निर्भर करता है. लेकिन यहां सवाल एक डॉक्टर की असंवेदनशीलता पर उठ रहा है, जो कल किसी इंसान का इलाज करेगा. जो शख्स एक बेजुबान जानवर के प्रति इतना क्रूर हो सकता है वो एक डॉक्टर कैसे हो सकता है?
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अफसोस कि यहां ऐसे भी लोग हैं जो इस होने वाले डॉक्टर के पक्ष में ये दलीलें देगें कि जानवारों के साथ तो और भी बुरा होता है, इसने तो सिर्फ उसे छत से ही फेंका है. लेकिन किसी जानवर को मारकर खाना और किसी जानवर के साथ जानबूझकर ऐसा व्यवहार करके मजे लेना दोनों अलग अलग बातें हैं. किसी का मांसाहारी होना क्रूरता का परिचायक नहीं होता, लेकिन किसी का क्रूर होना उसकी मानसिकता का परिचायक जरूर होता है.
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