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Updated: 13 जनवरी, 2023 04:19 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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एसएस राजामौली की बदौलत पूरे देश को गर्व से सीना चौड़ा करने का मौका मिला है. गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में, बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग केटेगरी में, RRR के गाने नाटू नाटू का अवार्ड जीतना भर है. इंटरनेशनल फोरम पर भारतीय सिनेमा का डंका बज रहा है. जैसी ही ये खबर सामने आई कि सात समुंदर पार नाटू-नाटू ने इतिहास रच दिया देश के लोगों का उत्साह देखने वाला था. उत्साहित सब हुए. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी भी बहुत खुश हैं. रेड्डी ने भी फिल्म के मेकर्स को इस सफलता के लिए बधाई दी. लेकिन जिस तरह उन्होंने तेलुगू गौरव पर फोकस किया, वो चीज सिंगर कंपोजर अदनान सामी को बुरी लग गयी और उन्होंने रेड्डी की जमकर क्लास ली. अदनान ने जहां एक तरफ जगन को ये बताया कि सबसे पहले हम भारतीय हैं तो वहीं वो ये भी कहने से नहीं चूके कि ये अलगाववादी रवैया' अस्वास्थ्यकर है.

Jagan Mohan Reddy, Andhra Pradesh. Film RRR, SS Rajamauli, Golden Globe, Award, Adnan Sami, South Cinemaजगन मोहन रेड्डी ने बात ही ऐसी की थी कि अदनान क्या कोई भी दिल पर ले लेता

दरअसल हुआ कुछ यूं कि गोल्डन ग्लोब्स 2023 में इतिहास रचने के कारण आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने एक वीडियो पोस्ट कर RRR के कास्ट एंड क्रू को बधाई देते हुए लिखा कि तेलुगु झंडा ऊंचा लहार रहा है! मैं पूरे आंध्रप्रदेश की ओर से बधाई देता हूं.

रेड्डी का ये अंदाज अदनान सामी को अखर गया. ट्वीट का रिप्लाई करते हुए उन्होंने कुछ सवाल किये और लिखा कि तेलुगू झंडा? आप का मतलब भारतीय झंडे से है न? हम पहले भारतीय हैं और इसलिए कृपया देश के बाकी हिस्सों से खुद को अलग करना बंद करें...खासकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, हम एक देश हैं! अदनान इतने पर रुक जाते तो भी ठीक था उन्होंने जगन मोहन रेड्डी के ऊपर ज्ञान की गंगा बहा दी और लिखा कि यह 'अलगाववादी' रवैया बेहद अस्वास्थ्यकर है जैसा कि हमने 1947 में देखा था. धन्यवाद... इसके बाद अदनान ने इंडिया के झंडे का स्माइली बनाया और जय हिंद लिखा.

शायद अदनान को इस बात का अंदाजा था कि मुख्यमंत्री को किये गए ट्वीट के बाद कई लोगों को उनकी बातें अच्छी नहीं लगेंगी इसलिए उन्होंने अपनी बातों को वजन देने के लिए एक ट्वीट और किया.  अपने इस ट्वीट में अदनान ने सत्यजीत राय का उदाहरण दिया और लिखा कि, 1991 में जब सत्यजीत रे जी ने ऑनरेरी ऑस्कर जीता था, तो उस उपलब्धि पर सिर्फ बंगाल को गर्व था या पूरे भारत को गर्व करने का अधिकार था? क्या उस समय के बंगाल के मुख्यमंत्री श्री ज्योति बसु जी ने इसे केवल एक बंगाली उपलब्धि बताया था? नहीं! यह गर्व का राष्ट्रीय क्षण था!

क्योंकि अपनी बातों से अदनान ने तेलुगू बेल्ट से आने वाले कई लोगों की भावना को आहत  कर ही दिया था. फ़ौरन ही आंध्र प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रजनी विदडाला ने भी पलटवार किया, अदनान को मेंशन करते हुए रजनी ने ट्वीट किया कि अपनी पहचान पर गर्व करना उनकी देशभक्ति को कम नहीं करता है. किसी के मूल का सम्मान करने से अलगाववाद नहीं होता है. हमें दोनों पर कन्फ्यूज नहीं होना चाहिए. वहीं रजनी ने अदनान से ये भी कहा कि ट्विटर पर ज्यादा सोचने के बजाय, शायद आपको भारत को एक और गोल्डन ग्लोब दिलाने की दिशा में काम करना चाहिए."  

अदनान भी कहा चुप रहने वाले थे उन्होंने फ़ौरन ही रजनी की बातों का खंडन किया और रजनी को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया. अदनान स्पष्ट थे कि जो बतौर मुख्यमंत्री रेड्डी ने लिखा वो सही नहीं था और एक मुख्यमंत्री के रूप में  वो उन्हें शोभा नहीं देता. 

अदनान सामी के ट्वीट को सोशल मीडिया ने अपने तरीके से लिया. जहां एक वर्ग उनके समर्थन में दिखा तो वहीं तमाम लोग ऐसे भी थे जो सामी की बातों से सहमत नहीं थे. उन्होंने अदनान सामी की राष्ट्रीयता को सवालों के घेरे में डाल दिया. लोगों का तर्क था कि चूंकि वो खुद एक पूर्व पाकिस्तानी हैं उन्हें जगन मोहन रेड्डी को देशभक्ति सिखाने का अधिकार नहीं है.

लोगों की भावनाएं आहात थीं वो अदनान को ट्रोल कर रहे थे लेकिन मामले में दिलचस्प ये रहा कि अदनान बिना डरे हुए मोर्चे पर डंटे रहे. 

बहरहाल, अदनान के रिप्लाई पर लगातार लोग रिप्लाई कर रहे हैं. लेकिन जिस अंदाज में उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को नीति और ज्ञान की बातें बताई हैं. आज जगन मोहन रेड्डी भी सोच रहे होंगे कि सेर को सवा सेर मिला है. 

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लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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